महिला ने टूटी पटरी देख अपनी सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से बचाया,150 लोगों की जान बची

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महिला ने टूटी पटरी देख अपनी सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से बचाया,150 लोगों की जान बची

उत्तर प्रदेश की एक बहादुर महिला के बारे में आपको बता रहे हैं। एटा की रहने वाली 73 वर्षीय बुजुर्ग महिला ओमवती की कहानी जानकर आप उनको सलाम करेंगे। इस महिला ने 31 मार्च 2022 को एक पैसेंजर ट्रेन को हादसे का शिकार होने से बचा लिया था। ट्रेन एटा शहर से आगरा के लिए रवाना हुई थी। ओमवती ने अवागढ़ ब्लॉक क्षेत्र के गांव नगला गुलरिया के पास रेल की टूटी पटरी देखी। खतरा भांपकर बहादुर महिला ने सूझबूझ से बड़ा हादसा बचा लिया। ओमवती ने देखा कि सामने से ट्रेन आ रही है।

चालक को दूर से हो गया था खतरे का अहसास

ओमवती ने लाल साड़ी पहनी हुई थी। उन्होंने साड़ी को उतारकर ट्रैक के बीचोंबीच बांध दिया। रेलवे चालक ने दूर से ही साड़ी को देख अंदाजा लगा लिया कि कुछ गड़बड़ है। इसके बाद चालक ने इशारे को समझते हुए ट्रेन को रोक दिया। नीचे उतरकर चालक ने महिला से ट्रेन रुकवाने की वजह पूछी। ओमवती ने पटरी टूटी होने की बात बताई। इसके बाद चालक ने सूचना रेलवे के अधिकारियों को दी। मौके पर रेलवे के कर्मचारी पहुंचे और पटरी को ठीक किया।

 

खेत में जा रही थी महिला

ट्रेन सुबह लगभग 8 बजकर 20 मिनट पर गुलरिया गांव पहुंची थी। इस दौरान ओमवती अपने खेत में जा रही थी। अवागढ़ से आ रही ट्रेन को रुकवाने के लिए उन्होंने अपनी साड़ी उतारकर ट्रैक पर बांध दी थी। ट्रेन में लगभग 150 लोग सवार थे। अगर ट्रेन को नहीं रोका जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। ट्रेन रुकने के बाद सभी यात्रियों ने बहादुर महिला के जज्बे को सलाम किया। रेलवे कर्मचारियों के अनुसार एटा रेलवे स्टेशन से 150 यात्री टिकट लेकर आगरा रवाना हुए थे। रेल चालक ने इनाम के तौर पर महिला को 100 रुपये का नोट दिया। ट्रेन आधा घंटा रुकी रही, इसके बाद पटरी ठीक होने के बाद आगरा के लिए रवाना हुई। प्रयागराज रेलवे मंडल के अधिकारियों ने भी महिला के साहस और बहादुरी की जमकर प्रशंसा की थी।