स्थानीय निकायों में स्थापित होंगे Smart Fish Parlor (स्मार्ट फिश पार्लर) : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री मत्स्य-विकास योजना में मिलेगा मत्स्य-बीज उत्पादन और झींगा पालन के लिए सहयोग
मछुआरों के आर्थिक उन्नयन में सरकार करेगी पूरा सहयोग
भोपाल. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के मछुआरों के आर्थिक उन्नयन, परिवार के सदस्यों को विवाह, शिक्षा, सहायता, बीमा योजना का लाभ दिलवाने का कार्य किया गया है।
प्रदेश में स्थानीय निकायों में स्मार्ट फिश पार्लर (Smart Fish Parlor) स्थापित होंगे। इससे हमारे मछुआरे भाई-बहनों को संगठित रोजगार मुहैया कराने के साथ ही उपभोक्ताओं को विभिन्न प्रकार की स्वच्छ और ताजी मछलियों की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो सकेगी।
मुख्यमंत्री मत्स्य-विकास योजना प्रारंभ कर मत्स्य-बीज उत्पादन एवं झींगा-सह-मछली पालन के लिए सहायता दिलवाई जाएगी। मछुआरों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर किसान क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास में हुए बुधनी क्षेत्र मछुआ सम्मेलन में 400 हितग्राहियों को मत्स्याखेट किट और 50 हितग्राहियों को मत्स्य-विक्रय और परिवहन के लिए मोटरसाइकिल का वितरण किया।
साथ ही 443 हितग्राहियों को किसान क्रेडिट कार्ड के स्वीकृत-पत्र भी दिए गए। प्रदेश में अब तक एक लाख 5 हजार मछुआरों को यह कार्ड दिए जा चुके हैं।
मछुआ कल्याण एवं मत्स्य-विकास और जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री रमाकांत भार्गव, सलकनपुर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महेश उपाध्याय और केवट समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान भी उपस्थित रहीं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा केवट कभी पैदल और बस से ही यात्रा करता था। केवट समाज को अपनी सामग्री ले जाने में भी दिक्कत होती थी। इन्हें दो पहिया वाहन दिए जा रहे हैं।
योजना में अभी 50 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। साथ ही मत्स्य-पालन और मत्स्याखेट कार्य की सामग्री की किट भी दी जा रही है।
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मोटरसाइकिल के साथ एक आइस बॉक्स भी उपलब्ध करवाया गया है। मत्स्याखेट सामग्री में जाल, कांटा आदि शामिल हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मछुआरों को मत्स्य-बीज, मछली और झींगा उत्पादन बढ़ाने प्रशिक्षण और उन्नयन, प्रभावी मार्केटिंग और ब्रांडिंग के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराने, तालाब हैचरी, मछली आहार संयंत्र, नाव और जाल आदि उपलब्ध करवाने, कार्यशील पूँजी, रोजगार और आजीविका की व्यवस्था के साथ विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ दिलवाने की रणनीति तय की गई है।
मत्स्य-पालन और बीज उत्पादन में राज्य सरकार पूरा सहयोग देगी।
डोंगा चालन स्पर्धा होगी,कावेरी ने किया है कमाल
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केवट समाज में अनेक अच्छे तैराक और नाव एवं डोंगा चालक हैं। इनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित किया जाएगा।
नर्मदा जी में डोंगा चालन स्पर्धा होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सीहोर जिले के एक छोटे से गाँव मंडी की निवासी कावेरी ढीमर ने पिछले साल अक्टूबर में हिमाचल प्रदेश में हुई 31वीं राष्ट्रीय सीनियर कैनो स्प्रिंट चेम्पियनशिप में प्रदेश के लिए सात स्वर्ण पदक अर्जित कर कमाल कर दिखाया।
गत 17 मार्च 2022 को मैंने कावेरी को 11 लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि दी। केवट समाज के अन्य प्रतिभावान खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।
बालाघाट की तरह अन्य जिलों में भी हो श्रेष्ठ क्रियान्वयन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के मत्स्य-उत्पादन में निरंतर वृद्धि हो रही है। मत्स्य-उत्पादन की राष्ट्रीय वार्षिक वृद्धि दर से मध्यप्रदेश की वृद्धि दर दोगुनी है।
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प्रदेश में करीब साढ़े चार लाख हेक्टेयर जल क्षेत्र में से 99 प्रतिशत क्षेत्र में मछली पालन किया जा रहा है।
बालाघाट जिले को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के क्रियान्वयन में देश के सर्वश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार मिल चुका है। अन्य जिलों में भी इस क्षेत्र में श्रेष्ठ क्रियान्वयन किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केवट समाज के हितग्राहियों को संबल योजना का लाभ भी दिया जा रहा है। मेधावी छात्र-छात्राओं को निषादराज छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में निर्धारित सहायता के अलावा केवट समाज की बेटियों के विवाह पर 20 हजार रूपए की अतिरिक्त सहायता मुख्यमंत्री मीनाक्षी विवाह योजना में दी जाती है।
प्रदेश में पौने दो लाख से अधिक मछुआरों को दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिया जा रहा है।
मत्स्य-कल्याण और जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने शासन की मछुआ कल्याण योजनाओं की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के सभी मछुआरों को क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है। उन्होंने मध्यप्रदेश में प्रत्येक वर्ग के कल्याण की चिंता की है।
सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने कहा कि केवट समाज बड़े नगरों में मत्स्य-विक्रय पर ध्यान दें। शासन तो सभी सुविधाएँ दे ही रहा है, हमें सजग होकर आर्थिक उन्नयन करना है।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुष्प वर्षा कर केवट समाज के प्रतिनिधियों का मुख्यमंत्री निवास परिसर में स्वागत किया। श्रीमती साधना सिंह का भी महिला प्रतिभागियों ने स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निषादराज की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप जला कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंच पर कन्या-पूजन भी किया।
लाभान्वित हितग्राहियों की जनकारी
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में आज जिन मछुआरों को प्रतीकस्वरूप मोटर साइकिल दी गईं, उनमें सर्वश्री संतोष रामकरण, कन्हैयालाल हरिराम, अजय रामकरण, तुलसीराम घासीराम, अशोक रामसिंह, विनोद कुमार कंछेदीलाल, आकाश केशु केवट, गंगाराम रामदयाल, राजूरमेश केवट, जितेंद्र रामविलास मांझी शामिल हैं। इसी तरह किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने वाले मछुआरों में सर्वश्री राजू घूडेलाल, अजय, विनोद, अर्जुन केवट, शिवदयाल केवट, मोहनलाल, नर्मदा प्रसाद, कमल, जयराम और उमेश बद्री प्रसाद शामिल हैं। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में फिश कियोस्क निर्माण के लिए श्रीमती ज्योति गनपत केवट को अनुदान राशि का वितरण भी किया गया।
प्रमुख सचिव मछुआ कल्याण एवं मत्स्य श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, संचालक श्री भरत सिंह सहित बड़ी संख्या में मछुआ समाज के लोग उपस्थित थे।