SIT Investigation Started : अब SIT पता करेगी कि मकान बेचकर पलायन का किस्सा क्यों उठा!
Indore : शहर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में असामाजिक तत्वों से परेशान होकर ट्रेज़र फेंटेसी EWS टाउनशिप के फ्लैटों में रहने वाले कुछ लोगों ने अपने घरों के दरवाजे पर ‘यह मकान बिकाऊ है, के पोस्टर लगा दिए थे। घटना सामने आने के बाद डीसीपी आदित्य मिश्रा समेत पुलिस अधिकारियों ने क्षेत्र में जाकर लोगों से बात की। उन्हें पूरे मामले में बिल्डिंग में दो पक्षों के बीच विवाद का मामला सामने आया। फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए डीसीपी ने एसआईटी का गठन किया है।
पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी में एडिशनल डीसीपी के नेतृत्व में राऊ थाने के थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मी रहेंगे, जो पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करेंगे। जिस राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में ये पूरी बिल्डिंगें मौजूद है, उस थाने के किसी भी पुलिसकर्मी को इस टीम में शामिल नहीं किया गया।
डीसीपी आदित्य मिश्रा का मानना है कि यदि राजेंद्र नगर थाने के पुलिसकर्मियों को टीम में शामिल किया जाता, तो विरोधाभास की स्थिति उत्पन्न होती। यदि राजेंद्र नगर थाने का कोई पुलिसकर्मी इस घटनाक्रम में शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी का कहना है कि पूरे मामले में लिखित तौर पर दो शिकायतें आई थी। लेकिन, यह भी व्यक्तिगत और आपसी विवाद की थी। फिलहाल इस पूरे मामले में एसआईटी जांच कर रही है। जल्द ही उसकी रिपोर्ट के आधार पर आने वाले दिनों में संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इसलिए लगे ‘मकान बिकाऊ’ के पोस्टर
राजेंद्र नगर स्थित ट्रेजर टाउन कॉलोनी के सामने एबीसीडी बिल्डिंग मौजूद है। इस बिल्डिंग में करीब ढाई सौ से अधिक लोग निवास करते हैं। इनमें अधिकतर किराएदार हैं। पिछले दिनों बिल्डिंग में रहवासी संघ के चुनाव हुए, जिसमें दो पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। उसके बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष को बदनाम करने के लिए अपने फ्लैट के बाहर ‘यह मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगा दिए। इस बात को इतना प्रचारित कर दिया कि CM को इंदौर की कानून व्यवस्था की तत्काल समीक्षा करना पड़ी।
लोगों की शिकायत में एक व्यक्ति का नाम
रहवासियों ने इसके पीछे प्रशांत पांडे की शिकायत की, जिसने माहौल बिगाड़ रखा है। जब यह पूरा मामला सामने आया तो पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक तौर पर जिन लोगों ने अपने घरों पर पोस्टर लगाए थे, उनका कहना था कि क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के द्वारा महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही नशा तस्कर सक्रिय है। पुलिस इस पूरे मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने जब पूरे मामले में जांच पड़ताल शुरू की, तो सामने वाला पक्ष भी पूरे मामले में शिकायत लेकर थाने पहुंचा। उन्होंने पूरे मामले में जानकारी दी गई कि प्रशांत पांडे सोसायटी को बदनाम कर रहा है। सोसायटी में पिछले दिनों चुनाव हुए थे। उसे लेकर दुर्भावनापूर्ण बढ़ी और प्रशांत इस तरह की हरकत को अंजाम दे रहा है।
व्यवस्थाओं को सुधारा गया
यहां रहने वालों ने बताया कि सोसायटी में कई मूलभूत सेवाएं भी मौजूद नहीं है। पूरी कॉलोनी में लाइट, पीने के पानी का इंतजाम और सभी जगह सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। बिल्डर ने कॉलोनी में विकास कार्य नहीं करवाए। इसके बाद इस पूरे मामले में पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए बिल्डर को नोटिस जारी करके बिल्डिंग में सीसीटीवी कैमरे लगवाए।