
ALIRAJPUR में SIR का काम लगभग 100% पूरा: कठिन भौगोलिक स्थिति, भारी पलायन के बीच जिला प्रशासन की बड़ी उपलब्धि
▪️राजेश जयंत▪️
ALIRAJPUR: मध्य प्रदेश का पश्चिम सीमांत जनजातिय बहुल अलीराजपुर जिला शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति के मानकों पर अक्सर पीछे रह जाता है। गरीबी यहां सबसे गहरी है, अंधविश्वास लंबे समय से जड़ें जमाए हुए है और भारी पलायन के कारण बड़ी तादाद में ग्रामीण मजदूरी के लिए बाहर रहते हैं। ऐसे चुनौतीपूर्ण हालातों के बीच जिले में SIR यानी विशेष सारांश पुनरीक्षण का कार्य लगभग 100 प्रतिशत पूरा कर लेना अपने आप में एक बड़ी सफलता है।
▪️विषम परिस्थिति में बड़ी उपलब्धि
▫️जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर के मार्गदर्शन में जोबट और अलीराजपुर दोनों विधानसभा क्षेत्रों में SIR का काम लगभग शत-प्रतिशत पूरा कर लिया गया। यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि जिले का भौगोलिक स्वरूप अत्यंत विषम है। कई गांव पहाड़ियों और जंगलों के बीच हैं, जहां पहुंचना ही कठिन होता है, वहीं पलायन की वजह से बड़ी संख्या में मतदाता बाहरी राज्यों में मजदूरी के लिए रहते हैं। इसके बावजूद प्रशासनिक टीमों ने हर घर तक पहुंचकर जानकारी जुटाई।

▪️सीमित संसाधन और नेटवर्क की दिक्कतों के बीच सराहनीय कार्य
▫️कलेक्टर श्रीमती माथुर के सतत निर्देशन और निगरानी में जिले के सभी बीएलओ और सहयोगी दलों ने सीमित संसाधनों में भी उत्कृष्ट कार्य किया। टीमों ने दूरस्थ क्षेत्रों में पैदल, बाइक और कई बार निजी साधनों से पहुंचकर सत्यापन कराया। बड़ी संख्या में परिवार पलायन पर होने के बावजूद बीएलओ ने उनके रिश्तेदारों से, पड़ोसियों से और अपने ही संकलित डाटा से सूचनाएं जुटाकर मतदाता सूची को सही और अद्यतन बनाने का महत्वपूर्ण कार्य पूरा किया। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी नेटवर्क की दिक्कत होती है। बिजली नहीं होने से भी टावर बंद हो जाते हैं। इन सारी विषम परिस्थितियों में कलेक्टर ने लगातार मार्गदर्शन दिया हौसला बढ़ाया और अंततः नतीजा शुभ मंगल हुआ।
▪️धैर्य सहयोग और टीमवर्क
▫️कलेक्टर ने इसे टीमवर्क, धैर्य और जनसहयोग का परिणाम बताया और मतदाताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि बीएलओ की मेहनत और ईमानदार वर्क कल्चर के कारण ही जिले ने यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने सभी बीएलओ को सम्मानित करने की बात भी कही।





