Scindia is Unreliable in BJP : सिंधिया की भूमिका पर जयवर्धन ने कहा ‘उनके प्रदेश में ही भावी भूमिका संदिग्ध!’

अपने समर्थकों को भी वे टिकट दिला पाएंगे या नहीं ये बात भी दावे से नहीं कही जा सकती!

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Scindia is Unreliable in BJP : सिंधिया की भूमिका पर जयवर्धन ने कहा 'उनके प्रदेश में ही भावी भूमिका संदिग्ध!'

Scindia is Unreliable in BJP : सिंधिया की भूमिका पर जयवर्धन ने कहा ‘उनके प्रदेश में ही भावी भूमिका संदिग्ध!’

Indore : कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सिंधिया की उनके प्रदेश में ही भावी भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि यह बात भी संदेह के घेरे में है कि सिंधिया के साथ भाजपा में आने वाले उनके समर्थकों को विधानसभा चुनाव में फिर भाजपा का टिकट मिलेगा भी या नहीं!

ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण कमलनाथ सरकार 20 मार्च 2020 को गिर गई थी। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार लौट आई थी।

कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे जयवर्धन सिंह ने इंदौर में मीडिया से कहा कि जिस भाजपा ने सिंधिया को 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी परंपरागत गुना सीट पर हराया, वह पाला बदल कर उसी पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि सिंधिया अब केंद्र में भाजपा सरकार में मंत्री और राज्यसभा के सदस्य हैं। उनकी मध्य प्रदेश में आगे क्या भूमिका रहेगी, यह बात संदिग्ध है! जयवर्धन ने ये भी कहा कि वैसे सिंधिया की प्राथमिकता रहेगी कि उनके साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद विधायक और मंत्री बने उनके समर्थकों को विधानसभा चुनावों में फिर टिकट मिल जाए।

लेकिन, वे अपने समर्थकों को टिकट दिला पाएंगे या नहीं ये बात अभी संदिग्ध है। क्योंकि, भाजपा हमेशा चुनाव में बहुत सारे बदलाव करती है। इसलिए यह बात भी संदिग्ध है कि अगले विधानसभा चुनाव में सिंधिया के समर्थकों को इस पार्टी का टिकट दोबारा मिल सकेगा या नहीं! जयवर्धन ने इन अटकलों को खारिज किया कि उनके पिता दिग्विजय सिंह ने सिंधिया के कांग्रेस में रहने के दौरान हमेशा उनकी आवाज दबाने की कोशिश की, ताकि वे प्रदेश की राजनीति में अपने बेटे (यानी जयवर्धन) को आगे बढ़ा सकें।

उन्होंने कहा कि क्या सिंधिया इतने कमजोर हैं कि मैं उन्हें दबा सकता हूं? वे कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं। कांग्रेस की सरकार में मंत्री भी रहे हैं। जब सिंधिया कांग्रेस में थे, तब राहुल गांधी पार्टी की हर सभा में कमलनाथ के बाद सिंधिया का ही नाम लेते थे। सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने का कारण पूछे जाने पर जयवर्धन ने कहा कि कांग्रेस में रहने के दौरान सिंधिया को पूरा सम्मान दिया गया था। लेकिन, लगता है कि वे पिछले लोकसभा चुनाव में गुना सीट से अपनी हार का झटका नहीं झेल सके और उसी पार्टी में शामिल हो गए जिसने उन्हें हराया था।