5 साल पुराने अंधे कत्ल का खुलासा, पटवारी पति ही निकला पत्नी का हत्य़ारा
छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: पुलिस ने 5 साल पुराने अंधे कत्ल का खुलासा कर हत्यारे पटवारी पति और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। जहां उसने अपनी ही पत्नी की हत्य़ा कर उसके हाथ-पैर बंधकर अर्धनग्न हालत मे रेलवे पटरी के पास बनी तलैया में फेंक दिया था। जहां अब सिविल लाईन पुलिस ने आरोपी राकेश अहिरवार और उसके साथी प्रभुदयाल अहिरवार गिरफ्तार किया है
● *यह है पूरा मामला..*
सिविल लाईन पुलिस ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व दिनांक 11.09.2018 के दोपहर करीबन 12 बजे सनमति स्कूल के पास रेलवे पटरी के पीछे पानी से भरी तलैया में हाथ-पैर बंधी अर्धनग्न हालात मे अज्ञात महिला की लाश मिली थी जसमें रिपोर्ट पर सिविल लाईन थाना में धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया था।
● *DNA रिपोर्ट में पहचान..*
मामले में अज्ञात लाश व अज्ञात आरोपी होने से पुलिस ने जांच में पाया कि उक्त अज्ञात शव पेक्टक टाउन निवासी कमलेश अहिरवार (पति- राकेश अहिरवार जो कि पटवारी भी है) का है जिसके शव की शिनाख्त के लिये राकेश अहिरवार से कराई गई जिसने पुलिस को शुराआती दौर से गुमराह करते हुए शव को पहचानने से इन्कार किया और पुलिस को शव के अज्ञात होने की गुत्थी में उलझा कर रखा। इस दौरान मृतिका का DNA परीक्षण कराया गया जिसमें कि अज्ञात शव की पहचना कमलेश पति राकेश अहिरवार के रूप में हुई।
*●5 सालों से था मामला लंबित..*
मामला सितम्बर 2022 तक लंबित रहा। पर हाल ही में छतरपुर SP सचिन शर्मा के निर्देशन में सिविल लाईन थाना प्रभारी कमलेश साहू और पुलिस टीम ने मामले में जांच करते हुए साक्ष्यों के आधार पर मृतिका कमलेश अहिरवार के पति राकेश अहिरवार (जो वर्तमान में पटवारी है) को भोपाल से गिरफ्तार किया है। पूछताछ करने पर राकेश अहिरवार ने अपने साथी प्रभुदयाल अहिरवार एंव एक अन्य साथी के साथ मिलकर पत्नी कमलेश की हत्या करना स्वीकारा और बताया कि उसने इंडिका विस्टा गाड़ी नंबर MP16C6270 से पत्नी को ले जाकर उसके हाथ-पांव बांधकर घर के आगे ही सनमती स्कूल के पास रेलवे पुलिया के पास पानी से भरी तलैया में 9 और 10 सितंबर 2018 की रात में फेंककर निर्मम हत्या कर दी थी।
● *यह थी हत्या की वजह..*
पुलिस ने बताया कि आरोपी राकेश अहिरवार खुले मिजाज का व्यक्ति था जिससे उसकी पत्नी कमलेश अहिरवार उसके चरित्र को लेकर शक करती थी। इसी शक के कारण दोनों में लगातार वाद विवाद होते रहते थे। इसी के चलते राकेश अपनी पत्नी कमलेश अहिरवार को पेप्टिक टाउन कालोनी में अकेले रहने के लिये छोड दिया था। फिर भी उसकी पत्नी उसके अम्बेडकर नगर वाले घर पर समय-समय पर आती रहती थी। कमलेश अहिरवार का केवल अपने पति और घरवालों से विवाद रहता था। राकेश इन्हीं विवादों से तंग होकर अपनी पत्नी से पीछा छुड़ाना चाहता था। घटना के दिन भी कमलेश अहिरवार पूर्व की तरह अम्बेडकर नगर अपने पति के घर पर आई थी और उसका विवाद हुआ था और इसी विवाद के चलते आरोपी राकेश अहिरवार ने अपने साथियो के साथ मिलकर कमलेश को गाड़ी मे डालकर हाथ-पैर बांधकर जिंदा तलैया में फेंक कर हत्या कर दी।
● *पुलिस को करता रहा गुमराह..*
पुलिस के मुताबिक आऱोपी राकेश अहिरवार पुलिस को गुमराह करने के आशय से कभी भी न ही मृतिका और उसके शव के फोटोग्राफ की पहचान की गई। आरोपी बहुत शातिर चालाक था। उसकी हत्या अज्ञात में ही बनी रहे इसलिये उसने योजनाबध्द तरीके से थाना ओरछा रोड में मृतिका कमलेश की गुमशुदगी मृतिका की हत्या के 15-16 दिन बाद दर्ज कराई थी।
● *5 साल बाद हुआ खुलासा..*
मामले में सिविल लाईन पुलिस ने 5 साल से हत्या की अनसुलझी गुत्थी को गंभीरता से लेते हुए विवेचना प्रारंभ की तो बहुत ही महत्तवपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए और सिविल लाईन पुलिस ने इन्हीं साक्ष्यों के आधार पर अंन्धे कत्ल का खुलासा किया और मामले के आरोपियों को गिरफ्तार किया।
● *इनका रहा महत्वपूर्ण सहयोग..*
पुलिस की यह कार्यवाही SP सचिन शर्मा के निर्देशन और सतत निगरानी मे की गई। जिसमें थाना प्रभारी सिविल लाईन निरीक्षक कमलेश साहू, SI राकेश तिवारी, SI वीरेन्द्र कुमार, SI माधवी अगनीहोत्री, ASI कमला, सुशीला, रामस्वरूप राजपूत, प्रधान आरक्षक ब्रजेन्द्र गुप्ता, प्रधान आरक्षक हरचरण, जय बेदी, आरक्षक नित्य प्रकाश पटैल, धर्मेन्द्र सरवैया, चन्द्रप्रशेखर प्रजापति, महिला आरक्षक रानू व सायबर प्रधान आरक्षक किशोर और संदीप की महत्तवपूर्ण भूमिका रही है।