

Save Soil Campaign : मल्टीप्लायर तकनीक में ‘मिट्टी बचाओं अभियान’ से बढ़ रहा फसलों का उत्पादन!
मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट
Manawar (Dhar) : क्षेत्र में किसानों का रुझान लगातार आर्गेनिक खेती की ओर बढ़ रहा है। कई किसान अपने खेतों में मल्टीप्लायर तकनीक से सब्जियों और फसलों का उत्पादन बढ़ा रहे हैं। इस संबंध में आर्गेनिक खेती के विशेषज्ञ पन्नालाल वास्केल ने कई किसानों को इस तकनीक से उत्पादन बढ़ाने में सहयोग किया है। उन्होंने क्षेत्र में ‘मिट्टी बचाओ अभियान’ की शुरुआत करते हुए कई किसानों को रासायनिक खाद से दूरी बनाकर आर्गेनिक खेती की ओर प्रेरित किया है। ग्राम जहेडी़ के किसान कान्हा राठौर ने बताया कि आर्गेनिक खेती में मल्टीप्लायर तकनीक से उन्होंने ने टमाटर का भरपूर उत्पादन किया। इससे रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं के खर्चे में 50% की बचत हुई है।
इतना ही नहीं पौधों की ग्रोथ भी बेहतर होने के साथ गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। इससे उन्हें बाजार में भाव भी अच्छे मिल रहे हैं। आर्गेनिक खेती के विशेषज्ञ पन्नालाल वास्केल ने मल्टीप्लायर तकनीक के संबंध में विस्तार से बताया कि हम खेती में भी गुणांक पद्धति से कार्य कर रहे हैं। हमने मिट्टी बचाओं अभियान के तहत किसानों को रासायनिक खाद का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करने की सलाह दी है। क्योंकि इससे खेती की उर्वरा शक्ति ख़त्म हो गई है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1968 तक दस ग्राम मिट्टी में दस करोड़ जीवाणु होते थे, उसके बाद यूरिया और अन्य रासायनिक खाद से खेती बंजर होने लगी है। जैविक खेती के लिए गोबर खाद मिलना भी कम हो गया है। क्योंकि लोगों का पशुओं को पालना कम होता जा रहा है। वास्केल ने बताया कि किसान मित्र केंचुआ जो खेत की मिट्टी को उलट पलट करता था, वह भी खेती में रासायनिक खाद की बढ़ती मात्रा से समाप्त हो गया है। इसीलिए हमारा प्रयास है कि सबसे पहले खेती की मिट्टी को बचाया जाए।