5 राज्यों में चुनाव के ऐलान की खास बातें: पहली बार फिजिकल चुनाव प्रचार पर रोक, आम सभा और रैलियां नहीं होगी

सिर्फ वर्चुअल रैली होगी, घर-घर प्रचार में भी अधिकतम 5 लोग शामिल होंगे 

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New Delhi : चुनाव आयोग (Election Commission) ने पांच राज्यों की घोषणा के साथ कुछ ख़ास घोषणाएं की है। कोविड मामलों में उछाल के बीच चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को प्रचार के लिए वर्चुअल रैलियां करने के निर्देश दिए। कोई पद यात्रा, साइकल यात्रा, रैली, रोड शो चुनाव प्रचार के दौरान नहीं होंगे। चुनाव नतीजों के बाद भी विजयी रैलियां  जाएँगी। डोर-टू-डोर संपर्क अभियान चलाने का फैसला भी किया है। लेकिन, उसमे  अधिकतम 5 लोगों की सीमा तय की गई।

चुनाव प्रचार के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए ही रैली की जा सकेंगी। इसमें शामिल होने वाले लोगों के लिए मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था राजनीतिक पार्टियां करेंगी। गोवा में 95 से ज्यादा लोग डबल वैक्सीनेटेड हो चुकी है। उत्तराखंड 99 से अधिक पहली डोज ले चुके हैं जबकि 88 फीसदी डबल वैक्सीनेट हो चुके हैं। यूपी में 90 फीसदी लोग पहली डोज तथा 52 परसेंट लोग दूसरी डोज ले चुके हैं। पंजाब में 90 परसेंट पहली डोज ले चुके हैं जबकि 42 परसेंट दूसरी डोज ले चुके हैं।

पोलिंग बूथ की कोविड के हिसाब से होगी जांच

निर्वाचन आयुक्त ने कोविड दिशानिर्देशों को बताने से पहले एक शेर कोट करते हुए कहा, ‘यक़ीन हो तो कोई रास्ता निकलता है हवा की ओट भी ले कर चराग़ जलता है’। उन्होंने कहा, ‘हालात बिल्कुल भी अनूकल नहीं हैं, डायनामिक हालात हैं। जो भी चुनाव अधिकारी होंगे वो डबल वैक्सीनेटेड होंगे जिन्हें फ्रंट लाइन वर्कर होंगे जिन्हें बूस्टर डोज भी दी जा सकती है। सारे पोलिंग बूथ सैनिटाइज होंगे। सभी पोलिंग बूथ की वैक्सीनेशन की जांच करेंगे।’

पहली बार होगी जनभागीदारी

सुविधा ऐप बनाया गया है, जिसके माध्यम से उम्मीदवार सीधे आयोग के ऐप से अप्लाई कर सकते हैं। दिव्यांगों के लिए भी अलग ऐप बनाया गया है जिससे वो ट्रांसपोर्ट या व्हील चीयर की मांग कर सकते हैं। जनभागीदारी ऐप सी विजिल ऐप बनाया गया है जहां आयोग को आप फोटो और वीडियो अपलोड कर बता सकते हैं कि यहां पैसे बांटे जा रहे हैं या यहां धांधली हो रही है। 100 मिनट के अंदर में वहां आयोग की टीम जाएगी और जांच करेगी।