Bhopal : प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के बंगले पर सोमवार को उनके निजी सचिव विजय बुधवानी कॉलेज स्टूडेंट्स पर भड़क गए। स्टूडेंट्स ऑनलाइन परीक्षा एग्जाम किए जाने की मांग को लेकर मंत्री से मुलाकात करने पहुंचे थे। इंतजार के बाद भी मुलाकात नहीं होने पर स्टूडेंट्स नाराज हो गए। उनका कहना था कि जब मंत्री के पास समय नहीं है तो हमको क्यों बैठाकर रखा है। इस पर बहस बढ़ गई और बुधवानी भी उन पर बिगड़ गए। थप्पड़ दिखाते हुए बोले ‘एक खींचकर दूंगा!’
बाद में अपनी सफाई में बुधवानी ने उनसे कहा कि मंत्री से मिलने का समय तय है। उन्हें नहीं पता कि छात्र बाहर कब से इंतजार कर रहे थे। बातचीत के दौरान वह अभद्रता करने लगे। उन्हें बंगले के बाहर मुलाकात के समय पर आने को कहा था। स्टूडेंट ने उनसे हुई सारी बात रिकॉर्ड कर ली। इसी बातचीत के दौरान निजी सचिव ने वीडियो रिकॉर्डिंग बंद करने के लिए भी बदतमीजी से बोला।
कोरोना के कारण छात्र लंबे समय से ऑफलाइन की जगह ऑनलाइन परीक्षा कराए जाने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर पहले RGPV में छात्रों ने हंगामा किया था। इसके अलावा बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी समेत सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में अधिकांश छात्र ऑफलाइन परीक्षा का विरोध कर रहे हैं। इसके लेकर जगह-जगह प्रदर्शन भी किए गए हैं।
सोमवार दोपहर कुछ छात्र उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के बंगले पर पहुंच गए। वह काफी देर तक बंगले के बाहर खड़े रहे। इस बीच उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव आए, लेकिन वे छात्रों से मिले बिना ही अंदर चले गए। इससे भड़के छात्र उनके ऑफिस में विजय बुधवानी के कक्ष में बिना इजाजत के अंदर घुस गए। वे मंत्री से तुरंत मिलने की जिद करने लगे। बुधवानी ने छात्रों से कहा कि वे मुलाकात के समय आएं। इसको लेकर उनके बीच बहस होने लगी। इसके बाद बुधवानी छात्रों को चांटा दिखाते हुए कहा कि एक खींचकर दूंगा। यह सब एक छात्र ने फोन पर रिकॉर्ड कर लिया। मोबाइल देखते ही बुधवानी ने रिकॉर्डिंग बंद करवा दी।
बुधवानी ने कहा कि छात्र जबरन मंत्री से मिलने की जिद कर रहे थे। ऑफिस में घुसकर बहसबाजी करने लगे थे। मंत्री से मिलने का निर्धारित समय है। यही बात तो उन्हें कह रहा था, लेकिन बात सुनने को तैयार नहीं थे।
कांग्रेस ने कहा ‘सत्ता का अहंकार’
कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ‘कॉलेजों में ऑनलाइन परीक्षा की माँग कर रहे छात्रों से मिलने के लिए उच्च शिक्षा मंत्री के पास समय नहीं, उनके निजी सचिव छात्रों को धमका रहे हैं, मारने की धमकी दे रहे है। सत्ता का अहंकार सर चढ़ कर बोल रहा है।
सत्ता का अहंकार सर चढ़कर बोल रहा है, चाय से ज्यादा केतली गर्म!