Indore : नगर निगम के अधिकारियों की कथित मनमानी का विरोध करते हुए कांग्रेस विधायक और महापौर पद के उम्मीदवार संजय शुक्ला सड़क पर कुर्सी डालकर बैठ गए। उन्होंने बरसते पानी में राजवाड़ा से इमली बाजार चौराहा तक के सड़क चौड़ीकरण में बाधक निर्माण तोड़ने की कार्रवाई शुरू नहीं करने की मांग की। इस कार्रवाई को रोकने के लिए कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला मौके पर पहुंचे।
उन्होंने कहा कि जब इंदौर में नया महापौर आने में दो दिन शेष हैं। तब नगर निगम बारिश के दौरान इस तरह की कार्रवाई की जाना आम जनता के साथ अन्याय है। नगर निगम द्वारा तोड़फोड़ के बुलाई गई जेसीबी मशीन हटाई गई। संजय शुक्ला और पूर्व MLA अश्विन जोशी के विरोध के बाद JCB से तोड़फोड़ पर रोक स्वेच्छा से निर्माण हटाने पर सहमति हुई।
मतदान से पहले भी कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने उनके विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कुशवाह नगर क्षेत्र में भी नगर निगम द्वारा प्रस्तावित तोड़फोड़ की कार्रवाई का विरोध किया था। उन्हें कुशवाह नगर क्षेत्र के लोगों ने बताया था कि निगम द्वारा यहां कार्रवाई करने की कोशिश की जा रही है। इस पर शुक्ला तत्काल मौके पर पहुंचे वहां जाने पर उन्हें नागरिकों ने बताया कि नगर निगम के द्वारा सड़क का चौड़ीकरण नहीं किया जा रहा है, बल्कि मेन रोड के पीछे की तरफ जो बगीचे के सामने की रोड है, वहां पर मकानों में तोड़फोड़ करने की योजना बनाई गई है। दरअसल भाजपा के कुछ नेता बगीचे के बाहर दुकान बनाना चाहते हैं। इन नेताओं के आर्थिक हितों की पूर्ति के लिए निगम के द्वारा तोड़फोड़ प्रस्तावित की गई है।
चुनाव प्रचार भी संजय शुक्ला ने कहा कि मैं महापौर बना तो उनकी प्राथमिकताओं में पानी, ड्रेनेज और ट्रैफिक हैं, मैं इन तीनों पर काम करूंगा। इंदौर शहर में पानी, ट्रैफिक और ड्रेनेज की बहुत समस्या है। 20 साल में भाजपा ने इन तीनों पर कोई काम नहीं किया। सिर्फ सफाई पर ही काम हुआ और जो भ्रष्टाचार हुआ उसका खुलासा करना है। नाला टैपिंग में जो भ्रष्टाचार हुआ, उसका भी मुझे खुलासा करना है। क्योंकि, इंदौर शहर में लाखों-करोड़ों रुपया आया, लेकिन वह कहां गया! इंदौर जो बर्बाद हुआ उसकी मैं जांच कराऊंगा, जो अधिकारी या नेता दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई कराई जाएगी।