Silver Screen: परदे पर अब ज्यादा दिखाई देने लगी मध्यप्रदेश की रंगत;
प्राकृतिक और पुरावैभव से सजा मध्यप्रदेश लंबे समय तक फिल्मकारों की नजर में उपेक्षित रहा है। लेकिन, अब समय बदला और ये उनका पसंदीदा डेस्टिनेशन बन गया है। फिल्म मेकर्स का रुझान धीरे-धीरे मध्यप्रदेश की और बढ़ता दिखाई देने लगा। यह फिल्म निर्माण के लिए महफूज और पसंदीदा जगहों में शामिल होने लगा। भोपाल से लेकर इंदौर तक, ग्वालियर से लेकर ओरछा तक और इंदौर-उज्जैन से लेकर मांडू और महेश्वर तक हर जगह को फिल्मी पर्दे (Silver Screen) पर जगह मिली। बीते सालों में कई फिल्मों, टीवी सीरियल्स और विज्ञापनों की शूटिंग यहां हुई।
प्रदेश में बड़े फिल्ममेकर्स और सितारों की फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। इसमें भुज : द प्राइड ऑफ इंडिया, द लास्ट शो, लूडो, शेरनी, दुर्गामति, मीमांसा, हश और ‘सुटेबल बॉय’ शामिल है। बड़े बजट और बडे़ फिल्म मेकर्स की सितारों से सजी फिल्म धाकड़, ह्विस्ल ब्लोअर, गुल्लक-2, पंचायत-2, कोटा फैक्ट्री, छोर,’तेजस और ‘दोनाली’ समेत कई फिल्मों की शूटिंग हो गई या उनकी तैयारी चल रही है। प्रदेश में शूटिंग की फेवरेट लोकेशंस भोपाल, इंदौर, रायसेन, ओरछा, चंदेरी, पचमढ़ी, महेश्वर, मांडू, उज्जैन, ओंकारेश्वर, ग्वालियर, जबलपुर, अमरकंटक, पन्ना नेशनल पार्क, दतिया, बालाघाट और बैतूल है। इसके अलावा भी कई ऐसे शहर और कस्बे हैं, जहाँ शूटिंग के लिए रैकी की जाने लगी है।
प्रदेश की राजधानी भोपाल और निमाड़ का किनारा महेश्वर फिल्मकारों को सबसे ज्यादा भाया है। भोपाल और महेश्वर के अलावा हिल स्टेशन पचमढ़ी, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, खजुराहो, पन्ना, शिवपुरी, दतिया और मांडू का भी सिनेमा के परदे पर जमकर उपयोग हुआ। भोपाल के पास बुधनी में दिलीप कुमार की ‘नया दौर’ की 90% शूटिंग, जबलपुर के भेड़ाघाट में ‘जिस देश में गंगा बहती है’ की छिंदवाड़ा के चिखली में ‘तेरे मेरे सपने, मांडू में ‘दिल दिया दर्द लिया से लेकर गुलजार की ‘किनारा तक को फिल्माया गया। देश के दिल मध्यप्रदेश ने फिल्मकारों की पहली आउटडोर पसंद बनने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पचमढ़ी में एन इलेक्ट्रिक मून, मेस्सी साहब, तरकीब, थोड़ा सा रूमानी हो जाएं, अशोक, चक्रव्यूह और ‘ हवाई दादा’ जैसी फिल्म और ‘दिल ही दिल में’ जैसी फिल्में बनाई गईं हैं।
गीतकार शैलेन्द्र की मशहूर फिल्म ‘तीसरी कसम’ का एक गीत ‘लाली लाली डोलिया में लाली रे दुल्हनिया’ सागर जिले के बीना के पास खिमलासा में फिल्माया गया था। इस शूटिंग में राज कपूर, वहीदा रहमान सरीखे सितारे शामिल हुए थे। पन्ना के पास राजगढ़ पैलेस में मीरा नायर ने रेखा अभिनीत ‘कामसूत्र की पूरी शूटिंग की। चम्बल इलाके के ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी में मुझे जीने दो, चम्बल की कसम, चंबल के डाकू, पुतलीबाई, यतीम, डकैत, भयानक से लेकर बैंडिट क्वीन, रिवाल्वर रानी जैसी कई फिल्मों की शूटिंग यहीं हुई।
महलों, बीहड़ों, हवेलियों में शूट की गईं है। शहडोल, रीवा और बांधवगढ़ में वहीँ के रहने वाले जोगेन्दर सिंह ने बिंदिया और बन्दूक, रंगा खुश, कसम भवानी की फ़िल्में बनाई। आशुतोष राणा अभिनीत ‘शबनम मौसी’ फिल्म की शूटिंग शहडोल में हुई। ‘वेलकम टू सज्जनपुर’ रीवा के पास एक गांव में फिल्मांकित की गईं। राज कपूर का अपने ससुराल रीवा से प्रेम उनकी एक मशहूर फिल्म ‘आह‘ में भी देखने-सुनने मिला। आधी रात को सतना स्टेशन पर वे एक तांगे वाले को बार-बार रीवा चलने को कहते हैं, जहाँ नरगिस से वे आखिरी बार मिलना चाहते हैं। तांगे वाला मुकेश के स्वर में गाना गाते हुए उन्हें रीवा ले जाता है। ‘छोटी सी ये जिंदगानी रे, चार दिन की कहानी तेरी!’
चर्चित फिल्म ‘पीपली लाइव’ रायसेन जिले के एक गांव में बनी थी, तो ‘सिंह साहब द ग्रेट’ इंदौर में शूट की गईं। अब यहाँ विक्की कौशल और सारा अली खान की ‘लुका-छुपी-2’ की शूटिंग हुई। ‘वेलकम टू करांची’ में इंदौर एयरपोर्ट के पास सुपर कॉरिडोर पर पाकिस्तान का कराची बना दिया गया। उज्जैन में स्वीकार किया मैंने, मंगलसूत्र और अब ओएमजी-2 फिल्मों की शूटिंग की गई। उज्जैन, रतलाम के समीप के नागदा में सुनील दर्शन की सनी देओल अभिनीत फिल्म ‘अजय’ की पूरी शूटिंग हुई। रतलाम स्टेशन को ‘बर्निंग ट्रेन’ और ‘जब वी मेट’ के अलावा कई फिल्मों में दिखाया जा चुका है। नकली शराब कांड पर बनी फिल्म ‘शायद’ को इंदौर के एमवाय अस्पताल में फिल्माया गया था।
ममता कुलकर्णी की ‘दिलबर’ का गाना पातालपानी पर्यटन स्थल पर शूट हुआ। केसी बोकाडिया ने, ओम पुरी, मल्लिका शेरावत को लेकर ‘डर्टी पॉलिटिक्स’ की अधिकांश शूटिंग, खंडवा रोड, इंदौर के एक फार्म हाउस में की गई थी। महेश्वर में नर्मदा नदी और शिव मंदिर के प्रांगण में ‘दबंग-3’ के कई दृश्य फिल्माए गए। इससे पहले राजश्री प्रोडक्शन की तुलसी, देओल परिवार की ‘यमला पगला दीवाना’ शाहरुख खान की ‘अशोका’ और अक्षय कुमार की ‘टॉयलेट :एक प्रेम कथा’ के महत्वपूर्ण सीन यहीं शूट हुए। स्मृति ईरानी का एक मेगा टीवी सीरियल ‘मेरे अपने’ भी महेश्वर में शूट किया गया। होशंगाबाद के आसपास जय गंगाजल, चक्रव्यूह और टॉयलेट.फिल्मों के सीन शूट हुए।
अनुराग बसु की फिल्म ‘लूडो’ की शूटिंग भोपाल के कई हिस्सों में हुई थी। भोपाल में हुमा कुरैशी ने ‘महारानी’ फिल्म की शूटिंग की जो ओटीटी की लोकप्रिय फिल्मों में गिनी जाती है। नुसरत भरूचा ने पिपरिया में अपनी हॉरर फिल्म ‘छोरी’ की शूटिंग की। प्रदेश के अलग-अलग लोकेशन पर लगभग 25 प्रोजेक्ट की तैयारी है। इनमें फिल्म, वेब सीरीज और टीवी सीरियल्स की शूटिंग होनी है। ‘एक दूजे के वास्ते’ से लेकर अनुपम खेर के ‘द लास्ट शो’ और विद्या बालन की फिल्म ‘शेरनी’ तक यहां शूट हुई। सतपुड़ा की खूबसूरत वादियों में बसी विद्युत नगरी सारणी एवं कोल नगरी पाथाखेड़ा की खूबसूरती कंगना रनौत व अर्जुन रामपाल की फिल्म ‘धाकड़’ में दिखाई देगी।
भोपाल से करीब 250 किलोमीटर दूर कोयला खदानों के बीच ये फिल्म फिल्माई गई है। कंगना रनौत यहाँ कोयला तस्करों से लोहा लेती नजर आती है। फिल्म में कोल माइन का अहम प्लॉट है।‘ ‘धाकड़’ हिंदी की पहली फिल्म जो बैतूल में शूट हुई। ‘प्यार का पंचनामा’ की अदाकारा नुसरत भरूचा ने फिल्म ‘छोरी’ की शूटिंग मध्य प्रदेश में की। विशाल फुरिया के निर्देशन में बनने वाली इस फिल्म को विक्रम मल्होत्रा और जैक डेविस ने प्रोड्यूस किया है। कंगना रनौत की फिल्म ‘रिवॉल्वर रानी’ मध्य प्रदेश में शूट की गई है। इस फिल्म का अहम हिस्सा ग्वालियर किले में और ग्वालियर जिले के बाकी हिस्सों में शूट किया गया है। रणबीर कपूर, कटरीना कैफ, अर्जुन रामपाल की फिल्म ‘राजनीति’ की शूटिंग भी भोपाल में हुई है। इस फिल्म में जिस इमारत को दिखाया गया है वह भोपाल का मिंटो हॉल है।
1998 में आई सलमान खान और काजोल की फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ की शूटिंग इंदौर में हुई। इस फिल्म में इंदौर के फेमस डेली कॉलेज को दिखाया गया है। हाल ही में विक्की कौशल और सारा अली की फिल्म ‘लुकाछुपी-2’ को भी इंदौर, मांडू, महेश्वर और उज्जैन में फिल्माया गया था। अर्जुन कपूर और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म ‘तेवर’ की काफी शूटिंग मध्य प्रदेश में हुई है। महेश्वर घाट पर इस फिल्म का गाना भी शूट किया गया है। वहीं इस फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा का जो कॉलेज दिखाया है वह आगरा का फेमस सेंट जोन्स कॉलेज है। प्रदेश का महेश्वर फिल्मकारों की पहली पसंद है। इस जगह पर बाजीराव मस्तानी, नीरजा, यमला पगला दीवाना-2 और पेडमैन जैसी कई फिल्मों के दृश्य फिल्माए जा चुके हैं। शाहरुख खान और करीना कपूर की फिल्म ‘अशोका’ की शूटिंग पचमढ़ी में हुई।
करीना और शाहरुख के कई सीन यहां के जंगल में ही फिल्माए गए हैं। ऋतिक रोशन की फिल्म ‘मोहनजो दारो’ की शूटिंग जबलपुर के भेड़ाघाट में हुई है। यहां की पहाड़ियों के बीच बहती नदियों में ऋतिक रोशन ने खूब दौड़ लगाई है। दिवंगत अभिनेता इरफान खान की फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ की शूटिंग चंबल क्षेत्र में हुई है। इस फिल्म को ग्वालियर के आसपास शूट किया गया था। सलमान खान की लोकप्रिय फिल्म ‘दबंग-3’ का भी काफी हिस्सा महेश्वर और मांडू में शूट किया गया था। यहां शूटिंग के दौरान ही उनकी फिल्म पर विवाद भी हुआ था। गुजरे जमाने की बात करें तो नया दौर, मुझे जीने दो, तीसरी कसम, किनारा, सूरमा भोपाली, पीपली लाइव, चक्रव्यूह, गंगाजल-2 जैसी अनगिनत फिल्में मध्य प्रदेश में शूट हुई हैं।
प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। हरी घास के मैदान से लेकर झरनों और झाड़ियों तक की लोकेशन यहाँ मिल जाती हैं। यहाँ किले भी हैं घने जंगल भी और बीहड़ भी। ऐसे में मुंबई के फिल्म मेकर्स के दिल को यह इलाका भा रहा है। अभिनेत्री विद्या बालन ने अपनी फिल्म ‘शेरनी’ की शूटिंग भी यहीं पूरी की। डायरेक्टर, प्रोड्यूसर प्रकाश झा की राजनीति, गंगाजल, सत्याग्रह, राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म ‘स्त्री’ भी प्रदेश की धरती पर शूट की गई। कई डायरेक्टर्स यहाँ वादियों सहित जंगलों में अपनी फिल्मों में शूट कर चुके हैं। अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान और धर्मेंद्र सहित लगभग सभी बड़े कलाकार यहाँ शूटिंग कर चुके हैं।
मांडू में ठंड और बारिश के मौसम में कई फिल्में और टीवी सीरियल शूट हो चुके हैं। यहां की मनमोहक वादियां कई फिल्मों में नजर आ चुकीं हैं। पुरानी फिल्मों के अभिनेता दिलीप कुमार की फिल्म ‘नया दौर’ की शूटिंग भी बुदनी के जंगलों में हुई थी। इससे पहले भी कई फिल्मों में यहाँ की वादियों, पहाड़, झरने समेत हरे-भरे जंगल दिखाए जा चुके हैं। वहीं अब फिल्म निर्माताओं को अब प्रदेश का माहौल भा रहा है। यहां लगातार शूटिंग करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक राजकुमार संतोषी ने भोपाल में अपनी तीन फिल्मों की शूटिंग करने की शुरू करने की घोषणा की है। वे यहां फिल्म अकादमी शुरू करने के बारे में भी सोच रहे हैं।