
Stone Pelters Arrested : चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के जुलूस पर पथराव करने वाले 13 गिरफ्तार!
Mhow : चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के बाद निकले जुलूस के दौरान महू में हिंसा भड़क गई। रविवार रात 10 बजे भारत की जीत के बाद 100 से अधिक लोग 40 से ज्यादा बाइक पर सवार होकर जुलूस निकालते हुए ‘जय श्रीराम’ के नारे लगा रहे थे। इसी दौरान जामा मस्जिद के पास आतिशबाजी को लेकर विवाद हुआ और मामला पथराव और आगजनी तक पहुंच गया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अभी तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया गया कि कुछ गिरफ्तारियां राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत की गई।
Stone Pelting on Procession in Mhow : भारत की जीत का जश्न मना रहे जुलूस पर महू में पथराव, दो पक्ष भिड़े, आगजनी की घटनाएं!
जब जुलूस जामा मस्जिद के पास पहुंचा, तो वहां आतिशबाजी को लेकर कुछ लोगों के साथ विवाद हो गया। इस बीच जुलूस में पीछे चल रहे पांच-छह लोगों को दूसरे गुट ने रोक लिया और उनके साथ मारपीट की। जब यह खबर जुलूस में आगे चल रहे लोगों को मिली तो उन्होंने भी पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ।
पथराव के बाद हिंसा भड़की
पथराव के बाद हिंसा और ज्यादा भड़क गई। गुस्साए लोगों ने पत्ती बाजार क्षेत्र में भी तोड़फोड़ शुरू कर दी। उन्होंने घरों और दुकानों के बाहर खड़ी गाड़ियों को निशाना बनाया। उपद्रवियों ने करीब 12 से अधिक बाइक और दो कारों में आग लगा दी। स्थिति पर काबू पाने के लिए महू के चार थानों का पुलिस बल बुलाया गया। करीब 300 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया। पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद सेना की क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) भी मौके पर पहुंची और इलाके में गश्त शुरू की। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद रात 1 बजे हालात काबू में आ सके।
कलेक्टर ने जायजा लिया
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह और डीआईजी (ग्रामीण) निमिष अग्रवाल रात करीब 1:30 बजे मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने शहर के अलग-अलग इलाकों में पैदल घूमकर शांति बहाल करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने लोगों से किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की।
CCTV फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की तलाश
हिंसा फैलाने के आरोप में पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस CCTV फुटेज खंगाल रही है। पुलिस के मुताबिक, घटना के पीछे सोची-समझी साजिश भी हो सकती है, जिसकी जांच जारी है। महू की घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व मंत्री ऊषा ठाकुर भी मौके पर पहुंचीं और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
स्थिति पर कड़ी नजर
महू और अन्य संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी तरह की अफवाहों से बचने को कहा है। पुलिस की टीमें लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं और CCTV फुटेज की जांच की जा रही है।





