
पुराने मीटरों की तुलना में स्मार्ट मीटर फायदेमंद, बिजली की खपत पर नियंत्रण करना आसान
भोपाल। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर को लेकर चल रही भ्रांतियों को दूर करते हुए कहा है कि स्मार्ट मीटर हर तहर से उपभोक्ताओं के हित में है। कंपनी ने उपभोक्ताओं के मन में उठ रहे सवालों को लेकर एक प्रश्नोत्तरी जारी की है। इसमें बताया गया है कि पुराने मीटरों की तुलना में स्मार्ट मीटर फायदेमंद हैं। स्मार्ट मीटर के माध्यम से बिजली की खपत पर आसानी से नियंत्रण पाया जा सकता है। साथ ही दिन के टैरिफ में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक 20 प्रतिशत की छूट भी प्रदान की जा रही है। आइये, जानते हैं कुछ साधारण प्रश्नों के माध्यम से स्मार्ट मीटर के बारे में : ——–
1. स्मार्ट मीटर क्या है?
स्मार्ट मीटर एक आधुनिक और डिजिटल बिजली मीटर है जो पारंपरिक मीटर की तुलना में कहीं अधिक सुविधाएँ प्रदान करता है। यह उपभोक्ता को अपनी बिजली खपत की रियल-टाइम जानकारी देता है और उसे खर्च पर
नियंत्रण रखने में मदद करता है।
2. स्मार्ट मीटर कैसे काम करता है?
स्मार्ट मीटर भी पुराने पारंपरिक मीटर की तरह ही कार्य करता है, परंतु इसमें एक अतिरिक्त कम्युनिकेशन मॉड्यूल (संचार इकाई) जोड़ी गई है, जिसकी मदद से मीटर में दर्ज रीडिंग एवं खपत की जानकारी सीधे सर्वर तक डिजिटल रूप में भेजी जा सकती है।
3. पुराने मीटर की तुलना में स्मार्ट मीटर के क्या फ़ायदे हैं?
उपभोक्ताओं को ट्रांसपेरेंसी और बेहतर सुविधा मिलती है, बिजली के उपयोग का पूरा कंट्रोल अपने हाथ में होता है।
बिजली की खपत वास्तविक समय में देखने से उपभोक्ता को यह समझ आता है कि किस समय पर सबसे अधिक बिजली की खपत हो रही है। मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से जानकारी मिलने पर उपभोक्ता को बिजली के उपयोग का बेहतर प्रबंधन करने में मदद मिलती है। मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से 24X7 जुड़े रहकर आसानी से अपने सवालों के जवाब पा सकते हैं।
4. क्या स्मार्ट मीटर लगने शुरू हो गए हैं ?
जी हां, राजधानी भोपाल सहित कंपनी कार्यक्षेत्र के पूरे 16 जिलों में उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरु हो चुका है। चरणबद्ध तरीके से यह कार्य चल रहा है।
5. क्या स्मार्ट मीटर से बिजली के बिल में छूट मिलती है?
बिलकुल, स्मार्ट मीटर से दिन के टैरिफ में सुबह 9 बजे से शाम 5 पांच बजे तक खपत के आधार पर 20 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। यह छूट 10 किलोवॉट तक के उपभोक्ताओं को प्रदान की जा रही है। इसमें घरेलू उपभोक्ता, गैर-घरेलू उपभोक्ता, सार्वजनिक जल कार्य एवं स्ट्रीट लाइट तथा निम्नदाब औद्योगिक उपभोक्ता शामिल हैं।
6. स्मार्ट मीटर की रीडिंग कैसे होती है?
स्मार्ट मीटर की रीडिंग ऑटोमेटिक होती है। जहां स्मार्ट मीरट लग गए हैं वहां मीटर रीडर परिसर में नहीं आएगा। इसकी रीडिंग निर्धारित तिथि पर सटीक और पारदर्शी होती है, जिसे आप अपने मोबाइल पर उपाय एप में स्मार्ट मीटर टैब में जाकर देख सकते हैं।
7. साधारण मीटर और स्मार्ट मीटर में क्या अंतर है?
स्मार्ट मीटर भी पुराने साधारण मीटर जैसा ही है। स्मार्ट मीटर में कम्युनिकेशन डिवाइस जुड़ी होती है। जैसे कि मोबाइल फोन में सिम होती है इसी प्रकार इसमें भी एक सिम होती है जिससे विद्युत मीटर का डाटा कंफ्रीडाक्यूम सॉफ्टवेयर में ट्रांसफर होता है।
8. स्मार्ट मीटर से बिल कैसे जनरेट होता है?
जिसके घर में स्मार्ट मीटर लगेगा उसके घर पर मीटर रीडर नहीं जाएगा। यह मीटर डाटा कंफ्रीडाक्यूम डिवाइस के माध्यम से उपभोक्ताओं के बिलिंग सॉफ्टवेयर में जुड़ा होगा जिसके आधार पर उपभोक्ता का बिल जनरेट हो जाएगा। यह बिल हर माह की 1 तारीख से अंतिम तिथि 30 अथवा 31 तारीख तक का होता है जो प्रतिमाह 1 तारीख के बाद मोबाइल, व्हाट्सऐप, एसएमएस अथवा ईमेल पर भेज दिया जाता है।
9. स्मार्ट मीटर खपत को नियंत्रित कैसे करता है?
उपभोक्ता उपाय एप के जरिए अपनी खपत को नियंत्रित कर सकता है। संबंधित उपभोक्ता यह देख सकता है कि उसके परिसर में किस समय कितनी खपत हो रही है। खपत के आधार पर वह खपत नियंत्रित कर सकता है।
10. स्मार्ट मीटर बिजली चोरी पर नियंत्रण कैसे कर सकता है?
स्मार्ट मीटर की एक बहुत बड़ी विशेषता यह है कि स्मार्ट मीटर में यदि किसी ने जरासी भी छेड़छाड़ की तो इसकी सूचना बिजली कंपनी के दफ्तर में तुरंत प्राप्त हो जाएगी। बिजली कंपनी की टीम चोरी करने वाले उपभोक्ता के घर पहुंचकर उस पर तुरंत कार्रवाई कर सकती है।
11. कोई यदि भुगतान नहीं करता है तो स्मार्ट मीटर उसकी बिजली काट सकता है क्या?
स्मार्ट मीटर में डिस्कनेक्शन का और रिकनेक्शन का ऑप्शन है। यदि कोई उपभोक्ता निर्धारित दिनांक भुगतान नहीं करेगा तो उसका कनेक्शन कंट्रोल रूम से ही कट जाएगा और यदि भुगतान कर देता है तो उसका री-कनेक्शन भी कंट्रोल रूम से कर दिया जाएगा। इससे वितरण कंपनी के मैन पावर की बचत होगी साथ ही उपभोक्ता को यह प्रेरणा भी मिलेगी की उसे अपना बिजली बिल समय पर जमा करना होगा।
12. कितने स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, अभी तक कहीं कोई गड़बड़ी मिली है क्या?
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के पूरे कार्यक्षेत्र में 22 लाख स्मार्ट मीटर लगाया जाना है जो की चरणबद्ध ढंग से लगाए जा रहे हैं। अब तक लगभग साढे तीन लाख स्मार्ट मीटर विभिन्न जिलों में लगा दिए गए हैं, जो कि बिल्कुल ठीक ढंग से काम कर रहे हैं और किसी भी उपभोक्ता को कोई शिकायत नहीं है। मीटर परीक्षण के लिए एक हजार स्मार्ट मीटर पर 50 चेक मीटर लगाने का भी प्रावधान है।
13. स्मार्ट मीटर लगवाने की क्या प्रक्रिया है?
स्मार्ट मीटर लगाने के लिए इसका पूरा प्लान है। इसके लिए उपभोक्ता को बिजली कंपनी के दफ्तर में नहीं आना है। स्मार्ट मीटर की कंपनी को असाइन कर दिया गया है कि वह निर्धारित मोहल्ले में स्मार्ट मीटर लगाती है और वह कंपनी लगातार काम कर रही है।
14. स्मार्ट मीटर के लिए उपभोक्ताओं से कोई अलग से शुल्क लिया जाएगा?
स्मार्ट मीटर जिन उपभोक्ताओं के लगाए जा रहे हैं उनसे कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। उपभोक्ता के परिसर में जाकर नि:शुल्क मीटर लगाया जा रहे हैं।
15. स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलेगी या नहीं?
कंपनी द्वारा सरकार की अटल गृह ज्योति योजना के तहत उपभोक्ताओं को मिलने वाली सब्सिडी स्मार्ट मीटर लगने के बाद भी लगातार दी जा रही है।
16. अगर किसी तरह की कोई असुविधा होती है तो क्या करें?
सभी बिजली उपभोक्ताओं से आग्रह है कि वह स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी को सहयोग करें। स्मार्ट मीटर लगवाएं यह उनके लिए बहुत ही उपयोगी है। इससे एक्यूरेसी के साथ बिजली का बिल मिलेगा। मीटर रीडर से जो परिसर में आता है उसका आना रुक जाएगा और उनको बिल्कुल सही वोल्टेज पर सही सप्लाई मिलेगी किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होगी। यदि कोई असुविधा होती है तो वह कंपनी के टोल फ्री नंबर 1912 पर या उपाय ऐप के चैटबॉट 0755-2551222 पर या कंपनी की वेबसाइट portal.mpcz.in पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कंपनी को ईमेल कर सकते हैं व्हाट्सएप चैट बॉट कर सकते हैं, सोशल मीडिया पर वह कमेंट कर सकते हैं।





