Social Irony : ‘हर घर शौचालय’ का नारा, पर ये बच्चे शौचालय को तरस रहे!

50 छात्र और 30 छात्राएं खुले में शौच जाने को मजबूर

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Social Irony : ‘हर घर शौचालय’ का नारा, पर ये बच्चे शौचालय को तरस रहे!

बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट

Badwani : ‘हर घर शौचालय’ और ‘स्वच्छ भारत’ का नारा देकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लक्ष्य बनाकर आम लोगों को हर तरह से सुविधा दी। जिनके घर में शौचालय नहीं उन्हें शौचालय दिए। लेकिन, बात अगर बड़वानी विधानसभा के पाटी विकासखंड की, की जाए तो ग्राम पंचायत बोकराटा के ठक्कर बापा आदिवासी कन्या व बालक आश्रम के छात्र और छात्राएं भी खुले में शौच को जाने के लिए मजबूर हैं। इसे घोर विडंबना ही माना जाना चाहिए कि जिस देश में स्वच्छता और शौचालय को इतना महत्व दिया जाता हो, वहां के छात्र-छात्राएं शौचालय के लिए तरस रहे हैं।

जिले के पाटी विकासखंड के ग्राम बोकराटा के कन्या व बालक आश्रम में 50 छात्रों सहित 30 छात्राओं को खुले में शौच जाना पड़ता है। क्योंकि, उनके लिए शौचालय नहीं है। कांग्रेस नेता और पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन का कहना है कि प्रदेश के मंत्री की विधानसभा में ये हालत है, तो बाकी प्रदेश की हालात क्या होगी! उनका कहना है कि लगता है कि जन सुविधाओं के प्रति सरकार की इच्छा शक्ति ही खत्म हो गई। इस मामले पर राज्यसभा सांसद सुमेरसिंह सोलंकी जरूर बोले कि जल्द होगा समस्या का हल होगा।

बड़वानी में 1970-71 में बने बालक और बालिका आश्रम के भवनों में कोई शौचालय नहीं है। कभी एक शौचालय बना था, जो आज जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है, जिसका उपयोग नही किया जा सकता। छात्राएं कहती है कि यहां पानी की भी समस्या रहती है।

पहली से 5 वीं तक के 50 छात्र व 30 छात्राओं के कमरे में मात्र 2-2 पंखे लगे हैं। गर्मी में यहां सभी को इसी हालत में यहां रहकर पढ़ना पड़ता है। छात्र-छात्राओं की बात पर मुहर लगाते हुए आश्रम की अधीक्षक सहित शिक्षिका भी मानती है कि उनकी बात सही है। आश्रम में कोई देखने वाला तक है। न कोई समझने वाला है। जैसी स्थिति है, उसी में रहना और पढ़ना सबकी मजबूरी है।

पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस के राजपुर विधायक बाला बच्चन इस मामले को लेकर कहते है कि ये सरकार की पोल-खोल व्यवस्था है। मंत्री की विधानसभा के ये हाल हैं, तो प्रदेश की स्थिति क्या होगी। इसी से अंदाज लगाया जा सकता है बाला बच्चन के अनुसार सरकार की इच्छा शक्ति खत्म हो गई है। इस मामले में राज्यसभा सांसद डॉ सुमेरसिंह सोलंकी का कहना है कि मीडिया के माध्यम से मामला उनके संज्ञान में आया है। अगर यह सही है, तो बहुत मामला बहुत गंभीर है। उन्होंने तत्काल कलेक्टर समेत जवाबदारों को निर्देश देकर समस्या का हल करवाने की बात कही।