बहनों के बाद युवाओं की सुध ली शिवराज ने…

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बहनों के बाद युवाओं की सुध ली शिवराज ने…

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहनों के बाद अब प्रदेश के युवाओं की सुध ली है। युवाओं को अब जीवन संवारने में सरकार सीधी मददगार बनेगी। लाड़ली बहना योजना में एक जून से पात्र बहनों के खाते में एक हजार रुपए प्रति माह की राशि सरकार हस्तांतरित करेगी। तो युवाओं को अब आत्मनिर्भर बनने के लिए कौशल प्रशिक्षण लेने के दौरान सरकार आठ हजार रुपए प्रति माह की मदद करेगी। गरीब निम्न और मध्यमवर्गीय परिवार के जरूरतमंद युवाओं के लिए यह योजना वरदान बनेगी। एक जून से रजिस्ट्रेशन और एक जुलाई से युवाओं को इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। देखना यह है कि सरकार के खजाने में से अब और किसको क्या मिलने वाला है।
युवा महापंचायत में सबसे गौर करने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नैतिक शिक्षक और पर्यावरणविद् की तरह युवाओं को शिक्षित करते नजर आए। उन्होंने युवाओं को नशामुक्त समाज का निर्माण करने का वाहक बनने, जमीन को हरा भरा बनाने के लिए साल में कम से कम जन्मदिन पर एक पौधा लगाने और मोबाइल के न्यूनतम अनिवार्य उपयोग की जो अपील की है, यह नसीहत युवाओं की जिंदगी में बहुत कारगर साबित हो सकती है। सीएम ने सीधे शब्दों में कहा है कि मैं रोज एक पेड़ लगाता हूं, तो आप सबको भी अपने जन्मदिन पर पेड़ लगाना चाहिए। पर्यावरण बचाने के लिए हम अलग-अलग काम कर सकते हैं। मेंटल हेल्थ ठीक रहे, इसके लिए योगा की जरूरत है। नशे के कारोबारियों को तबाह और बर्बाद करने की जरूरत है। 1 अप्रैल से दारू के अहाते बंद कर दिये जाएंगे। और बाहर भी कोई पार्क और सड़क पर नहीं पिएगा, पीकर गाड़ी चलाई तो फिर पुलिस से डंडे बजवाउंगा। जितने भी ड्रग्स और नशे के कारोबारी हैं उनके ठिकानों पर भी बुलडोजर चलेंगे। यह नशे के कारोबारी पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। और आप सभी मोबाइल में हीं नहीं, खेल के मैदानों में खेलो। जिससे बेहतर जीवन जी सको।

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साथ ही युवाओं को आश्वस्त किया है कि मध्यप्रदेश को ऊंची उड़ान देने, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, मध्यप्रदेश के साथ चलेंगे। शहीद दिवस पर युवा महापंचायत बुलाकर यह संदेश भी दिया है कि भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू जैसा बनकर राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान देने की मानसिकता से समृद्ध बनो। क्रांतिकारी गाया करते थे कि सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। हमारे शहीदों ने देश के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया। ऐसा जज्बा युवाओं की सोच में शामिल होगा तो वह कभी राह नहीं भटक सकते। तो युवा अमृत पीढ़ी के जीवन में यह अमृत की बूंदें असरदार साबित हों, यही कामना है। शिवराज की मंशा के मुताबिक प्रदेश के युवा ऐसे उद्यमी बने जो आत्मविश्वास के साथ जोखिम लेने के लिए तैयार हों। आर्थिक और वित्तीय व्यवस्था एवं संरचना के प्रति जागरुक हों।  मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ हों और कृषि एवं पर्यावरण के प्रति उत्तरदायी हों। वैज्ञानिक स्वभाव एवं दृष्टिकोण से युक्त हों। तथ्यों के आधार पर युक्तियुक्त निर्णय लेने में समर्थ हों। अपनी संस्कृति एवं संस्कारों के प्रति आदर भाव से युक्त हों। राष्ट्र निर्माण एवं अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित हों। भविष्य में नेतृत्व प्रदान करने हेतु समर्थ हों। शिक्षा एवं कौशल अर्जित कर रोजगार के योग्य हों।