
Silver Robbers Caught : 76 किलो चांदी लूटने वाले अन्तर्राज्यीय डकैत गिरोह का पर्दाफाश!
Indore : गत दिनों 3 जून को संयोगितागंज थाना क्षेत्र के नायरा पेट्रोल पंप के सामने 76 किलो 280 ग्राम चांदी लूट की एक घटना हुई थी। भ्रमप्रकाश पिता राजकुमार सिंह सिसोदिया ने बताया कि अज्ञात लोगों ने उसका अपहरण कर डकैती की। इसकी कीमत करीब ₹74,37,000, मेस्ट्रो स्कूटर जिसकी अनुमानित कीमत करीब ₹50 हजार, एक रीयलमी मोबाइल फोन कीमत करीब 3,000 रुपए और नगद करीब 3,200 रुपए लूटकर ले गए। फरियादी की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध किया गया।
घटना के आरोपियों को पकड़ने थाना प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार पटेल के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। टीम ने प्रकरण में माल और मुल्जिमों की तलाश के लिए घटना स्थल व उसके आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे, जिसमें घटना स्थल पर एक कार से कुछ अज्ञात व्यक्ति उतरकर एक दोपहिया चालक के साथ घटना कारित करते हुए दिखे। उक्त कार के वाहन क्रमांक की जानकारी प्राप्त करते वाहन क्रमांक MP09 ZX 6923 का होना पता चला।
वाहन मालिक की जानकारी प्राप्त कर वाहन मालिक प्रकाश शौले से पूछताछ की गई। उसने बताया कि वह उक्त कार को टैक्सी पर चलाता है। घटना से एक दिन पहले 2 जून को विजय नगर चौराहे के पास दो अज्ञात व्यक्ति मेरे पास आए और मुझसे उज्जैन जाने के लिए 2000 रुपये मे टैक्सी बुक की। मेरी कार में 4 अज्ञात लोग आकर बैठ गए। मैं उन्हें लेकर उज्जैन के लिए निकला, तभी रास्ते में सांवेर के पास उनमें से दो लोगो ने मुझे देशी कट्टा अड़ाकर मुझसे कार छीन ली और मुझे उसी कार मे पीछे डिक्की मे बांधकर अपहरण कर डाल दिया। मुझे छोटी ग्वालटोली बस स्टैंड के पास श्री महालक्ष्मी होटल में अपहरण करके रखा।
उसने बताया कि 3 जून की शाम करीब 6 बजे मेरी कार का उपयोग कर एक स्कूटी चालक के साथ डकैती की वारदात की। साक्षी प्रकाश शौले से घटना के सम्बंध मे लगातार पूछताछ की गई। प्रकरण में संकलित टेक्निकल साक्ष्य व परम्परागत पुलिसिंग मुखबिरी की तस्दीक के लिए उप निरीक्षक अरविन्द खत्री की एक टीम गठित कर टीम को रवाना किया गया। टीम ने आगरा उत्तर प्रदेश जाकर टेक्निकल जानकारी व मुखबिरी के आधार पर संदिग्ध आकाश पिता अशोक कुमार सिसोदिया (30 साल) निवासी ग्राम नगला माहाराम थाना खन्दौली जाल आगरा (उप्र) को पकड़ा गया।
आगे की पूछताछ के लिए उसे थाना संयोगितागंज टीम बल के साथ रवाना किया गया। एक टीम ने उत्तर प्रदेश में रहकर ही प्रकरण में संदिग्ध आकाश से पूछताछ के आधार पर अन्य आरोपियों की लगातार तलाश की। मामले में आरोपी आकाश सिसोदिया ने पूछताछ में जुर्म स्वीकार किया। प्रकरण के अन्य आरोपियो की जानकारी दी गई। बताया गया कि उक्त डकैती की घटना में उसके द्वारा अपने अन्य 8 साथियों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में रहकर ही उक्त घटना की साजिश रची गई। बाद में अन्य आरोपियो की जानकारी प्राप्त की गई।
टेक्निकल जानकारी के आधार पर एक टीम द्वारा उत्तर प्रदेश में रहकर अन्य आरोपियों के निवास के पतों पर लगातार दबिश दी गई। लेकिन, आरोपी लगातार पुलिस से बचते रहे। इस बीच उक्त आरोपियों में से कुछ के उत्तराखंड के कैदारनाथ व सोनप्रयाग मे होने की जानकारी मिली। जिसकी तस्दीक के लिए पुलिस टीम को उत्तराखंड रवाना किया गया। लेकिन, उक्त आरोपियों की कोई जानकारी नही मिल सकी। इस बीच टीम व थाने की टीम को सूचना मिली कि उक्त फरार आरोपी पुलिस के डर से व डकैती डालकर लूटे माल को जल्दी खपाने के लिए इंदौर आने वाले है। पुलिस टीम वापस रवाना होकर इंदौर आई और माल और मुल्जिम की तलाश में लग गई।

पुलिस टीम ने प्रकरण के अन्य फरार आरोपी हेमन्त पिता धाराजीत राजपूत, निक्की बग्घा नितिन जट्टा, विवेक पोनिया, गौरव सिसोदिया, अनुज उर्फ अन्नू कुंतल, विनोद कुमार जाट को गिरफ्तार किया। इस दौरान एक आरोपी निक्की बग्घा पुलिस से बचने की फिराक में देशी कट्टा व दो जिंदा कारतूस के भागा, जिसके गिरने से उसके पैर में चोट आई।
घटना की साजिश आरोपी गौरव सिसोदिया ने रची, जो फरियादी की दुकान पर कुछ समय पूर्व काम करके गया था। उसे दुकान से चांदी लाने ले जाने के सम्बंध में जानकारी थी। उसने आगरा में रहकर साथियों के साथ डकैती की योजना बनाई। प्रकरण की विवेचना के दौरान उक्त आरोपियों ने घटना में लूटी गई चांदी की 6 सिल्ली के टुकड़े, 7 चांदी की बिस्किट वजन 33 किलो और कीमत करीब 33 लाख रुपए, 2 देसी कट्टे हथियार,4 जिंदा कारतूस, घटना में छिनी गई मेस्ट्रो घटना के दौरान घटना चोरी की गई मोटर साईकल, छिना गया मोबाईल फोन को जब्त किया गया। प्रकरण मे अन्य आरोपी पुष्पेन्द्र व आकाश पंडित फरार है, जिनकी तलाश के प्रयास किए जा रहे है।
उक्त सराहनीय कार्य मे निरीक्षक सतीश कुमार पटेल, उप निरीक्षक अरविन्द खत्री, उनि सीमा मुवेल, सउनि दिलीप सिंह, प्रआर कालीचरण, प्रआर विपिन, आर 3629 रामलखन, आर विजय, आर जितेन्द्र, आर शैलेन्द्र, आर जितेन्द्र, आर लक्ष्मण, मआर 1664 अरुणा, आर ललित तथा सायबर सेल जोन-3 कार्यालय के आर अमित, आर विकास की सराहनीय भूमिका रही।





