नर्मदा परिक्रमा या यात्रा एक धार्मिक यात्रा है।भारत में नदियों को एक महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है। बहुत सी ऐसी नदियां हैं जिन्हें मां का दर्जा दिया गया है। क्योंकि नदियां मां के समान ही अपने भक्तों के सभी दुख दूर करती हैं। उन्हीं में से एक नदी है नर्मदा नदी। नर्मदा नदी को भी लोग मां के समान मानते हैं और मां नर्मदा नदी की परिक्रमा करते हैं।मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग अध्यात्म पर्यटन के तहत जबलपुर से नर्मदा परिक्रमा की शुरुआत कर रहा है। प्रदेश की जीवनरेखा कही जाने वाली मां नर्मदा नदी की परिक्रमा सर्वसुविधायुक्त वाहनों से होगी। 14 दिन और 15 रात के इस टूर पैकेज की सुविधा जबलपुर, इंदौर और भोपाल से ली जा सकती है। मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोंटिया ने बताया कि सर्वसुविधायुक्त वाहनों से नर्मदा परिक्रमा सुविधा का शुभारंभ शुक्रवार सुबह 10 बजे से एमपीटी कलचुरी रेसीडेंसी, जबलपुर में पूजनीय संतजनों एवं माननीय जनप्रतिनिधियों की विशिष्ठ उपस्थित में किया जाएगा।
निगम के प्रबंध निदेशक एस विश्वनाथन ने बताया कि जो श्रद्धालु यात्रा में शामिल होना चाहते हैं वे बुकिंग एवं परिक्रमा के संबंध में जानकारी क्षेत्रीय कार्यालय से हासिल कर सकते हैं। मप्र पर्यटन के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों एवं मार्केटिंग कार्यालयों से भी बुकिंग की जा सकेगी।
यात्रा का विवरण
जबलपुर से- यात्रा प्रारंभ होकर अमरकंटक, मंडला, करेली, होशंगाबाद, हांडिया, ओंकारेश्वर, बड़वानी, राजपिपल्या, काठपोर, मीठी तलाई, बडोदरा, झाबुआ, महेश्वर, उज्जैन, सलकनपुर, बुदनी, जबलपुर होते हुए अमरकंटक में यात्रा का समापन होगा।
इंदौर/भोपाल से- यात्रा प्रारंभ होकर उज्जैन, ओंकारेश्वर, बड़वानी, राजपिपल्या, काठपोर, मीठी तलाई, झाबुआ, मांडू, महेश्वर, सलकनपुर, झाबुआ, अमरकंटक, मंडला, करेली, होशंगाबाद, ओंकारेश्वर होते हुए यात्रा इंदौर/भोपाल में समापन होगा।