शनि 30 वर्षों के उपरांत करेगा कुंभ राशि में प्रवेश, देगा अप्रत्याशित परिवर्तन
पंडित अरविंद तिवारी ज्योतिषाचार्य की रिपोर्ट
सूर्यपुत्र शनिदेव जो हर जातक के जीवन में अप्रत्याशित परिवर्तन लाते हैं. वे 29 अप्रैल को प्रातः 7:52 पर अपनी स्वयं की राशि मकर से अपनी एक अन्य स्वामित्व वाली राशि अधिक उम्र में प्रवेश करेंगे. उनका यह राशि पर गोचर लगभग ढाई वर्षो तक बना रहेगा जिसके चलते वह मकर, कुंभ और मीन राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव देंगे वही कर्क और वृश्चिक राशि पर अपने ढईया के प्रभाव को देते रहेंगे. शनि भारतवर्ष की कुंडली में कर्म स्थान के स्वामी हैं,अतः भारतवर्ष की अर्थव्यवस्था और भारतवर्ष की स्थिति को देश-दुनिया में मजबूत बनाएंगे वही पाकिस्तान चीन जैसे देशों पर शनि की अशुभ स्थिति बनी रहेगी. शनि का शुभ प्रभाव मेष राशि के जातकों को मिलेगा वही वृषभ राशि वाले जातकों के लिए शुभ फल कार्य होंगे.
सिंह राशि वाले जातकों को मानसिक तनाव देंगे। कन्या राशि वाले जातकों के लिए आनेवाले ढाई साल बेहद शुभ साबित होंगे वही तुला राशि के ऊपर से भी शनि का अशुभ प्रभाव दूर होगा। वृश्चिक राशि के ऊपर शनि का ढैया प्रारंभ होगा। धनु राशि के ऊपर से शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव दूर होगा। मकर राशि के लिए शुभ साबित होगा।कुंभ राशि के लिए शुभ रहेगा। वही मीन राशि वाले जातकों के लिए इसका अशुभ प्रभाव प्रारंभ होगा.