Sonu Will Contest From Indore : सोनू सूद ने इंदौर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई! 

सोनू ने कहा कि इंदौर से मेरा ख़ास लगाव, सांसद ने कहा आपका स्वागत है!

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Sonu Will Contest From Indore : सोनू सूद ने इंदौर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई! 

   Indore : फिल्म अभिनेता सोनू सूद आज ‘रोडीज’ के ऑडिशन के लिए इंदौर आए थे। यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब मेरी चुनावी राजनीति में उतरने की इच्छा है। उन्होंने कहा कि यदि मौका मिला तो मैं इंदौर से चुनाव लडूंगा। क्योंकि, यहां से में ख़ास लगाव है। इंदौर मुझे अपना घर ही लगता है। पर अब यहां बहुत सी चीजें बदल गई। इंफ्रास्ट्रक्चर बदल गया, इसके बाद भी यहां के लोग वैसे ही हैं। उनके दिल में जो अफेक्शन रहता है, वह वैसा ही है। यही इंदौर को खास बनाता है। सोनू के इंदौर से चुनाव लड़ने के बयान के बाद इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि आपका स्वागत है। यदि सोनू इंदौर से चुनाव लड़ते हैं, तो ‘आप’ पार्टी से लड़ सकते हैं!

कोरोना काल में मसीहा बनकर उभरे सोनू सूद ने चुनावी राजनीति में उतरने की इच्छा जताकर नई राजनीतिक बहस छेड़ दी। जबकि, अभी तक वे राजनीति में आने को लेकर इंकार करते रहे हैं। उन्होंने आज इंदौर में यह संभावना जताई कि मैं इच्छा तो नहीं रखता, लेकिन भविष्य का कुछ कह नहीं सकते। अगर मौका मिले तो इंदौर से चुनाव लड़ना पसंद करूंगा। इस पर सांसद शंकर लालवानी ने प्रतिक्रिया दी कि सोनू को राजनीति में आना चाहिए।

रिया चक्रवर्ती, प्रिंस नरूला और गौतम गुलाटी के साथ एक रियलिटी शो के लिए आए सोनू सूद ने मीडिया के राजनीति में आने के सवाल पर कहा कि वैसे यह दुनिया बेहतर है। राजनीति भी कमाल की दुनिया है। वहां भी लोग अच्छा काम करते हैं। मुझे लगता है कि जब भी कोई अच्छा काम करने लगता है तो कहा जाता है कि राजनीति में आइए। मुझे लगता है कि उसके बिना भी अच्छा काम किया जा सकता है। आने वाले समय में पता नहीं क्या लिखा हुआ है। मैं इच्छा नहीं रखता। लेकिन, यह हो जाता है। आना तो चाहिए।

सोनू सूद ने कहा कि मुझे जनता की सेवा करना बहुत पसंद है। सभी जानते हैं कि मैं कई तरह से लोगों की मदद कर रहा हूं। लोगों की मदद करने का सबसे अच्छा माध्यम राजनीति ही है। सोनू ने कहा कि इंदौर से मेरा पुराना रिश्ता है। यह मेरे लिए दूसरे घर जैसा है। मेरे कई रिलेटिव इंदौर में हैं। बचपन में छुट्टियों में मैं इंदौर आता था। 56 दुकान हो, सराफा बाजार हो, मैंने पूरा देखा हुआ है। स्कूटर चलाना भी इंदौर से ही सीखा था। एबी रोड पर घूमते हुए ही सीखा था। अंकल मुझे पलासिया में 56 दुकान पर लाते थे। खाने की दुकानें थी, अब और बेहतर हो गई हैं।