South African Delegates Praises MP’s Climate: धीरे- धीरे सफलता की ओर कदम बढ़ाता PM का चीता प्रोजेक्ट
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चीता प्रोजेक्ट अब धीरे- धीरे सफलता की ओर कदम बढ़ाता हुआ नजर आ रहा है। दक्षिण अफ्रीका डेलीगेट ने चीता के सरवाइब के लिए मध्यप्रदेश के जलवायु, जैव विविधता के अलावा यहां के हरे भरे मैदान की जमकर तारीफ की।
वन्य प्राणी शाखा से जुड़े लोगों ने बताया कि गांधी सागर अभयारण्य में चीता के लिए तैयार हो रहे दूसरे प्रोजेक्ट की समीक्षा करने के लिए दक्षिण अफ्रीका डेलीगेट यहां आया हुआ हैं। गांधी सागर अभयारण्य के हरे – भरे मैदान चीता के लिए पूरी तरह से अनुकूल है। अफ्रीकी डेलीगेट के चीता विशेषज्ञों ने चीता मैनेजमेंट के बारे वन्य प्राणी शाखा से जुड़े लोगों से अपना अनुभव साझा किया और चीता की यहां कैसे ग्रोथ रेट बढ़ाने और उसकी सुरक्षा को लेकर अपना सुझाव दिया।
गांधी सागर अभयारण्य में चीता के लिए बनाए गए 64 किमी बाड़े का डेलीगेट ने निरीक्षण किया। वन विभाग से जुड़े लोगों ने बताया कि अफ्रीकी डेलीगेट यहां दो दिन निरीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौपेगी।
गांधी सागर अभयारण्य प्रबंधन कमेटी से जुड़े लोगों ने बताया कि अफ्रीकी डेलीगेट चीता प्रोजेक्ट के लिए जो सुझाव देगी उन बिंदूओं को विभाग पूरी तरह से अमल में लाएगा।
*डेलीगेट 24 को कूनो का करेगा दौरा-*
दक्षिण अफ्रीकी डेलीगेट दो दिन गांधी सागर अभयारण्य का निरीक्षण करने के बाद 24 अप्रैल को कूनो में चल रहे चीता प्रोजेक्ट की समीक्षा करेगा। कूनो में चीता के ग्रोथ रेट बढ़ने को लेकर डेलीगेट ने चीता मैनेजमेंट की प्रशंसा की। कूनो में दो खेप में 20 चीता को शिफ्ट किया गया था। शुरूवाती दौर में कुछ चीता के मरने को लेकर चीता प्रोजेक्ट की कुछ लोगों ने आलोचना की थी। लेकिन एक समय के बाद जब चीता की ग्रोथ रेट यहां बढ़ने लगी तो लोगोें ने कूनो चीता प्रोजेक्ट की प्रशंसा करना शुरू कर दिए। कूनो चीता प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों ने बताया कि अफ्रीकी डेलीगेट यहां पर चीता मैनेजमेंट और रूटीन की कार्रवाईयों को लेकर समीक्षा करेगा। कूनो का वातावरण चीता को अब भाने लगा है। पवन और वीरा को कूनो मैनेजमेंट बीच- बीच में जंगल में छोड़ देता है। वीरा चीता 20 दिन खुले जंगल में भ्रमण करने के बाद अपने बाड़े में आई है। कूनो मैनममेंट से जुड़े लोगों ने बताया कि यहां शावक चीता का मैनेजमेंट और हम कैसे बेहतर कर सकते है। इसको लेकर अफ्रीकी डेलीगेट से कूनो मैनजमेंट के लोग कुछ सुझावों पर चर्चा कर सकते हैं।