मध्यप्रदेश के लिए तोहफों का दिन है 17 सितंबर …

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17 सितंबर 2022 की तारीख मध्यप्रदेश के इतिहास में कई तोहफों के रूप में दर्ज होने वाली है। सबसे खास बात यह है कि इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जन्मदिन मध्यप्रदेश में मनाएंगे। आजादी के बाद 17 सितंबर 1950 को जन्मे मोदी 72 वर्ष की यात्रा पूरी करने की खुशियां मध्यप्रदेश के कुनो-पालपुर नेशनल पार्क में अफ्रीकन चीतों को प्रदेश को समर्पित कर मनाएंगे। तो अफ्रीकन चीतों का कुनो-पालपुर आना भी इतिहास में दर्ज हो रहा है। तो मध्यप्रदेश के इतिहास में दर्ज हो रहा है कृषि मंत्री कमल पटेल का वह नवाचार, जिसे उन्होंने हरदा जिले में “आपकी समस्या का हल आपके घर अभियान” के रूप में शुरू किया था।

मध्यप्रदेश के लिए तोहफों का दिन है 17 सितंबर ...

हरदा जिले में इसकी लोकप्रियता का परिणाम कमल पटेल से जानकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मन को यह नवाचार भा गया। अब इसका नाम “मुख्यमंत्री सेवा प्रदाय योजना” होगा और 17 सितंबर को मुख्यमंत्री इसे पूरे प्रदेश में लागू करेंगे। तो मध्यप्रदेश के लिए 17 सितंबर एक नहीं, बल्कि कई तोहफे लेकर आ रहा है। तो अफ्रीकन चीतों के साथ 17 सितंबर इसलिए भी याद किया जाएगा कि यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहता तो कुनो-पालपुर पार्क में गिर के शेरों की धमाचौकड़ी देख पर्यटक फूले न समाते। पर यह तभी संभव था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रजामंदी हो पाती। आशा से आसमान टिका है तो अभी भी उम्मीद कायम रखते हैं कि मोदी सरप्राइज गिफ्ट के तौर पर यह मुराद पूरी होने की घोषणा कर अपने जन्मदिन को मध्यप्रदेश का स्वर्णिम अध्याय ही बना दें। हालांकि यह सोच सिर्फ दिन में तारे गिनने जैसी ही मानी जा सकती है। पर यह बात भी सच है कि “मोदी है तो मुमकिन है” की पार्टी की मान्यता इस उम्मीद पर भी खरी उतर सकती है और कुनो-पालपुर जैसी कोई दूसरी व्यवस्था भी करने को मध्यप्रदेश आनन-फानन में तैयार हो जाएगा।

मध्यप्रदेश के लिए तोहफों का दिन है 17 सितंबर ...

तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ कर दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके जन्म दिवस 17 सितंबर को कूनो पधारेंगे। इसी दिन दक्षिण अफ्रीका से आ रहे चीतों का कूनो राष्ट्रीय उद्यान में  प्रवेश होगा। और प्रधानमंत्री मोदी, कराहल श्योपुर में महिला स्व सहायता समूह के सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। यह मोदी का कुनो-पालपुर से स्थायी नाता बनने वाला है। गिर के शेर नहीं दे पाए तो कोई बात नहीं, लेकिन अफ्रीकन चीतों के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश के साक्षी बनना और वह भी अपने जन्मदिन के अवसर पर निश्चित तौर से प्रदेश के लिए दो बड़े खास तोहफे हैं। वही कृषि मंत्री कमल पटेल को यदि नवाचार ब्रांड एंबेसडर माना जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं।


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पिछले साल प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना देश को समर्पित करने का संयोग भी कमल पटेल से जुड़ा था। उस दिन कमल पटेल का जन्मदिन था और मोदी के देश की सक्रिय राजनीति के बीस साल पूरे हुए थे। हरदा में आयोजित कार्यक्रम को मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया था और पटेल को जन्मदिन की बधाई दी थी। स्वामित्व योजना को भी पटेल ने नवाचार के तौर पर हरदा जिले में शुरू किया था। तो इस बार भी संयोग है कि मोदी का जन्मदिन है और पटेल के नवाचार को मुख्यमंत्री प्रदेश को समर्पित करेंगे। हो सकता है पटेल को इस बार मंच पर मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने का अवसर मिल जाए। पर प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ आबादी को मुख्यमंत्री सेवा प्रदाय योजना एक बड़ी सौगात होगी।

मध्यप्रदेश के लिए तोहफों का दिन है 17 सितंबर ...

तो प्रदेश भाजपा संगठन और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने यह पहले ही साफ कर दिया है कि मोदी के जन्मदिन को भाजपा पखवाड़े भर सेवाकार्य संपन्न कर मनाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक भारतीय जनता पार्टी सेवा पखवाड़ा के रूप में मनायेगी। इस दौरान प्रदेश भर में रचनात्मक एवं सेवा कार्यो के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चित्र प्रदर्शनी प्रदेश एवं जिला स्तर पर लगायी जायेगी। तो सौगातों के साथ मध्यप्रदेश में 17 सितंबर की तारीख इतिहास में दर्ज होगी। मलाल बस यही रहेगा कि काश गिर के शेर कुनो राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश करते और मोदी अपने जन्मदिन पर उस स्वर्णिम पल के साक्षी बनते…जब गुजरात और मध्यप्रदेश का गहरा नाता जीवनभर की खुशियों में तब्दील होता।