Shyam Benegal Passes Away : हिंदी सिनेमा को आर्ट फिल्में देने वाले श्याम बेनेगल का 90 की उम्र में निधन!
उनकी फिल्मों को 8 नेशनल अवॉर्ड मिले, उन्हें पद्मश्री, पद्म भूषण और फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया!
Mumbai : हिंदी सिनेमा को आर्ट फिल्में देने वाले मशहूर फिल्मकार श्याम बेनेगल का आज निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे, फिर भी अलग अलग प्रोजेक्ट पर उनका काम चल रहा था। वे 90 साल के थे। उनका निधन आज शाम 6.40 पर हुआ। उन्होंने हिंदी सिनेमा जगत को अंकुर, मंथन और निशांत जैसी स्तरीय फिल्में दी।
श्याम बेनेगल की बेटी पिया बेनेगल ने सबसे पहले यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज शाम 6.40 बजे उनका मुंबई सेंट्रल के वोकार्ट अस्पताल में निधन हो गया। पिया बेनेगल ने बताया कि उनके पिता किडनी की क्रॊनिक बीमारी से जूझ रहे थे और बीमारी के अंतिम चरण में थे। उनकी दोनों किडनी फेल हो गई थी और उनका डायलिसिस चल रहा था। उनके अंतिम संस्कार के बारे में अभी निर्णय नहीं लिया गया है।
उनकी फिल्मों ने 8 नेशनल अवॉर्ड जीते
श्याम बेनेगल की फिल्मों ने 8 नेशनल अवॉर्ड जीते। उन्होंने जुबैदा, द मेकिंग ऑफ द महात्मा, नेताजी सुभाष चंद्र बोसः द फॉरगोटन हीरो, मंडी, आरोहन, वेलकम टु सज्जनपुर जैसी दर्जनों बेहतरीन फिल्में बनाई हैं। उनकी फिल्मों ने 8 नेशनल अवॉर्ड जीते। श्याम बेगेनल को दादा साहब फाल्के सम्मान भी मिल चुका है। उन्होंने अपने करियर में 24 फिल्में, 45 डॉक्यूमेंट्री और 1500 एड फिल्म्स बनाई हैं। उन्हें 1976 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। 1991 में श्याम बेगेन को पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया।
फिल्मकार बनने से पहले फोटोग्राफी करते रहे
फिल्में बनाने से पहले श्याम बेनेगल ने कई काम किए। उन्होंने पहले अर्थशास्त्र में पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने फोटोग्राफी शुरू की। उन्हें फोटोग्राफी का बहुत शौक था। जब वे 12 साल के थे, तब उन्होंने अपने पिता श्रीधर बी बेनेगल के लिए कैमरे पर अपनी पहली फिल्म बनाई थी। अभी भी वे किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे।