
Mumbai के आलीशान होटल में ‘सीक्रेट चैप्टर’: फडणवीस और आदित्य ठाकरे की गुप्त मुलाकात से सियासत में उबाल
Mumbai: महाराष्ट्र की राजनीति में जितनी हलचल न्यूज चैनलों की ब्रेकिंग में नहीं, उससे कहीं ज्यादा बांद्रा के सोफिटेल होटल के कैफेटेरिया में देखने को मिली। आदित्य ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस, दोनों अलग-अलग कार्यक्रमों के लिए पहुंचे, लेकिन चार घंटे एक ही होटल में बिताने की खबर ने हर फोन और फाइल में तूफान ला दिया। सबसे पहले पहुंचे आदित्य, फिर उनके लगभग घंटेभर बाद आ गए फडणवीस और दोनों को एक ही कैफेटेरिया में घंटों साथ देखा गया। अचानक यह सवाल उठने लगा- महज संयोग, या सियासी कहानी का नया चैप्टर खुलने वाला है….?
सियासत के गलियारों में खुसर पुसर बढ़ गई, जब आदित्य ठाकरे ने बिना नाम लिए शिंदे कैंप को चुटकी में उड़ा दिया- “अब खबर देखकर कोई अपने गांव जाएगा… जो चल रहा है, वो चलने दो।”

इस मुलाकात की आंच तब और तेज़ हुई, जब याद आया फडणवीस का सदन में दिया ताजा बयान- “2029 तक हमारे पास विपक्ष में जाने की कोई गुंजाइश नहीं है, लेकिन आपके पास यहां आने की पूरी गुंजाइश है!” उनके इस तंज पर सदन ठहाकों से गूंज उठा। अब अटकलों को फिर पंख लग गए कि महाराष्ट्र की राजनीति में गठबंधन की कोई नई गुफ्तगू तो नहीं हो रही या फिर ये बस पानी में उठती हल्की लहरें हैं।
राजनीतिक चर्चाओं में एक बार फिर वही सवाल लौट आया- क्या इन ‘सीक्रेट’ मुलाकातों से महाराष्ट्र में सत्ता का समीकरण बदल सकता है, या फिर यह गर्मियों में सियासी चर्चा का ताजा स्वाद है…?
क्या लगता है, ये मीटिंग वाकई सियासत की बुर्ज खलिफा बनने जा रही है या कहानी वहीं की वहीं रहेगी….?




