Sri Mahakal Lok : यात्रियों के लिए उज्जैन यात्रा यादगार बनेगी, श्रद्धालु ज्यादा समय बिताएंगे

समय पर पहले चरण के काम करने सरकार ने कमाल किया  

944

Sri Mahakal Lok : यात्रियों के लिए उज्जैन यात्रा यादगार बनेगी, श्रद्धालु ज्यादा समय बिताएंगे 

Indore : पौराणिक नगरी उज्जैन में 4 साल की अवधि में श्री महाकाल लोक के प्रथम चरण के कार्य पूरे हो गए। 2019 में इन कार्यों की रफ्तार मंद हो गई थी लेकिन मार्च 2020 में शिवराज सिंह चौहान पुनः दायित्व संभालने के बाद काम में गति आई। महाकाल लोक के प्रथम चरण के कार्यों को समय पर पूरा होने में देर नहीं लगी। इन कार्यों की मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा निरंतर समीक्षा की गई।

मुख्यमंत्री का मानना है कि उज्जैन आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक भगवान महाकाल के दर्शन के बाद कुछ समय गुजार कर वापसी के लिए निकल जाते थे। अब उन्हें बेहतर परिवेश में एक विकसित प्रांगण में ज्यादा समय बिताने का अवसर मिलेगा। यहाँ रूद्र सागर के पुनरुद्धार और आकर्षक भित्ति चित्रों, शिव लीला पर आधारित मूर्तियों आदि के अवलोकन और अन्य विकसित स्थलों को कई घंटे देखने का संतोष और आनंद प्राप्त होगा। ज्यादा ज्यादा समय बिता कर वे अपनी यात्रा को सार्थक बना सकेंगे।

परिसर में यात्रियों के लिए अनेक सुविधाएं विकसित की गई हैं। यहाँ आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक और श्रद्धालु नवीन विकसित सुविधाओं का लाभ लेते हुए अपनी यात्रा को यादगार बना सकेंगे। मुख्यमंत्री ने 5 अक्टूबर को उज्जैन प्रवास में प्रथम चरण के पूर्ण कार्यों को देखा तो वे भी इस बात से संतुष्ट थे कि निर्धारित मानकों के साथ गुणवत्तापूर्ण कार्य हुए हैं। उज्जैन में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु ज्यादा सुख का अनुभव करेंगे। प्रति 12 वर्ष में सिंहस्थ के अवसर पर एक छोटे परिसर में दर्शन के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं को भी अब विशाल परिसर में बेहतर ढंग से करना आसान हो जाएगा।

IMG 20221007 WA0057

सकारात्मक परिवर्तन

श्री महाकाल लोक के विकास का लाभ उज्जैन नगर के साथ पूरे मालवा क्षेत्र को मिलेगा। उज्जैन नगर और मालवा अंचल पर्यटक और श्रद्धालु संख्या बढ़ने से आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि का लाभ ले सकेगा, जो उल्लेखनीय सकारात्मक परिवर्तन होगा। साथ ही पड़ोसी महानगर इंदौर से उज्जैन का बेहतर संबंध स्थापित होगा। इसके अलावा उज्जैन की हवाई पट्टी के विस्तार और इंदौर एयरपोर्ट पर विमानों के आने-जाने की संख्या में वृद्धि से संपूर्ण मालवा क्षेत्र के आर्थिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व में काफी वृद्धि होगी।