
Shivna River:शिवना शुद्धिकरण केवल अभियान नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, आस्था और पीढ़ियों के लिए जिम्मेदारी भी विधायक श्री जैन
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मन्दसौर । शिवना नदी के तट पर शिवना शुद्धिकरण अभियान के 57 वे दिन श्रमदानियो ने श्रमदान कर 1 ट्राली प्लास्टिक कचरा,गाजर घांस व झाड़ियां बाहर निकाला गया ।

मंदसौर विधायक श्री विपिन जैन के आह्वान पर 1 मई से निरंतर चल रहे शिवना शुद्धिकरण अभियान के रविवार के दिन श्रमदानियों ने शिवना नदी के किनारे से प्लास्टिक की थैलियो का कचरा, गाजर घांस व झाड़ियां उखाड़ी गईं । इस दिन शिवना योद्धाओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने मिलकर खानपुरा स्थित मुक्तिधाम परिसर की संपूर्ण सफाई की। परिसर में फैली गंदगी, कचरा और सूखी पत्तियों को हटाकर वातावरण को साफ व स्वच्छ बनाया गया । इस दौरान मुक्तिधाम परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया ।

इस अवसर पर विधायक विपिन जैन ने कहा की शिवना शुद्धिकरण केवल एक अभियान नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, आस्था और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक जिम्मेदारी है । मुक्तिधाम परिसर की सफाई और हरियाली हमारे समाज को स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती है । यह कार्य तभी सफल होगा जब हम सभी मिलकर इसे निरंतर बनाए रखें

रविवार को शिवना शुद्धिकरण अभियान के 57 वे दिन श्रमदान करने वालों में सर्वश्री विधायक विपिन जैन, समाज सेवियों में सर्वश्री मनीष भावसार,भंवरलाल प्रजापत, हेमराज खाबिया ,रमेश सोनी, विजय आनंद,राकेश जैन पिंटू ,दीपक तिवारी, भावसार समाज के अध्यक्ष ओमप्रकाश भावसार,चेतन नामदेव,अशोक नामदेव,सांवलिया भावसार, पार्षद प्रतिनिधि बब्बू पमनानी,बबलू भावसार, विजय नामदेव,महेश परिहार, सत्यनारायण नामदेव विजय नामदेव, गजेंद्र भावसार, शुभम नामदेव,हेमंत भावसार,लोकेश भावसार, सतीश तिवारी,अशोक बघेरवाल, उत्तम भावसार,अमलावद गांव से कैलाश कुमावत,इंद्रेश कुमावत भगत,राकोदा गांव से मूलचंद पाटीदार धमनार गांव से सोहन लाल धाकड़ लादूसा गांव महेश व्यास,गांव गुराडिया दीदा से मुकेश पाटीदार महिला नेत्रीयों में इष्टा भाचावत, मीना चौहान,प्रमिला पंवार कांग्रेसजन मे सर्वश्री विकास दशोरा, साबिर इलेक्ट्रीशियन,संजय नाहर, रमेश ब्रिजवानी,अजय सोनी,अशोक राव,अकरम खान, नंदकिशोर गोयल,आमीन खान,मनोहर रत्नावत,राजेश खींची,राजेश चौधरी,गणपत कुमावत,शिव शंकर सोलंकी,नितनेश बसेर,राकेश सेन,आदि श्रमदान में उपस्थित थे ।





