

Shubhanshu Returned to Earth : अंतरिक्ष मे 18 दिन बिताने के बाद शुभांशु शुक्ला की धरती पर सुरक्षित वापसी!
Washington : अठारह दिन अंतरिक्ष में बिताकर अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मंगलवार को धरती पर लौट आए। उन्होंने भारतीय समयानुसार दोपहर 3:01 बजे अमेरिका के कैलिफोर्निया तट के पास प्रशांत महासागर में स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल के जरिए सुरक्षित लैंडिंग की। यह भारत के लिए गर्व का क्षण है। एक्सिओम-4 मिशन के तहत 18 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर बिताने के बाद शुभांशु की यह वापसी न केवल वैज्ञानिक सफलता है, बल्कि गगनयान मिशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। उनके साथ अमेरिकी कमांडर पेगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोस उजनान्स्की और हंगरी के टिबोर कपु भी लौट आए।
लैंडिंग के बाद स्पेसएक्स की रिकवरी टीम ने कैप्सूल को समुद्र से निकाला और शुभांशु सहित चालक दल को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। ड्रैगन यान ने 27,000 किमी/घंटा की रफ्तार से वायुमंडल में प्रवेश किया। उस वक्त उसका तापमान 1,600°C तक पहुंच गया था। लेकिन, उन्नत तकनीक ने इसे सफल बनाया। शुभांशु और उनकी टीम ने सोमवार शाम 4:45 बजे आईएसएस से अनडॉकिंग की थी। उसके बाद 22.5 घंटे की यात्रा के बाद यह उपलब्धि हासिल हुई।
भारत वापसी कब तक
अंतरिक्ष यात्रा से वापस आने के बावजूद शुभांशु की भारत वापसी अभी लंबी प्रक्रिया में है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के अनुसार, अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने और मेडिकल मूल्यांकन के लिए कम से कम सात दिन आइसोलेशन में रहना होगा। इसके बाद वैज्ञानिक डेटा और प्रयोगों की समीक्षा के लिए सत्र होंगे।
अनुमान के मुताबिक शुभांशु अगस्त 2025 के मध्य तक भारत लौट सकते हैं। संभावित तारीख 17 अगस्त बताई जा रही है। इस दौरान वे अमेरिका में नासा और इसरो की टीमों के साथ काम करेंगे, जो उनके द्वारा लाए गए नमूनों जैसे मूंग और मेथी के बीजों का विश्लेषण करेगी।
शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने लखनऊ में बताया कि उनका बेटा सुरक्षित लौटा आया, यह उनके लिए सौभाग्य की बात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी सफल वापसी पर बधाई दी और इसे भारत की अंतरिक्ष क्षमता का प्रतीक बताया।