इंदौर से अनिल शुक्ला की रिपोर्ट
Indore : सरवटे बस स्टैंड का काम पूरा हो गया। अब इस इलाके के व्यापारियों को बस स्टैंड शुरू होने का इंतजार है। नए भवन के निर्माण की वजह से ढाई साल से बंद पड़े बस स्टैंड के कारण होटल, लॉज और रेस्टोरेंट सहित सारा कारोबार घटकर 20 से 25 फीसदी रह गया। व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है। मंदी के कारण कई के कारोबार बन्द भी हो गए है।
नगर निगम ने सरवटे बस स्टैंड के इस नए भवन का निर्माण किया है। भवन के निर्माण की वजह से करीब ढाई साल से बंद बस स्टैंड के साथ ही बसों का संचालन भी नहीं हो पा रहा था। बसों का संचालन और बस स्टैंड बन्द होने से सरवटे इलाके की रौनक भी गायब हो गई। जिस समय बस स्टैंड चालू था, उस दौरान 400 बसों का रोज संचालन होता था और हजारों यात्रियों का आनाजाना लगा रहता था। इलाके में दिन-रात रौनक बनी रहती थी। लेकिन, बस स्टैंड बंद होने से रौनक तो हवा हो गई, साथ ही करोबार भी चौपट हो गया है।
गौरतलब है कि सरवटे बस स्टैंड इलाके में ठहरने के लिए करीब 200 छोटी-बड़ी होटल और लॉज है। 40 से ज्यादा रेस्टोरेंट और भोजनालय है। जलपान सहित अन्य दुकानें भी बड़ी संख्या में दुकानें भी है। बस स्टैंड के चालू रहने के दौरान होटल-लॉज के फुल रहने के साथ ही रेस्टोरेंट, भोजनालय और अन्य करोबार भी बेहतर चलता था। हर दिन लाखों का कारोबार होता था।
सरवटे व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्यामलाल धाकड़ ने ‘मीडियावाला’ को बताया कि सरवटे बस स्टैंड बंद होने के बाद से कारोबार 20 से 25 फीसदी रह गया है। ढाई साल में व्यापारी करोडों का नुकसान झेल चुके है। घाटा और धंधा नहीं होने से रेस्टोरेंट, भोजनालय और अन्य अन्य कारोबार बंद होने लगे। धाकड़ का कहना है कि व्यापारियों को बस स्टैंड शुरू होने का इंतजार है। बसों का संचालन आरम्भ होते ही सरवटे इलाके की फिर से रौनक लौट आएगी।
नगर निगम के वरिष्ठ इंजीनियर और प्रोजेक्ट प्रभारी महेश शर्मा ने बताया कि सभी यात्री सुविधाओं से लैस सरवटे बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया है। नए साल में बस स्टैंड को चालू करने की तैयारी है। पुराना सरवटे बस स्टैंड भवन जर्जर और खतरनाक होने से नगर निगम ने नया भवन बनाया है। पहले चरण के निर्माण पर नगर निगम ने 14 करोड़ खर्च किए गए हैं।