Sarthak App: कॉलेजों में प्राचार्य से लेकर प्रोफेसर्स की अटेडेंस अब सार्थक एप के जरिए, संचालनालय की IT शाखा करेगी नियमित निगरानी

प्रबंधन को कमिश्नर और कलेक्टर को देनी होगी जानकारी

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Sarthak App: कॉलेजों में प्राचार्य से लेकर प्रोफेसर्स की अटेडेंस अब सार्थक एप के जरिए, संचालनालय की IT शाखा करेगी नियमित निगरानी

भोपाल। नए शिक्षण सत्र में उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है। शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य, प्राध्यापक , सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल और क्रीडा अधिकारी की अब नियमित उपस्थिती सार्थक एप के जरिए होगी।

उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त निशांत बडबड़े ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र सार्थक एप के जरिए अटेंडेंस की व्यवस्था पहली बार लागू हो रही है। इससे पहले प्राचार्य,और सहायक प्राध्यापकों की उपस्थिती थंब मशीन के जरिए होती थी।

यह व्यवस्था प्रदेश के सभी प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज में लागू होगी। उच्च शिक्षा विभाग को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों में प्राध्यापक नियमित नहीं आते हैं। जिससे उच्च शिक्षा अधिकांश क्लासें खाली रहती थी। सार्थक एप पर प्राध्यापकों की उपस्थिती को लेकर संचालनालय की आईटी शाखा नियमित निगरानी रखेगी। शिकायत मिलने पर विभाग के अधिकारी संबंधित महाविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ एक्शन भी लेंगे।

*प्राचार्य को बनाया नोडल अधिकारी-*

कॉलेजों में प्रोफेसरों की सौ फीसदी उपस्थिती बनाए रखने के लिए विभाग ने सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उपस्थिती में कोई गड़बड़ी नहीं करे इसकों लेकर विभाग ने अतिरिक्त संचालक को पर्यवेक्षक बनाया है। पर्यवक्षेकों को विभाग ने जिम्मेदारी दी है कि समय – समय पर यह लोग मैदानी स्तर पर चेंकिग करेगे। जिससे कोई भी महाविद्यालय किसी तरह की गड़गबड़ी नहीं कर सकें।

*कमिश्नर और कलेक्टर को देनी होगी जानकारी-* 

उपस्थिती में किसी महाविद्यालय में कोई हेरा- फेरी नहीं कर सके इसकों लेकर विभाग ने सभी प्राचार्यो को आदेश दिया है कि संबंधित संभागायुक्त और कलेक्टर को महाविद्यालय में चल रही गतिविधियों से अवगत कराए। कमिश्नर और कलेक्टर को जानकारी नहीं देने पर संबंधित प्राचार्य के खिलाफ विभाग एक्शन भी लेगा।

*उच्च शिक्षा लौटेगी पटरी पर-* 

इस व्यवस्था के लागू होने से उच्च शिक्षा पटरी पर लौटेगी। छात्रों ने बताया कि साथर्क एप उपस्थिती पूरी तरह से सही है। छात्रों ने बताया कि अगर सही मायने में उच्च शिक्षा व्यवस्था को विभाग पटरी पर लाना चाहता है कि प्राध्यापकों को क्लास रूम से एक फोटो विभाग को भेजने की व्यवस्था लागू कर देना चाहिए।