कौशल किशोर चतुर्वेदी की विशेष रिपोर्ट
शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को एक बार फिर साबित कर दिया कि वह और उनके नेतृत्व में प्रदेश में हो रही तरक्की का मुरीद देश भी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी। पीएम स्वामित्व योजना के कार्यक्रम से मोदी भले ही वर्चुअली जुड़े हों लेकिन जिस जीवंतता के साथ उन्होंने शिव के राज में प्रदेश में हो रहे कामों की मुक्त कंठ से सराहना की और स्वामित्व योजना में अग्रणी हरदा जिले के हजारों किसानों की मौजूदगी में कृषि मंत्री कमल पटेल को जन्मदिन की बधाई दी, उससे यह साबित हो गया कि मोदी को शिव भी प्रिय है, कमल से भी प्यार है और प्रदेश को भी मॉडल स्टेट की नजर से वह देखते हैं।
यह भी अजब संयोग है कि एमपी गजब है कहने वाले मोदी सक्रिय राजनीति के बीस साल पूरे करने पर मध्यप्रदेश से ही कनेक्ट हुए और शिव ने ही उनकी ऐतिहासिक पारी का जिक्र भी किया और शुभकामनाएं देते हुए हजारों किसानों से मोदी जिंदाबाद के नारे भी पूरे जोश खरोश के साथ लगवाए। किसानों ने स्वामित्व योजना लागू करने के लिए मोदी को धन्यवाद भी दिया और किसान पवन ने तो उन्हें हरदा आने का न्यौता भी दे दिया।
निश्चित तौर से 6 अक्टूबर का दिन स्वामित्व योजना के जरिए देश के गांवों को आर्थिक आज़ादी दिलाने का दावा करते ऐतिहासिक दिन बन गया तो बीस बरस सक्रिय राजनीति के पूरे होने के लिए यह दिन मोदी के लिए भी ऐतिहासिक बना,
मध्यप्रदेश को विकास की सराहना के हकदार शिवराज के लिए भी ऐतिहासिक दिन बना तो कृषि मंत्री कमल पटेल के लिए हरदा जिले को मिले गौरव और जन्मदिन की प्रधानमंत्री से मिली बधाई के लिए भी यह दिन उनके लिए खास तौर से ऐतिहासिक बन गया। मोदी के शब्दों में दोहराएं तो मध्यप्रदेश देश का गौरव तो है ही, पर मध्यप्रदेश सभी को गौरवान्वित होने का मौका भी देता है…यह भी हरदा में हुए कार्यक्रम में 6 अक्टूबर को साबित हो गया।
देश के लिए यह दिन क्यों ऐतिहासिक था? यह मोदी ने बताया कि स्वामित्व योजना, सिर्फ कानूनी दस्तावेज़ देने की योजनाभर नहीं है, बल्कि ये आधुनिक टेक्नॉलॉजी से देश के गांवों में विकास और विश्वास का नया मंत्र भी है। ये जो ‘गांव-मोहल्ले में उड़न खटोला’ उड़ रहा है, ये जो ड्रोन उड़ रहा है, वो भारत के गांवों को नई उड़ान देने वाला है। उम्मीद है कि गांवों के लिए यह योजना वरदान साबित होगी।
मोदी ने खुद बताया कि उनके लिए यह दिन क्यों ऐतिहासिक था? मोदी ने कहा कि आज मुझे लोगों की सेवा करते हुए 20 साल पूरे हो रहे हैं। मैं जब पहली बार मुख्यमंत्री बना तो उसके बाद पहला कार्यक्रम गरीब कल्याण मेला था। आज 20वें वर्ष के आखरी दिन भी मैं गरीबों के लिए आयोजित कार्यक्रम में जुड़ा हूं।
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2001 को मोदी सक्रिय राजनीति की शुरुआत करते हुए सीधे गुजरात के सीएम बने थे। वह चार बार गुजरात के सीएम बने और मई 2014 में देश के प्रधानमंत्री बन गए। इस तरह 6 अक्टूबर को वह अद्भुत राजयोग के साथ राज करते हुए करीब 13 साल गुजरात के सीएम रहे और सात साल से ज्यादा समय उन्हें देश का पीएम बने हो गए।
पीएममोदी मुस्करा रहे थे या नहीं लेकिन वह गर्वित जरूर नजर आ रहे थे, जब उनके शब्द बयां कर रहे थे कि यह दिन शिवराज और मध्यप्रदेश के लिए क्यों ऐतिहासिक है? मोदी ने कहा कि शिवराज के नेतृत्व में एमपी लैंड डिजिटाइजेशन के मामले में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। चाहे डिजिटल रिकॉर्ड का दायरा बढ़ाना हो या फिर रिकॉर्ड की क्वालिटी हो। मध्यप्रदेश प्रशंसनीय कार्य कर रहा है।
तो जिस नर्मदांचल में स्वामित्व योजना पली-बढी, वहां के हजारों किसानों की मौजूदगी में मोदी ने दावा भी किया कि स्वामित्व योजना सिर्फ कानूनी दस्तावेज देने की योजना नहीं है। बल्कि यह आधुनिक टेक्नालॉजी से देश के गांवो में विकास और विश्वास का नया मंत्र भी है। तो मध्यप्रदेश के मोदी मुरीद क्यों हैं और क्यों शिव सीएम की चौथी पारी के हकदार थे, यह भी मोदी की प्रशंसा में शामिल था। मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में योजना को जमीन पर उतारने के लिए दिन-रात एक कर दिया जाता है, मुझे यह देखकर संतोष होता है, अत्यंत प्रसन्नता होती है।
मध्यप्रदेश ने अपने चित परिचित अंदाज में बहुत तेजी से काम किया है। मध्यप्रदेश बधाई का पात्र है, आज मप्र के 3 हजार गांवो के 1 लाख 70 हजार से अधिक लोगों को प्रापर्टी कार्ड मिला है। जिस तरह से मप्र आगे बढ़ रहा है, मुझे उम्मीद है कि लोगों को जल्द ही अधिकार अभिलेख मिल जाएगा। यह निश्चित तौर पर सार्वजनिक मंच से मोदी द्वारा शिवराज की तारीफ ही नहीं थी बल्कि मोदी ने शिवराज के आलोचकों पर खुलकर तंज भी कसा था।
कृषि मंत्री कमल पटेल के लिए यह दिन क्यों ऐतिहासिक था? मोदी ने हरदा में संपन्न हो रहे कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होकर भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि हजारों की संख्या में गांवों से जुड़े भाईयों और बहनों…सबसे पहले भाई कमल का आज जन्मदिन भी है। मेरी तरफ से उन्हें बहुत बहुत शुभकामनाएं।
अब हम टीवी पर तो देखते ही हैं, एमपी है तो गजब है। एमपी गजब तो है ही, एमपी देश का गौरव भी है। एमपी में गति भी है और एमपी में विकास की ललक भी है। कमल पटेल के लिए यह क्षण गौरवान्वित करने वाले थे और साठ बरस पूरे कर रहे कमल, मोदी और अपने क्षेत्र की हजारों जनता, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व सभी के प्रति कृतज्ञता का भाव प्रकट कर रहे थे।
उम्मीद यही है कि 6 अक्टूबर का दिन स्वामित्व योजना के गांव-गांव में दस्तक देने पर देश के 6 लाख गांवों के करोड़ों गांववासियों, किसानों और गरीबों के लिए खुशियों भरे अच्छे दिन लेकर आएगी और आर्थिक आज़ादी का इतिहास बनाएगी। संपत्ति के स्वामित्व के दस्तावेज किसानों को कर्ज के चंगुल में फंसाकर बेसहारा बनने पर मजबूर नहीं करेंगे बल्कि जीविकोपार्जन के मजबूत आधार बनकर इतिहास रचेंगे।