Bhind MP: करी पत्ता की आड़ में amazon.com द्वारा कर रहे थे smuggling of ganja , 2 को दबोचा
भिण्ड से परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
भिंड: जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ऑनलाइन सामान बेचने वाली अमेज़न कंपनी द्वारा सप्लाई की जा रही गांजा की खेप को पकड़ा है। पुलिस द्वारा पिछले कई दिनों से इसकी रेकी की जा रही थी। जिसके बाद शनिवार को डिलीवरी करते हुए तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही गांजा खरीदने वाले ढाबा संचालक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि तस्करी कर रहे आरोपी के एक साथी को पुलिस खोज रही है।
सामान की ऑनलाइन बिक्री करने वाले प्लेटफार्म का किस प्रकार से दुरुपयोग किया जा सकता है इसका उदाहरण देखने को मिला मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले में। यहां की तेज तर्रार पुलिस ने ऑनलाइन गांजे की तस्करी का सनसनीखेज खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
दरअसल भिण्ड पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने जिले में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के निर्देश सभी थाना प्रभारियों को दिए हैं।
ऐसे में एएसपी कमलेश कुमार खरपुसे के नेतृत्व में कार्य कर रही भिण्ड सायबर सेल को सूचना मिली थी कि एक युवक गांजा बेच रहा है(smuggling of ganja) जिसे पकड़कर पुलिस डॉग की मदद से गोदाम पर छापामारी कर एक क्विंटल के लगभग गांजा पकड़ा गया। जिसके बाद पुलिस इसकी सप्लाई चैन की खोजबीन में जुट गई थी।
ऐसे में प्रारंभिक इनपुट के आधार पर सायबर सेल प्रभारी शिवप्रताप सिंह, अमायन थाना प्रभारी दीपेंद्र सिंह यादव एवं गोहद चौराहा थाना प्रभारी ओमप्रकाश मिश्रा को गांजा की सप्लाई चैन का पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
कुछ ही दिनों में पुलिस को ग्वालियर निवासी सूरज उर्फ कल्लू पवैया के बारे में जानकारी मिली। जिसके बाद पुलिस ने इस पर निगरानी रखना शुरू कर दिया था।
लेकिन पुलिस को यह पता नहीं चल पा रहा था कि वह गांजा की सप्लाई कहाँ से लेता है और कहां डिलीवरी देता है। लेकिन पुलिस को जो पता चला वह आपको भी हैरान कर देगा।
दरअसल सूरज ने अपने मामा के लड़के के साथ मिलकर अहमदाबाद में स्थित बाबू टेक्स कंपनी के नाम पर पुणे में इसी नाम की फर्जी कंपनी बनाकर उसको ऑनलाइन सामान बेचने वाली ई कॉमर्स कंपनी अमेजॉन डॉट कॉम पर सेलर के रूप में दर्ज किया और खुद को करी पत्ता का सप्लायर बताते हुए करी पत्ता की बिक्री करने लगे।
लेकिन ये शातिर गांजा तस्कर करी पत्ता की आड़ में ई कॉमर्स साइट का उपयोग कर नशे का कारोबार कर रहे थे, ताकि कोई उन्हें पकड़ ना सके।
इस तरह करते थे कारोबार
गांजा तस्कर अपने ग्राहकों से ऑफलाइन डीलिंग करते और फिर अमेजॉन डॉट कॉम पर रजिस्टर्ड अपनी कंपनी के माध्यम से खुद ही उतनी मात्रा में करी पत्ता की बुकिंग करते जितनी उनकी डील होती थी।
फिर क्या था, करी पत्ता की जगह खुद ही गांजा पैक करके ग्राहक के पते पर भेज देते थे। ऐसे में इनको डिलीवरी और इस दौरान पुलिस के द्वारा पकड़े जाने का खतरा भी नहीं रहता था।
लेकिन भिण्ड की तेज तर्रार पुलिस की निगाहों से वह बच नहीं सके। पुलिस ने सूरज पवैया को गांजे के साथ पकड़ लिया। यही नहीं गांजा की डिलीवरी मंगाने वाले ढाबा संचालक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं इसके मास्टरमाइंड मुकुल जायसवाल जो कि सूरज का रिश्तेदार है जिसको भी पुलिस ने उत्तरप्रदेश पुलिस की मदद से हिरासत में लिया है।
देखिये वीडियो-
इस कार्यवाही में सायबर सेल एवं अमायन, गोहद चौराहा थाना प्रभारियों के अलावा मालनपुर थाना उपनिरीक्षक अजय यादव, एएसआई सत्यवीर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल सतेंद्र यादव, प्रमोद पाराशर, महेश कुमार, अजय बघेल, अजय कुमार एवं सायबर सेल आरक्षक राहुल यादव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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अब तक हो चुका है 1 करोड़ 10 लाख का ट्रांजेक्शन
पुलिस के अनुसार इस फर्जी तस्कर गिरोह द्वारा रजिस्टर की गई बाबू टेक्स कंपनी द्वारा 1 करोड़ 10 लाख रुपये से अधिक के ट्रांजेक्शन किये जा चुके हैं। जिसमें लगभग एक टन गांजा(smuggling of ganja) खपाया जा चुका है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अमेजॉन पर करी पत्ता के एक पैकेट की कीमत 200 रुपये थी। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि करी पत्ता की आड़ में बेचे गए गांजा की कीमत कितनी होगी।
हालांकि अमेजॉन को करी पत्ता की कीमत का 66.66 प्रतिशत हिस्सा जाता था, जबकि 33.34 प्रतिशत हिस्सा सेलर्स को मिलता था।
लेकिन सेलर्स की मुख्य कमाई तो करी पत्ता की जगह गांजा से थी। जिसका भंडाफोड़ भिण्ड पुलिस ने किया है।
फिलहाल भिण्ड पुलिस और जांच में जुटी हुई है कि इनके द्वारा गांजा कहाँ से खरीदा जाता था और कहाँ कहाँ बेचा जाता था। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इनके द्वारा भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर के अलावा भोपाल आगरा तक अमेजॉन के जरिये गांजा सप्लाई की बात स्वीकार की गई है।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह का कहना है कि बाबू टैक्स कंपनी सूरत की है और टेक्सटाइल श्रेणी में रजिस्टर्ड है ऐसे में इसके द्वारा करी पत्ता की बिक्री कैसे की जा रही थी। और एक ही नाम से दूसरी कंपनी कैसे रजिस्टर्ड हुई, जिसकी अमेजॉन द्वारा जांच आखिर क्यों नहीं की गई। इसकी जानकारी अमेजॉन से मांगी गई है।
यदि उनकी भी संलिप्तता पाई जाती है तो उस पर भी कार्यवाही की जायेगी। वहीं सूरज ने पिछले कुछ समय में भारी संपत्ति अर्जित की है जिसकी जांच भी कराई जाएगी।
देखिये वीडियो: क्या कह रहे हैं, मनोज कुमार सिंह (पुलिस अधीक्षक, भिण्ड)-