Sanwariya Seth Temple
जानिये सांवलिया सेठ के भंडार में आज कितना निकला चढ़ावे का खजाना
अब तक कुल 15 करोड़ 64 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई
चित्तौड़गढ़. मेवाड़ के सुप्रसिद्ध कृष्णधाम सांवलियाजी में भगवान श्री सांवलिया सेठ के भंडार की गणना का काम जारी है. तीसरे दौर में चढ़ावा राशि 13 करोड़ पार कर गई. 1 सितंबर को भंडार खोला गया था. गणना में प्रथम चरण में 8 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई थी. दूसरे चरण में बुधवार को भंडार से 4 करोड़ रुपए की राशि की काउंटिंग की जा सकी. शेष राशि की गणना गुरुवार को की गई. इस गणना में ठाकुरजी के भंडार से 1 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई. तीनों चरणों में की गई गणना में ठाकुरजी के भंडार से कुल 13 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई. मंदिर मंडल के सदस्य शंभू लाल सुथार के अनुसार ठाकुरजी के भंडार से निकले सोना तथा चांदी का वजन करना बाकी है. इधर श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल भेंट कक्ष कार्यालय में नगद व मनीआर्डर के रूप में प्राप्त राशि की गणना तथा भेंट स्वरूप प्राप्त सोना तथा चांदी का वजन करना का काम भी शेष है.
जानकारी में सामने आया कि गत एक सितम्बर को भगवान श्री सांवलिया सेठ का भंडार खोला गया था। भंडार से निकली चढ़ावा राशि की गणना के प्रथम चरण से 08 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई थी।
दूसरे चरण में बुधवार को 04 करोड़ तथा गुरुवार को की गई गणना में ठाकुरजी के भंडार से 01 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई।
शुक्रवार को चौथे चरण की गणना की गई। चौथे चरण की गणना में ठाकुरजी के भंडार से 02 करोड़ 64 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई। चारों चरणों में की गई गणना में इस माह अब तक कुल 15 करोड़ 64 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई।
शुक्रवार को गणना करने के बाद भी भंडार से प्राप्त सम्पूर्ण राशि की गणना नहीं हो पाई। शेष बची राशि की गणना शनिवार को पांचवें चरण के रूप में की जाएगी।
शुक्रवार को चौथे चरण की गणना श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी व चित्तौड़गढ़ अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार, लेखाधिकारी राघव शर्मा, मन्दिर बोर्ड के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर सहित मंदिर मंडल तथा क्षेत्रीय बैंकों के कर्मचारी मौजूद थे।
साथ ही ठाकुरजी के भंडार से निकले सोना तथा चांदी का वजन करना भी शेष रहा। इधर, श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल भेंट कक्ष कार्यालय में नगद व मनीआर्डर के रूप में प्राप्त राशि की गणना तथा भेंट स्वरूप प्राप्त सोना तथा चांदी का वजन करना भी शेष रहा।
इधर आगामी दिनों में जलझूलनी एकादशी को होने वाले श्री सांवलियाजी के मेले को लेकर तैयारियां जारी है। वहीं अधिकारी भी तैयारियों पर नजर रखे हुवे हैं। मेले के मुख्य दिवस विशाल रथयात्रा निकाली जानी है।
चांदी के रथ में भगवान को बिराजमान करवा कर सरोवर स्नान के लिए लेकर जाएंगे। ऐसे में रथ का रख रखवा किया गया। मंदिर प्रभारी राजेंद्र शर्मा की मौजूदगी में रख रखाव का कार्य जारी है।
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