Senior Official’s Pain: कहीं फोन नहीं उठाते तो कहीं बिना अनुमति कार्यक्षेत्र से बाहर चले जाते है मातहत अफसर
भोपाल:एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री वीडियो काफ्रेसिंग में प्रदेश के कलेक्टरो पुलिस अधीक्षकों को चेता रहे है कि वे अपना काम सुधार ले वर्ना छह जनवरी से पुअर परफारमेंस वाले अफसरों को हटाने की कार्यवाही की जाएगी वहीं प्रदेश के सरकारी विभागों में आईएएस और वरिष्ठ अफसरों का दर्द यह है कि कहीं उनके मातहत कर्मचारी उनका फोन नहीं उठाते तो कहीं बिना अनुमति के कार्यक्षेत्र से बाहर चले जाते है ऐसे में उच्च स्तर से मांगी गई जानकारी समय पर न दे पाने के कारण उन्हें अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश के कलेक्टर और एसपी को वीसी के दौरान संदेश दिया है कि प्रदेश में खाद वितरण, कानून व्यवस्था, डीजे लाउडस्पीकर पर लगाम जैसे मामलों में जो कलेक्टर एसपी अच्छा काम नहीं करेंगे उन्हें छह जनवरी से बदलना शुरु किया जाएगा। वहीं प्रदेश के विभागाध्यक्ष कार्यालयों में भी हालात खराब है। पिछले दिनों राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने 18 नवंबर को अपने मातहतों को पत्र लिखकर कहा था कि मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, स्कूल शिक्षा मंत्री, सचिव स्कूल शिक्षा सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भी उनसे विभागीय गतिविधियों के सुचारु सचांलन को लेकर चर्चा करते है। इन चर्चाओं के लिए संबंधित गििवधि के संचालन की वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के लिए संबंधित कक्ष नियंत्रक और समन्वयकों को उनके द्वारा फोन लगाया जाता है तो वे काल रिसीव भी नहीं करते और अपने मोबाइल बंद रखते है। यह काफी खेदजनक है उन्होंने अपने अधीनस्थों को चेतावनी दी थी कि उन्हें जानकारियां देने में सहयोग करे वर्ना लापवरवाही करने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
ठीक इसी तरह का मामला लोक निर्माण विभाग में सामने आया है। विभाग के उपसचिव एआर सिंह ने प्रमुख अभियंता, मुख्य अभियंता और सभी अधीक्षण यंत्री और कार्यपालन यंत्रियों को पत्र लिखकर बिना वरिष्ठ अधिकारी की पूर्व अनुमति लिए मुख्यालय छोड़ने वाले अफसरों पर अपनी नाराजगी का इजहार करते हुए आगे ऐसे मामलों मेें कार्यवाही करने की चेतावनी दी है।
उन्होंने अपने मैदानी अफसरों को पत्र लिखकर कहा है कि प्राय: यह देखने में आ रहा है कि विभाग में कार्यरत अधिकारी बिना अनुमति के भोपाल में एवं अपने कार्यक्षेत्र से बाहर चले जाते है जिससे शासकीय कार्य प्रभावित होता है साथ ही शासन द्वारा वांछित जानकारी निर्धारित समयसीमा में प्राप्त न होंने से अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वरिष्ठ अधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे।
इनसे अनुमति लेने के बाद ही मुख्यालय छोड़ेंगे-कार्यपालन यंत्री अपने कलेक्टर से अनुमति प्राप्त कर अधीक्षण यंत्री को व अधीक्षण यंत्री अपने कमिश्नर से अनुमति प्राप्त कर मुख्य अभियंता को एवं मुख्य अभियंता प्रमुख अभियंता से अनुमति प्राप्त कर शासन को सूचित करेंगे तथा प्रमुख अभियंता शासन से अनुमति प्राप्त करेंगे। इन आदेशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित के निर्देश उन्होंने दिए है।