Indore : शहर में असली नोट के बदले नकली नोट थमाकर ठगी करने का नया मामला सामने आया है। बदमाश 10 प्रतिशत अधिक राशि देने के बदले लोगों से नोट हासिल कर लेते थे। बदमाश इसके पहले भी 30 लाख की ठगी को अंजाम दे चुके हैं। सिविल इंजीनियर को झांसा लेकर बदमाशों ने 5 लाख रुपए ठग लिए।
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त निमिष अग्रवाल ने बताया कि महू में रहने वाले सिविल इंजीनियर को मजदूरों को भुगतान करने के लिए छोटे नोटों की जरूरत थी। उसके पास 500 और 2000 के बड़े नोट थे। कुछ माह पहले महू और इंदौर के बदमाशों से उसका सम्पर्क हुआ। बदमाशों ने उसे संयोगितागंज थाना क्षेत्र में बुलाया और यहां बड़े नोट लेकर बदले में छोटे नोट देने पर राजी कर लिया। इंजीनियर ने उन्हें 5 लाख रुपए दिए। इसके बाद बदमाशों ने नकली नोट से भरा बैग फरियादी को थमा दिया। धोखाधड़ी की जानकारी मिलने पर उसने संयोगितागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने सौरभ पिता प्रकाश गुप्ता निवासी स्वर्णबाग मंदिर महू तथा दिलीप उर्फ राज पिता सुशांत मुले निवासी सूरज नगर को पकड़ा। खुद को बताया ट्रस्ट का एजेंट पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे ट्रस्ट के एजेंट बनकर लोगों से संपर्क करते थे। लोगों को कहते थे कि उनके पास 10, 20, 50 एवं 100 के नोट हैं, जो भी यह नोट लेगा, उसे मूल राशि के अलावा 10 प्रतिशत अधिक रुपए देंगे। छोटे नोटों के बदले में 500, 2000 रुपए के नोट आपको देना होंगे। आरोपी पहले कम पैसे का लेनदेन कर 10 प्रतिशत कमीशन के साथ अधिक राशि देकर लोगों को विश्वास लेते थे और बाद में ज्यादा पैसों की अंतिम बड़ी डील कर असली पैसे के बदले नकली पैसे थमाकर फरार होते थे।