Story of A Kashmiri Girl : आखिर कश्मीर से भोपाल आई लड़की, वापस क्यों नहीं गई!
Bhopal : एक लड़की जम्मू-कश्मीर से भागकर भोपाल पहुंच गई। क्योंकि, उसके घर वाले एक पाकिस्तानी लड़के से शादी करवाना चाहते थे। जब लड़के की पहचान सामने आई तो शादी नहीं हो सकी। घर वालों ने प्रताड़ित किया तो चिट्ठी छोड़कर 5 जनवरी की भागकर भोपाल आ गई। यहां बचपन के एक दोस्त ने उसे सहारा दिया। कश्मीर पुलिस उसे लेने आई तो लड़की ने थाने में जाने से इंकार कर दिया। बोली कि मैं यहां दोस्त के साथ रहूंगी, मुझे वापस अपने घर भी नहीं जाना। इसके बाद वहां से आई पुलिस खाली हाथ लौट गई। गोविंदपुरा थाने की ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क पूरे मामले की जांच कर रही है।
जम्मू-कश्मीर के रेमवल थाने में लड़की के पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। पुलिस ने ढूंढा तो लड़की भोपाल पुलिस को मिल गई है। कश्मीर की यह लड़की खुद ही भागकर भोपाल पहुंची थी। वह इस बात से नाराज थी, कि उसके माता-पिता धोखे से उसकी शादी पाकिस्तानी लड़के से करवा रहे थे। युवती पाकिस्तान नहीं जाना चाहती। पति की असलियत सामने आई, तो उसने लड़की की पिटाई कर दी।
जम्मू-कश्मीर की पुलिस को उसके भोपाल में होने की जानकारी मिली थी। वहां की पुलिस उससे पूछताछ करने आई। युवती पुलिस की जांच में मदद की, लेकिन वहां वापस नहीं लौटी। लड़की ने भोपाल में अपने दोस्त के साथ रहने का फैसला किया। वह घर पर 5 जनवरी को एक नोट छोड़कर भागी थी।
ऐसे खुलासा पूरी घटना का
भोपाल पुलिस को लड़की ने बताया कि मैं उधमपुर के रैम्बल थाना क्षेत्र के सुनरी की रहने वाली हूं। 2 दिसंबर के माता-पिता ने रोशन नाम के पाकिस्तानी से शादी करवा दी। 6 दिसंबर को हम लोग कोर्ट मैरिज के लिए गए। कोर्ट में उसके दस्तावेजों को देखकर जज ने शादी कराने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा था कि युवक पाकिस्तानी मूल का है।
लड़की ने बताया कि इसके बाद पति मुझे प्रताड़ित करने लगा, मारपीट करने लगा। वह दुबई चलने का दबाव बनाने लगा। पर, मैं नहीं गई, तो वह अकेले दुबई गया। इसके बाद उसकी दीदी और जीजा ने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया। मैं उसके घर से अपने घर आ गई। मां-पिता को अपनी पूरी कहानी सुनाई, लेकिन उन लोगों ने ध्यान नहीं दिया।
भोपाल आकर दोस्त के साथ रहने लगी
लड़की भोपाल आकर अपने दोस्त मनमीत के साथ रहने लगी। उसका दोस्त भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट में काम करता है। दोनों स्कूल में साथ पढ़ते थे। युवती 8 जनवरी को भोपाल पहुंची। उसका दोस्त मनजीत भी जम्मू-कश्मीर का ही रहने वाला है। युवक ही युवती को लेकर गोविंदपुरा थाने पहुंचा। 12 जनवरी को भोपाल पुलिस ने युवती की काउंसलिंग की। इस दौरान उसने जम्मू-कश्मीर जाने से मना कर दिया। उसने पुलिस को लिखकर दिया है कि मैं भोपाल में ही अपने दोस्त के साथ रहूंगी। इसके बाद उधमपुर पुलिस खाली हाथ लौट गई। लड़की व्यस्क थी, इसलिए पुलिस भी उसे जबरन नहीं ले जा सकी।