Special Food to Stranded Laborers : सुरंग में फंसे मजदूरों के खाने पर विशेष ध्यान!
Uttarkashi : सुरंग हादसे में 11 दिनों से फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने की संभावना बनने लगी है। सिलक्यारा में बन रही सुरंग में फंसे इन मजदूरों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं। मजदूरों को लगातार पौष्टिक खाना और पानी पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए छह इंच की पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसे बंद पड़ी सुरंग में छेद करके फिट कर दिया गया।
‘नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन’ (NHIDCL) के डायरेक्टर अंशु मनीष खुल्को ने इसकी जानकारी दी। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पहले 4 इंच की पाइप फिट की गई थी। अब यहां छह इंच वाली पाइप का सहारा लिया जा रहा है। मजदूरों को स्वस्थ रखने के लिए लगातार खाने और पानी की सप्लाई हो रही है। मंगलवार रात मजदूरों को खाने में पाइप के जरिए वेज पुलाव, मटर-पनीर और मक्खन के साथ चपाती भी भेजी गईं।
आसानी से पचने वाला खाना
जिस होटल में मजदूरों के लिए खाना बन रहा है, उसके मालिक अभिषेक रामोला ने बताया कि डॉक्टरों की निगरानी में चावल और पनीर तैयार हो रहा है। हमारी तरफ से ऐसा खाना दिया जा रहा है, जो आसानी से पच जाए। खाना बनाने वाले कुक संजीत राणा ने कहा कि हमने खाने को पर्याप्त मात्रा में पैक किया है साथ ही खाने को कम तीखा और कम तेल वाला बनाया गया।
अब तक क्या-क्या दिया खाने में
डॉक्टर्स ने सुरंग के भीतर फंसे मजदूरों के लिए खिचड़ी और दलिया का सुझाव दिया। मगर रविवार को छह इंच वाले पाइप के ब्लॉक होने की वजह से इसकी डिलीवरी नहीं हो पाई। ब्लॉकेज खत्म होने के बाद सोमवार रात को मजदूरों को गर्म खिचड़ी और दलिया भेजा गया। खिचड़ी को चौड़े मुंह वाली प्लास्टिक की बोतलों में पैक करके मजदूरों तक पहुंचाया गया। डिनर में मजदूरों को खाने के 150 पैकेट भेजे गए हैं। इस पाइपलाइन से खिचड़ी, कटे हुए सेब और केले भेजे जाने की व्यवस्था भी की गई।
NHIDCL के डायरेक्टर अंशु मनीष खुल्को ने बताया कि हमने 6 इंच वाले पाइप को साफ कर दिया है। मजदूरों को मंगलवार सुबह संतरे, केले और दवाइयां भेजी गई। डिनर में सॉलिड फूड आइटम भेजे गए, जिसमें वेज पुलाव और मटर पनीर शामिल हैं। चार इंच वाले पाइप के जरिए ड्राई-फ्रूट, पानी और दवाइयों को भेजा जा रहा है।