प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग,उम्मीदवार चयन करने में गलती हुई, हार की जिम्मेदारी मैं लेता हूं- भंवर जितेंद्र सिंह
भोपाल:प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिण को भंग कर दिया है। उन्होंने इसकी घोषणा मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित हुए जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारी-सहप्रभारियों की बैठक में की। प्रदेश प्रभारी बनने के बाद जितेंद्र सिंह पहली बार चंद घंटों के लिए भोपाल आए थे। उन्होंने टिकट वितरण में हुई गलती को स्वीकार करते हुए हार की जिम्मेदारी ली है।
लोकसभा चुनाव से पहले कार्यकारिणी को भंग करना बड़ा फैसला माना जा रहा है। हालांकि जिला प्रभारी और जिला अध्यक्ष काम करते रहेंगे। भोपाल के पीसीसी दफ्तर में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने जिला कांग्रेस के अध्यक्ष, जिला प्रभारी और सहप्रभारियों की बैठक बुलाई थी। बैठक में भंवर जितेंद्र सिंह भी शामिल हुए। इस बैठक में यह मुद्दा कई पदाधिकारियों ने उठाया कि प्रदेश में बढ़े पैमाने पर पार्टी ने पद दे दिए हैं। वे न तो काम करते हैं और न ही काम करने दे रहे हैं। वे जिलों में भी दखल दे रहे हैं।
सभी की बात सुनने के बाद भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस में हजार की संख्या में जो नियुक्ति हुई थी, उन्हें वे एआईसीसी के निर्देश पर भंग करते हैं। उन्होंने कहा, आगामी आदेश तक जिला अध्यक्ष और प्रभारी काम करते रहेंगे। अब प्रदेश में नए सिरे से नियुक्तियां होगी। उन्होंने कहा कि वे स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष थे, उम्मीदवारों के चयन में उनसे गलती हुई। 6 हजार लोगों ने टिकट मांगे थे, जो सरपंच का चुनाव नहीं जीत सकते उन तक ने टिकट मांग लिया। इसलिए हार की जिम्मेदारी वे स्वयं लेते हैं।
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कार्यकारिणी भंग करने के पीछे लोकसभा चुनाव की तैयारियों और नई टीम तैयार करना है। ऐसा इसलिए क्योंकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव में अच्छे नतीजों की उम्मीद में अभी से जुट गई है। इसके चलते ही पहले प्रदेश अध्यक्ष और अब प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है।
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