नींद न आना भी हो सकता है डायबिटीज का लक्षण

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नींद न आना भी हो सकता है डायबिटीज का लक्षण

ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने 1 हजार से अधिक लोगों पर रिसर्च की है. इन सभी लोगों की औसत उम्र 45 साल थी. इन लोगों से नींद के पैटर्न की जानकारी ली गई. यह भी पता किया गया है इनको नींद आने में परेशानी की समस्या है या नही. जिन लोगों ने रात में सोने की समस्या के बारे में बताया उनमें मोटापा, कोलेस्ट्रॉल जैसी परेशानी देखी गई, जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. ये समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, हालांकि 40 साल से अधिक उम्र के लोगों में इस परेशानी का जोखिम ज्यादा हो सकता है.

दुनियाभर में चीन के बाद डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज भारत में ही हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, भारत में इस बीमारी के 77 मिलियन मामले हैं.

इनमें टाइप-1 और टाइप-2 दोनों प्रकार के मरीज हैं. डायबिटीज कई कारणों से हो जाती है. इनमें खराब लाइफस्टाइल खानपान की गलत आदते हैं और जेनिटक कारण भी शामिल हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रात में नींद सही से न आना भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है,

जी हां, अगर रात में सही से नींद नहीं आती तो ये टाइप- 2 डायबिटीज की समस्या हो सकती है. ऑस्ट्रेलिया में हुई रिसर्च के मुताबिक, जिन लोगों को रात में सोने में परेशानी होती है. उनमें इंफ्लामेंटरी मार्कर सहित वजन बढ़ने जैसी समस्या देखी गई है, जो सीधा टाइप- 2 डायबिटीज से संबंधित है.

रिसर्च में बताया गया है कि जिन लोगों को पहले से ही डायबिटीज है और उन्हें नींद आने में भी परेशानी होती है तो उससे शरीर में कई अन्य बीमारियों का खतरा भी काफी बढ़ जाता है. ऐसे में सभी लोगों के लिए कम से कम सात घंटे की नींद लेना जरूरी है.

इस रिसर्च कीप्रमुख शोधकर्ता डॉ लीसा मैट्रिकियानी के मुताहबिक, नींद की कमी से शरीर में कई बीमारियों का खतरा रहता है. ऐसे में डायबिटीज और नींद के संबंध के बारे में जानना भी जरूरी था. इसके लिए ये रिसर्च की गई है. जिसमें कम नींद आने और डायबिटीज के खतरे का पता चला है. ऐसे में सभी लोगों को इस ओर ध्यान देना चाहिए. अगर रात में नींद नहीं आ रही है तो इसको लेकर लापरवाही न करें. ऐसे मामलों में डॉक्टरों से सलाह लेना बहुत जरूरी है.