Stake Claim to Form Government : राष्ट्रपति के सामने NDA ने सरकार बनाने का दावा पेश किया!
नई सरकार की शपथ परसों, मोदी के साथ कौन से नेता शपथ लेंगे अभी तय नहीं!
New Delhi : राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। शुक्रवार को पुराने संसद भवन में हुई कई बैठकों के दौर के बाद एनडीए नेताओं का समूह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचा और उन्हें सरकार बनाने का प्रस्ताव सौंपा। सरकार बनाने का दावा पेश करने समय एनडीए की तरफ से अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, नीतीश कुमार और एकनाथ शिंदे पहुंचे।
राष्ट्रपति आज शाम को ही एनडीए को सरकार बनाने का न्यौता देगी। इसके बाद 9 जून को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। बताया गया कि नरेंद्र मोदी के साथ कई मंत्री भी शपथ लेंगे। अभी शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। निवर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शाम साढ़े 6 बजे राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने गए। एनडीए की बैठक में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए सर्व सहमति से चुन लिया गया। राष्ट्रपति उनको प्रधानमंत्री नामित करने के बाद अधिकारिक तौर पर शपथ का वक्त और स्थान तय करेंगी।
इससे पहले शुक्रवार (7 जून) को एनडीए संसदीय दलों की बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया। इसके बाद नरेंद्र मोदी लालकृष्ण आडवाणी से आशीर्वाद लेने उनके घर पहुंचे। संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए का अलायंस सबसे सफल गठबंधन है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सत्ता प्राप्त करने का, सरकार चलाने का या कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है। ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड समूह है।
बैठक में क्या बोले अमित शाह
एनडीए की बैठक में अमित शाह ने कहा कि यह प्रस्ताव केवल यहां बैठे लोगों की इच्छा नहीं है। यह देश के 140 करोड़ लोगों का प्रस्ताव है। यह देश की आवाज है कि पीएम मोदी अगले 5 साल तक देश का नेतृत्व करें। वहीं, एनडीए संसदीय दल की बैठक में भाजपा सांसद नितिन गडकरी ने नरेन्द्र मोदी को लोकसभा का नेता, भाजपा और एनडीए संसदीय दल का नेता नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया।
नायडू ने कहा ‘उन्हें हमारा पूरा समर्थन’
एनडीए संसदीय दल की बैठक में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि हम सभी को बधाई दे रहे हैं। क्योंकि, हमने शानदार बहुमत हासिल किया है। मैंने चुनाव प्रचार के दौरान देखा है कि 3 महीने तक पीएम मोदी ने कभी आराम नहीं किया। उन्होंने दिन-रात प्रचार किया। उन्होंने उसी भावना के साथ शुरुआत की और उसी भावना के साथ खत्म किया। आंध्र प्रदेश में हमने 3 सार्वजनिक बैठकें और 1 बड़ी रैली की। इससे आंध्र प्रदेश में चुनाव जीतने में बहुत बड़ा अंतर पैदा हुआ। पीएम मोदी देश के लिए काम करें, हमारा उन्हें पूरा समर्थन है।