Silver Screen:बहुत कुछ बदला, पर वक़्त को ठेंगा सिर्फ रेखा ने दिखाया!
दो दिन पहले रेखा ने अपना 70वां जन्मदिन मनाया। उसके सप्ताह भर पहले रेखा की ‘आईफा’ के मंच पर डांस करते हुए तस्वीरें मीडिया में छाई थी। इस उम्र का ज्यादातर हिस्सा यानी करीब पचास साल रेखा ने फिल्मों में बिताए। यह अरसा कम नहीं होता। न जीवन में और अभिनय की दुनिया में! इस समय काल में तीन पीढ़ियां जन्म लेकर जवान हो जाती है। यदि फिल्मों की बात की जाए तो इस अरसे में कई हीरो और हीरोइन आकर, पहचान बनाकर गुम हो जाते हैं। याद किया जाए, तो बीते पचास साल में कलाकारों की एक लंबी कतार आगे निकल गई। लेकिन, कोई अपनी जगह खड़ा है, तो वो है अभिनेत्री रेखा, जिसने उम्र को अपनी मुट्ठी में जकड़ लिया।
वे अब फिल्मों में काम नहीं करती, पर उनकी लोकप्रियता बरक़रार है। आज भी उतनी ही खूबसूरत दिखती हैं, जितनी 30 साल पहले लगती थी। जबकि, फ़िलहाल वे 69 साल की हैं। उम्र का ये वो पड़ाव है जिसमें व्यक्ति खुद स्वीकार लेता है कि वो बूढ़ा हो गया, पर रेखा नहीं हुई! आज भी जब टीवी पर किसी फंक्शन में दिखाई देती हैं, तो सारे कैमरे उनकी तरफ मुड़ जाते। भारी कांजीवरम साड़ी, हाई हील, चेहरे पर भरपूर मेकअप, मांग में सिंदूर और चेहरे पर वही मुस्कराहट। सब कुछ वैसा ही जो किसी हीरोइन में दर्शक देखना चाहते हैं। लेकिन, बढ़ती उम्र को थामना आसान नहीं हैं। फिर भी रेखा ने यह सब किया।
निःसंदेह रेखा बेहद खूबसूरत है। वे फिल्म इंडस्ट्री की उन हीरोइनों से भी कहीं ज्यादा सुंदर हैं, जिन्हें दुनिया विश्व सुंदरी और ब्रह्मांड सुंदरी के ख़िताब से नवाज चुकी है। उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में ढेरों उतार-चढ़ाव आए, लेकिन इसका असर उनकी खूबसूरती पर नहीं पड़ा। किंतु, जिन्होंने रेखा को 1970 में आई उनकी पहली फिल्म ‘सावन भादों’ में देखा था, वे तब और बाद की रेखा में फर्क समझते हैं। सांवली और बेडौल सी उस रेखा में बाद में बहुत फर्क आता गया। खासकर अमिताभ के साथ आई फिल्मों ने उन्हें लोकप्रियता भी दिलाई और शिखर पर पहुंचाया।
अमिताभ के साथ उनकी पहली फिल्म 1976 में आई ‘दो अनजाने; थी। इसमें रेखा की अदाकारी से ज्यादा अमिताभ के साथ उनकी केमिस्ट्री को पसंद किया गया था। तभी से रेखा और अमिताभ का नाम जोड़कर देखा जाने लगा। दोनों ने कई हिट फ़िल्में साथ की। इनमें मुकद्दर का सिकंदर, खून पसीना, मिस्टर नटवरलाल, गंगा की सौगंध, राम बलराम और सुहाग आई। दोनों की फिल्मों का यह दौर ‘सिलसिला’ तक चला। अपने 50 साल के करियर में रेखा ने 180 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। आज भी उनकी पुरानी फिल्मों को पसंद करने वालों की कमी नहीं है।
रेखा ने अपनी जिंदगी में बहुत से उतार-चढ़ाव देखे। बचपन में पिता का प्यार नसीब नहीं हुआ। रेखा के पिता जेमिनी गणेशन साउथ सिनेमा के सुपरस्टार थे, जिनका अभिनेत्री पुष्पवल्ली से अफेयर था। पुष्पावल्ली ने बिना शादी किए रेखा को जन्म दिया, इस वजह उन्हें बचपन में पिता के प्यार से वंचित रहना पड़ा। वे एक बिन ब्याही मां की संतान थीं। उन्होंने बहुत कम उम्र में तमिल और कन्नड़ फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया था। इसके बाद वे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में आ गई। रेखा का एक्टिंग करियर तो बहुत अच्छा रहा, पर निजी जिंदगी उतनी ही अस्त-व्यस्त रही। यहां तक कि उम्र के इस दौर में भी रेखा की प्रेम कहानियों के किस्से फिल्म इंडस्ट्री में चर्चित हैं।
जीवन में कई रोमांस में उनका नाम जुड़ा, 3 शादियां की, फिर भी वे आज अकेली है। यदि उनके साथ कुछ है, तो अनसुलझे किस्से और कहानियां। इसके अलावा अमिताभ बच्चन से उनके रिश्ते के गॉसिप। ऐसे कई किस्से उनके आसपास हैं, जिनके जवाब कभी बाहर नहीं आए। उनकी दुनिया में सिर्फ उनकी दोस्त, सेक्रेटरी और उनकी राजदां सिर्फ फरजाना ही है। आज भी लोग रेखा का नाम अमिताभ से जोड़कर देखते हैं, पर इसकी सच्चाई कोई नहीं जानता। यदि कोई जानता है तो सिर्फ फरजाना।
यह अभिनेत्री अपनी फिल्मों से ज्यादा अपनी प्रेम कहानियों की वजह से चर्चा में रही। अमिताभ उनकी जिंदगी में आने वाले पहले शख्स नहीं रहे, पर आखिरी जरूर। सबसे पहले रेखा का नाम जितेंद्र से जुड़ा था। लेकिन, जितेंद्र शादीशुदा थे, तो यह रिश्ता ज्यादा नहीं चला, पर चर्चा में जरूर आया। फिर चरित्र अभिनेता जीवन का एक्टर बेटा किरण कुमार और रेखा का रोमांस भी कुछ समय तक चला। इसके बाद रेखा की जिंदगी में आए उनके साथी कलाकार विनोद मेहरा। कहा तो यहां तक जाता है कि विनोद मेहरा और रेखा ने शादी कर ली थी। लेकिन, विनोद मेहरा की मां ने रेखा को स्वीकार नहीं किया। उनका नाम संजय दत्त के साथ भी लिया गया।
दोनों जब फिल्म ‘जमीन आसमान’ में साथ काम कर रहे थे, तब उनके नाम जुड़े, पर संजय दत्त ने ऐसी बातों का खंडन किया था। अक्षय कुमार के साथ भी इस सदाबहार अभिनेत्री का नाम जुड़ा। लेकिन, अमिताभ बच्चन के साथ जब रेखा का नाम जुड़ा तो फिर वो कभी अलग नहीं हो सका। कहा जाता है, कि रेखा आज भी अपनी मांग में जो सिंदूर लगाती है, वो अमिताभ के नाम का ही है। फिल्म इंडस्ट्री ने रेखा को पहली बार सिंदूर लगाए हुए ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी के रिसेप्शन में देखा था। लेकिन, 40 साल बाद भी अभी रेखा ने यह राज नहीं खोला कि उनकी मांग में लगे सिंदूर का कारण क्या है!
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रेखा की जिंदगी में एक पड़ाव मुकेश अग्रवाल के नाम का भी आया। पर, हवा झोंके की तरह आया और चला गया। दिल्ली के इस कारोबारी से रेखा ने 1990 में बकायदा शादी की, पर ये साथ साल भर भी नहीं रहा। संदिग्ध स्थितियों में मुकेश अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली। इस तरह इस रिश्ते का दर्दनाक अंत हुआ। आज भी यह राज ही है कि मुकेश अग्रवाल को किस वजह से जीवन से विरक्ति हुई! कहा जाता है कि रेखा को शादी के बाद पता चला था कि मुकेश को मानसिक बीमारी हैं। इसके बाद रेखा ने मुकेश से दूरी बना ली। एक दिन ऐसा भी आया, जब मुकेश अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली। मुकेश के परिवार ने इसका दोषी रेखा को ही माना। फिल्म इंडस्ट्री में भी उन्हें ‘वैम्प’ मान लिया गया। यहां तक कहा गया कि रिश्तों को लेकर उनकी मनहूसियत मौत तक ले जाती है। पहले विनोद मेहरा और उसके बाद मुकेश अग्रवाल। लेकिन, रेखा ने सारे लांछनों को ख़ामोशी से झेल लिया।
रेखा के जीवन की एक अबूझ पहेली उनकी सेक्रेटरी फरज़ाना है। उनसे रेखा के संबंधों को हमेशा संदेह की नजर से देखा जाता रहा है। इसलिए कि 40 साल से ज्यादा समय से फरजाना जितनी रेखा से जुड़ी है, उतना कोई नहीं जुड़ा। वे हेयर ड्रेसर के रूप में रेखा के करीब आई थी, पर आज उनका साया हैं। इन दोनों के रिश्ते पर उंगलियां उठी, पर जवाब किसी के पास नहीं है। रेखा पर 2016 में सामने आई यासिर उस्मान की किताब में भी दावा किया था कि फरजाना को ही रेखा के बेडरूम तक जाने की इजाजत है। इसमें उनकी निजी जिंदगी, रोमांस और शादी को लेकर कई अनसुनी बातें लिखी गई थी।
वक़्त के साथ दोनों का रिश्ता गहराता गया। रेखा ने उन्हें 1986 में हेयर ड्रेसर से सेक्रेटरी बना लिया। आज भी अगर किसी को रेखा से मिलना है, तो उसे पहले फरजाना से मिलना पड़ता है। यासिर उस्मान की लिखी रेखा की बायोग्राफी में तो यह भी दर्ज है कि वे अपनी सेक्रेटरी के साथ लिव-इन में रहती हैं। दोनों के रिश्ते पर कई बार सवाल उठ चुके हैं। मुकेश अग्रवाल की भाभी ने तो दोनों के रिश्ते को लेकर यह कह दिया था कि इनका रिश्ता पति पत्नी जैसा है। कहा जाता है कि मुकेश अग्रवाल यदि फरजाना के बारे में रेखा से कुछ कहते थे, तो रेखा नाराज हो जाती थी। यह रिश्ता आज भी सवालों के घेरे में है। रेखा नजदीक से जानने वालों का तो यह भी कहना है कि फरज़ाना का पहनावा कुछ ख़ास तरह है, अमिताभ की तरह का है। क्या इसलिए कि रेखा को हमेशा अमिताभ के अपने आसपास होने का भ्रम बना रहे!