Smart city project : गांधी हॉल के जीर्णोद्धार के बाद खाली जमीन के उपयोग की प्लानिंग

कर्मचारियों के मकानों को खाली कराने पर भी विचार

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Smart city project : गांधी हॉल के जीर्णोद्धार के बाद खाली जमीन के उपयोग की प्लानिंग

इंदौर से अनिल शुक्ला की रिपोर्ट

Indore : ऐतिहासिक गांधी हॉल (Gandhi Hall) का कायाकल्प करने के बाद दूसरे चरण में गांधी हॉल परिसर में खाली पड़ी जमीन का उपयोग किया जाएगा। विकास कार्य करने के साथ ही यहां उद्यान बनाने की योजना है। योजना पर करोड़ों रुपए खर्च होंगे।

नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Smart city project) के तहत ऐतिहासिक गांधी हॉल का कायाकल्प किया गया है। गांधी का जीर्णोद्धार और इमारत को पुराने स्वरूप में लौटने पर करीब 6 करोड़ रुपए खर्च किए गए। शहर के लिए यह बड़ी सौगात है। गांधी हॉल के जीर्णोद्धार के बाद दूसरे चरण में गांधी हॉल परिसर में खाली पड़ी जमीन का उपयोग शुरू किया जाएगा। इसकी योजना बनाई जा रही है।

नगर निगम की योजना है कि ऐतिहासिक इमारत सुरक्षित रहने के साथ ही खाली पड़ी जमीन का उपयोग बेहतर हो। खाली पड़ी जमीन पर विकास कार्य करने के साथ ही इमारत आसपास के स्थान को भी खूबसूरत बनाने की योजना है। नया उद्यान बनाने के साथ ही पुराने उद्यान को भी संवारा जाएगा। खादीग्राम और हैंडीक्राफ्ट से जुड़ी दुकानें भी बनाई जाएंगी। विकास के लिए लोक निर्माण विभाग के भवन को भी खाली कराया जा रहा है।

परिसर में मौजूद पुलिस फायर ब्रिगेड के पुराने मकानों भी खाली कराने के लिए चर्चा है। अभी इन मकानों में कर्मचारी रहते है। गौरतलब है कि कर्मचारी यूनियन और अन्य भवनों को पहले की खाली कराकर उसे जमीदोंज किया जा चुका है।
स्मार्ट सिटी के प्रभारी (Incharge of smart city) डीआर लोधी ने बताया कि ऐतिहासिक धरोहर गांधी हॉल जीर्णोद्धार के बाद दूसरे चरण में परिसर की तस्वीर बदली जाएंगी। इसे लेकर प्लांनिग की जा रही है। स्मार्ट सिटी प्रभारी लोधी के मुताबिक दूसरे चरण में करीब 9 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। गौरतलब है कि गांधी हॉल के आसपास काफी जमीन खली पड़ी है।