भाई की जान बचाने के लिये बहन करेगी किडनी डोनेट

भाई के प्रति बड़ी बहन का अटूट प्रेम मिला देखने को

भाई की जान बचाने के लिये बहन करेगी किडनी डोनेट

खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट

खरगोन- मध्यप्रदेश के खरगोन में एक भाई के प्रति बड़ी बहन का अटूट प्रेम देखने को मिला है। आमतौर पर बहन अपनी रक्षा के लिये रक्षा बंधन के पर्व पर भाई को रक्षा सूत्र बांधती है। लेकिन खरगोन के कुकडोल की एक बहन नें अपने छोटे भाई की दोनो किडनी खराब होने के बाद भाई की जान बचाने के लिए बड़ी बहन किडनी दान देने के लिए आगे आई है। वही अपने बेटे इलाज के लिए गरीब पिता ने अपना आधा एकड़ खेत बेच दिया। आर्थिक रूप से बेहद कमजोर परिवार ने शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई हैं। प्रशासन ने भी इस परिवार की मदद का आश्वासन दिया है। किडनी दान करने के प्रमाण पत्र पर साइन कराने बहन अपनी माता-पिता और भाई-भाभी के साथ खरगोन एसडीएम कार्यालय आज पहुंची थी। इस दौरान एसडीएम ओमनारायाण सिह ने भी परिवार के प्रति सहानुभूति दिखाई है।

खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर कुकडोल निवासी 34 वर्षीय युवक भीमसिंह चौहान की दोनों किडनी खराब हो गई। भीमसिंह पेशे से ड्राइवर है। जो लोगों की चार पहिया वाहन चलाकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता है। लेकिन डायलिसिस के चलते छः माह से वह भी बेरोजगार है। जब राजपूत परिवार को जैसे ही किडनी खराब होने का पता चला तो मानो परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा। पेशे से मजदूर मनोहर सिंह चौहान को अपने जवान बेटे की दोनों किडनी खराब होने से इलाज के लिए करीब 9 से 10 लाख रूपये की जरूरत पड़ी। उन्होंने अपनी 38 वर्षीय पुत्री बसंती पति रूप सिंह सोलंकी को इसकी जानकारी दी और इंदौर के निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के बताए अनुसार एक किडनी ट्रांसप्लांट करने की समस्या भी बताई। परिवार के सामने 9 से 10 लाख रुपए की व्यवस्था करने के साथ-साथ किडनी देने का विशाल संकट भी सामने आया। वही पीड़ित भीम सिंह की पत्नी भी किडनी देने में सक्षम नहीं थी। ऐसे में छोटे भाई की जान बचाने के लिए 38 वर्षीय बड़ी बहन बसंती ने अपनी एक किडनी देने का बड़ा निर्णय लेकर अपने छोटे भाई की जान बचाने की हिम्मत दिखाई है। अब किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 9 से 10 लाख रुपए की व्यवस्था की जब बात सामने आई तो परिवार ने एकमात्र जीवन का सहारा आधा एकड़ जमीन तक ओने पौने दाम में बेच दी। उसके बाद 4 से ₹5 लाख की व्यवस्था हो पाई। अब परिवार के सामने 5 लाख रूपये और जुटाने की समस्या सामने खड़ी है।

भीम सिंह की बड़ी बहन बसंती का कहना है की मेरे भाई की दोनों किडनियां खराब हो गई हैं और इसमें बहुत खर्च भी आ रहा है। एसडीएम और थाना प्रभारी से डॉक्यूमेंट पर साइन कराने आए हैं। आर्थिक सहायता के लिए भी आए हैं क्योंकि हम इतने सक्षम नहीं है, गरीब परिवार से हैं। उसके इलाज के लिए खेत बेचा है और मैं अपनी किडनी दान कर रही हूं, ताकि भाई का जीवन सुरक्षित हो। हमारे पास इतने पैसे भी नहीं की दूसरी किडनी खरीद सकें। प्रशासन ने मदद का आश्वासन दिया है।

भाई की दोनो किडनी खराब हो जाने के बाद बहन ही नही पूरा परिवार परेशान है। पीड़ित परिवार ने शुक्रवार को खरगोन एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एसडीएम ओम नारायण सिंह से मदद की गुहार लगाई। खरगोन एसडीएम ओम नारायण सिंह ने हर संभव मदद करने और आयुष्मान कार्ड बनवाकर राशि दिलाने का भरोसा दिलाया है। खरगोन एसडीएम ओम नारायण सिंह बडकुल का कहना है की बसंती बाई मेरे पास आई थी, उन्हे मुझसे प्रमाण पत्र चाहिए थे। मैने तत्काल प्रमाण पत्र और जितने भी पत्र हैं उनको सत्यापित करके चाहिये दिये है। प्रशासन स्तर पर हर सम्भव मदद की जायेगी। इसके अतिरिक्त तो जो भी सहायता की जरूरत पड़ेगी उनके लिए मैं हमेशा तत्पर रहूंगा।

निसंदेह ही भाई के लिये बहन के किडनी डोनेट करने के आगे आने की इस मामले ने एक पर फिर भाई बहन के रिश्तो को जहाॅ मजबूत कर रहा है वही बडी बहन के छोटे भाई के प्रति रिश्तो के कर्तव्य को बता रहा है। भाई बहन के अटूट रिश्तो को मजबूती भी मिल रही है।