Solar Energy in MP: 20 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य पाने सोलर पार्क पर फोकस, 5 चल रहे, सागर और धार में दो और को मंजूरी
भोपाल: मध्यप्रदेश के किसानों और आमजनागरिकों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए नवीन एवं नवकरणीय उर्जा विभाग अब प्रदेश में सोलर परियोजनाओं पर फोकस कर रहा है। एमपी में बीस हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है वर्तमान में प्रदेश में पांच सोलर पार्क इस समय काम कर रहे है और इनमें 11 हजार 69 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है और शाजापुर में दिसंबर अंत तक एक नया सोलर पार्क तथा ओंकारेश्वर में फेज एक के विस्तार का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। वहीं सागर और धार में तीन-तीन सौ मेगावाट की सोलर पार्क परियोजनाएं शुरु होंने जा रही है जिनके लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है। इन सात सोलर पार्क परियोजनाओं के शुरु होंने पर इनसे इसी वित्तीय वर्ष में प्रदेश में 12 हजार 208 मेगावाट बिजली का उत्पादन संभव हो सकेगा।
प्रदेश का नवीन एवं नवकरणीय उर्जा विभाग इन सोलर पार्क परियोजनाओं को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए शुरु कर रहा है। राज्य सरकार का इसमें कुछ खर्च नहीं होता है। मध्यप्रदेश में मंदसौर में सितंबर 2017 से शुरु हुई सोलर पार्क परियोजना से ढाई सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। रीवा में जनवरी 2020 से साढ़े सात सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। आगर मालवा में सोलर पार्क से अप्रैल 2024 से 550 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरु हो गया है। नीमच में अगस्त 2024 से शुरु हुई सोलर पार्क परियोजना से 330 मेगावाट बिजली बन रही है। वहीं ओंकारेश्वर में फेज एक के तहत सितंबर 2024 से शुरु हुए सोलर पार्क से 189 मेगावाट बिजली बन रही है।
शाजापुर में साढ़े चार सौ मेगावाट की इकाई की स्थापना की जा रही है। यह इकाई दिसंबर 2024 तक उत्पादन शुरु कर देगी। वहीं ओंकारेश्वर फेज एक के तहत 89 मेगावाट की क्षमता और बढ़ाई जाएगी। यह काम भी दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। धार और सागर में तीन-तीन सौ मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क परियोजनाओं को सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई है। इन परियोजनाओं में उत्पादित बिजली की खरीदी एमपीपीएमसीएल द्वारा निविदा के माध्यम से न्यूनतम दर निर्धारित कर किया जाएगा जिससे प्रदेश को सस्ती बिजली मिल सकेगी।