Indore : इंदौर स्मार्ट सिटी बनने के साथ डिजिटल एड्रेसिंग सिस्टम वाला देश का पहला शहर बनने जा रहा है। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने एक बड़ा कदम उठाते हुए इंदौर स्थापित पता नेविगेशन के साथ एमओयू (MOU) साइन किया। इसके तहत डिजिटल सिटी के उद्देश्य से स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कंपनी के साथ ही पता डॉट कॉम (pata.com) के साथ PPP मॉडल पर एमओयू साइन किया।
इससे अब शहर के किसी भी पते तक पहुंचना आसान होगा। ‘पता डॉट कॉम’ द्वारा पते का एक यूनिक कोड नंबर उपलब्ध कराया जाएगा, इसमें पते के साथ फोटो भी रहेगा। यह जानकारी स्मार्ट सिटी कार्यपालक निदेशक और आयुक्त प्रतिभा पाल ने दी।
इस संबंध में इंदौर स्मार्ट सिटी के CEO ऋषभ गुप्ता और पता नेवीगेशन के रजत जैन के मध्य स्मार्ट सीड इक्यूबेशन सेंटर पर MOU साइन किया गया। स्मार्ट सिटी सीईओ ने बताया कि पता नेविगेशन ने एक पेटेंट एडवांस तकनीक विकसित की है। हाल ही में देश के लिए एक डिजिटल एड्रेसिंग सिस्टम (Digital Addressing System) बनाने के लिए इसरो (ISRO) के साथ भागीदारी की है, जो हमारे इंदौर शहर के लिए भी बहुत गर्व की बात है।
पता नेविगेशन एक छोटा और अनूठा कोड है जैसे कुमार 100, 221 या इस जैसा पसंदीदा कोड, जिससे आपकी जिओ टैग्ड लोकेशन पर पहुंचा जा सकेगा। इस ऐप पर आप पूरा टेक्स्ट एड्रेस प्रॉपर्टी की तस्वीरें, लैंडमार्क इत्यादि डाल सकते हैं। साथ ही लोग वापस डायरेक्शन को रिकॉर्ड कर सकते हैं जिससे एड्रेस बताने के लिए बार-बार कॉल करने की समस्या दूर हो जाएगी और विजिटर आसानी से पता ढूंढ सकेंगे।
डिजिटल एड्रेसिंग सिस्टम
स्मार्ट सिटी के CEO ने बताया कि पता नेवीगेशन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि भविष्य में अपना लंबा और जटिल पता शेयर करने के बजाय, आप बस एक छोटा कोड साझा कर सकेंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार वर्तमान में भारत हर साल सिर्फ अपने एड्रेसिंग सिस्टम की वजह से 75 हज़ार करोड़ का नुकसान उठाता है। इस नुकसान को कम करने और एड्रेसिंग सिस्टम को व्यवस्थित करने के लिए प्रधानमंत्री की उपस्थिति में पता नेविगेशन ने हाल ही में देश के लिए एक शक्तिशाली डिजिटल एड्रेसिंग सिस्टम बनाने के लिए इसरो के साथ भागीदारी की है, आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की और यह एक शक्तिशाली कदम है।
किसी का पता ढूँढना मुश्किल नहीं होगा
इस MOU के तहत सभी सरकारी विभाग आपातकालीन सेवाएं जैसे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस, पता ऐप का इस्तेमाल करेंगे। बैंकिंग जियोटैगिंग के साथ ई-केवाईसी आदि ज़रूरी सुविधाओं में पता का उपयोग होगा। सभी विभागों में पता इंटीग्रेटेड होगा। पता ऐप एक मुफ्त प्लेटफार्म है जिसे पार्सल डिलीवरी करने वाली कंपनियां इस्तेमाल कर सही लोकेशन पर पहुंचेंगी। ई-कॉमर्स के लिए अंतिम मील तक की पहुंच पता द्वारा संभव होगी और ईंधन की कम खपत का फायदा, डिलीवरी वालों को मिलेगा एवं इंदौर शहर के प्रदूषण स्तर को कम करने में यह ऐप एक अहम भूमिका निभाएगा। पता नेविगेशन के रजत जैन ने बताया कि पता ड्रोन डिलीवरी के लिए भी काम करेगा। साथ ही टीम पता नेविगेशन इंदौर वासी अपने नंबर वन होने का जज्बा कायम रखेंगे और इंदौर, नंबर वन डिजिटल एड्रेस सिटी रेवोल्यूशन का हिस्सा बनें!