
Serious allegations PhD scholar against MP: मेरी पूरी दुनिया उजड़ गई,डॉ. रोहिणी ने नगीना सांसद चंद्रशेखर पर लगाएं गंभीर आरोप
New Delhi-Indore:इंदौर निवासी और Switzerland में शोधरत PhD Scholar डॉ. रोहिणी घावरी ने नगीना से सांसद और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद पर भावनात्मक व यौन शोषण तथा धोखे के गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहिणी ने कहा कि भरोसा कर उन्होंने अपना जीवन दांव पर लगा दिया और अब न्याय की उम्मीद में वह राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) और अन्य संस्थानों तक पहुंची हैं। इस पूरे मामले ने राजनीतिक हलकों से लेकर महिला अधिकार समूहों तक हलचल मचा दी है।
**पीड़िता का आरोप-
मेरी जवानी बर्बाद की**
डॉ. रोहिणी का कहना है कि सांसद चंद्रशेखर से रिश्तों में उन्होंने धोखा और मानसिक प्रताड़ना झेली। उनका दावा है कि उन्हें विवाह का झांसा दिया गया लेकिन वादे पूरे नहीं हुए। रोहिणी ने कहा कि इस टूटन और अवसाद में उन्होंने दो बार आत्महत्या करने की कोशिश भी की। सोशल मीडिया पोस्ट और वीडियो संदेशों में उन्होंने कहा- “मेरी पूरी दुनिया उजड़ गई, अब मारकर मरूंगी। मेरी जवानी बर्बाद हो गई।”

**परिवार की प्रतिक्रिया- न्याय न मिला तो बड़ा कदम**
पीड़िता के परिवार ने भी खुलकर आरोपों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई बार पुलिस, पीएमओ और आयोगों से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई। परिवार का कहना है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला तो वे संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने जैसे बड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे।
**महिला आयोग और जांच की स्थिति**
डॉ. रोहिणी ने अपनी शिकायत राष्ट्रीय महिला आयोग और राज्य महिला आयोग तक भेजी है। आयोग ने मामले को गंभीरता से लेने की बात कही है और आगे जांच प्रक्रिया में सहयोग का आश्वासन दिया है। हालांकि अभी तक किसी थाने में दर्ज एफआईआर या कोर्ट में औपचारिक केस के दस्तावेज सार्वजनिक नहीं हुए हैं। यानी जांच प्रारंभिक स्तर पर है और आधिकारिक निष्कर्ष सामने आना बाकी है।

**सांसद चंद्रशेखर और पार्टी का पक्ष**
सांसद चंद्रशेखर आज़ाद और उनकी पार्टी ने इन आरोपों को नकार दिया है। समर्थकों का कहना है कि यह राजनीतिक साजिश है और बिना सबूत के एक जनप्रतिनिधि की छवि खराब की जा रही है। पार्टी नेताओं ने कहा है कि वे कानून के दायरे में हर सवाल का जवाब देंगे और सच सामने आएगा।
**राजनीतिक और सामाजिक असर**
यह मामला केवल एक व्यक्तिगत विवाद तक सीमित नहीं रहा बल्कि महिलाओं की सुरक्षा, राजनीतिक शक्ति के दुरुपयोग और जवाबदेही जैसे सवालों को भी खड़ा कर रहा है। महिला अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि आरोप सही साबित होते हैं तो दोषी पर कड़ी कार्रवाई ज़रूरी है। वहीं, राजनीतिक हलकों में इस पर तीखी बहस छिड़ गई है।
**घटनाक्रम की Timeline**
– 2022-23: डॉ. रोहिणी और चंद्रशेखर के बीच संपर्क और करीबी संबंधों की शुरुआत।
– 2023-24: पीड़िता के अनुसार, उन्हें विवाह का आश्वासन दिया गया लेकिन समय बीतने के साथ रिश्ते बिगड़े।
– “मेरी पूरी दुनिया उजड़ गई” पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी ने नगीना सांसद चंद्रशेखर पर गंभीर आरोप लगाए, महिला आयोग में शिकायत





