Indore : नगर निकाय चुनाव की आचार संहिता के कारण नगर निगम के बजट में 1200 करोड़ के प्रस्तावित 18 से अधिक कामकाज को विराम दे दिया है। इन कार्यों के टेंडर परिषद के गठन के बाद निकाले जाएंगे। सबसे पहले जलूद पंपिंग स्टेशन पर बिजली बिल की बचत के लिए सोलर पैनल स्थापित करने के काम को प्राथमिकता दी जाएगी।
मई में निगम ने 6127 करोड़ से अधिक का बजट पारित किया था। इसमें 186 करोड़ का घाटा भी बताया था। शेष बचे 5941 करोड़ के काम शहर में किए जाने की बात कही गई थी। इसके अलावा 6 से अधिक बगीचों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। रीगल और मिल्की वे टाॅकीज की जमीन पर मेट्रो ट्रेन के कार्यालय का फैसला भी नई परिषद करेगी। जलूद में भी सोलर पैनल लगाने का काम बाकी है। कई सड़कों और प्रमुख चौराहों की सुंदरता का काम भी आचार संहिता कारण अधूरा रह गया। मेट्रो ट्रेन के स्टॉपेज को लेकर भी कई फैसले होना है। इसके साथ ही सिटी में चलने वाली नई इलेक्ट्रिक बसें और उनके चार्जिंग प्वॉइंट भी अभी तक नहीं बने। शहर को नर्मदा के चौथे चरण का पानी देना भी बाकी है, अभी तीसरे चरण से ही सप्लाय किया जा रहा है। सामुदायिक भवन, स्मार्ट स्कूल भवनों का निर्माण भी बचा रह गया। संजीवनी केंद्र के साथ भिक्षुक पुनर्वास केन्द्र के लिए संसाधन जुटाने का काम भी बाकी है। बगीचों के लिए नई पंचवटी गाड़ी भी नहीं आ सकी है। शहर के 42 हजार बिजली पोलों पर एलईडी लाइट लगाने की योजना पर भी काम होना है। कचरा संग्रहण गाड़ियों की संख्या बढ़ाने का काम भी आचार संहिता के कारण अधूरा बच गया।
इनके ही निकले टेंडर
बजट में केवल सड़क निर्माण और लेफ्ट-राइट टर्न के लिए टेंडर निकले थे, जिनके वर्क ऑर्डर जारी हो चुके हैं। शेष कार्य निकाय चुनाव की हलचल में अटक गए। बजट पारित होने के बाद निगम ने जब टेंडर प्रक्रिया की योजना बनाई, तो शासन की और से निकाय चुनाव की आहट शुरू हो गई। यह देख निगम ने तत्काल निर्माणाधीन कार्यों को पूरा करना शुरू कर दिया और बजट के कामों को चुनाव तक रोक लगा दी।
निगम आयुक्त प्रतिभा पाल आचार संहिता के चलते अधिकांश कामों के टेंडर नहीं हो सके। नई परिषद् के गठन के बाद तेजी से बजट के प्रस्तावित कार्यों को शुरू कराया जाएगा। प्राथमिकता में जलूद में सोलर पैनल स्थापित करना रहेगा।