Sports Arena Under Flyover : सियोल की तरह इंदौर के पीपल्याहाना फ्लाईओवर के नीचे भी खेल एरीना

920

Indore : रिंग रोड पर बने पीपल्याहाना के फ्लाईओवर के नीचे गेम कोर्ट बनाए जाने का प्रयोग देश में अपनी तरह का नया और अनोखा प्रयोग है। फ्लाईओवर के नीचे की खाली जगह पर इसे बेहद खूबसूरत तरीके से बनाया गया है। देखा गया था कि अभी तक किसी भी फ्लाईओवर के नीचे की जगह का कोई उपयोग नहीं होता था, ऐसी स्थिति में वहां गंदगी रहती थी या आपराधिक लोगों का ठिकाना बन जाता था। लेकिन, पीपल्याहाना फ्लाईओवर के नीचे की जगह पर बैडमिंटन और टेनिस कोर्ट बनाने का प्रयोग किया जा रहा है। ये कोर्ट 15 दिनों में बनकर तैयार हो जाएगा।

8 बोगदों में स्पोर्ट्स एरिना (Sports Arena) तैयार करवाया है। इसमें 6 में खेल गतिविधियां चलेंगी और दो बोगदों में पार्किंग के इंतजाम होंगे। इस महीने के अंत तक इसका बचा काम भी पूरा हो जाएगा। फिर IDA इसको ठेके पर देने की कवायद शुरू करेगा। अभी तक 80 लाख रुपए की राशि इस स्पोर्ट्स एरिना (sports arena) के निर्माण में खर्च की जा चुकी है। क्रिकेट, हॉकी, स्केटिंग (Cricket, Hockey, Skating) की सुविधा यहां मिलेगी। दो बोगदों में पार्किंग की का भी इंतजाम किया गया है।

इस पूरे प्रयोग पर एक करोड़ की राशि खर्च करना तय है और अभी तक 80 लाख खर्च हो चुके हैं। इसका संचालन खेल से जुड़ी ही निजी संस्थाओं के जरिए करवाया जाएगा। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू की जा रही है। इसके लिए IDA बकायदा टेंडर आमंत्रित करेगा। ये संस्थाएं निर्धारित शुल्क लेकर स्पोर्ट्स एरिना का संचालन और संधारण करेगी। तैयार होने के बाद कुछ दिन ट्रायल पर खेल गतिविधियां चलाई जाएगी।

इंदौर को सफाई के साथ-साथ कई नए प्रयोगों के लिए देश में पहचान मिली है। इसी तरह भारत में पहली बार फ्लाईओवर के नीचे गेम कोर्ट बनाया जा रहा है। इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA ) के CEO विवेक श्रोत्रिय (Vivek Shrotriya) ने बताया कि मैंने सियोल में अपने प्रशिक्षण के दौरान इसी तरह के फ्लाईओवर से गुजरते समय यह देखा था, वो प्रयोग मुझे अच्छा लगा और अब उसे यहाँ जमीन पर उतारा गया। 30 मीटर में हम पार्किंग सुविधाओं के साथ 4 अलग-अलग कोर्ट बना रहे हैं। आशा है कि यह शहरी प्रबंधन (Urban Management) में एक मील का पत्थर साबित होगा। सभी उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुरक्षित, स्वागत योग्य और अनुकूल सार्वजनिक स्थान के साथ खेल गतिविधियों को बढ़ावा देगा। ये कोर्ट खेलों के क्लबों को सौंपने के बारे में बातचीत चल रही है।