Stree 2: बॉक्स ऑफिस पर स्त्री -2 की अपार सफलता के बाद MP की लोकेशंस फिल्म निर्माताओं को और ज्यादा लुभाएंगी 

163

Stree 2: बॉक्स ऑफिस पर स्त्री -2 की अपार सफलता के बाद MP की लोकेशंस फिल्म निर्माताओं को और ज्यादा लुभाएंगी 

 

राजीव शर्मा द्वारा स्त्री 2 फिल्म की नए एंगल से समीक्षा

सरकटे के आतंक में लोटपोट दर्शक

हिन्दी फ़िल्मों की कथित मुख्य धारा जब बॉक्स ऑफिस पर किसी सिकुड़ती नदी की धार की तरह क्षीण होती दिख रही है तब स्त्री -2 ने धमाका कर दिया है .अमर कौशिक के निर्देशन में नीरेन भट्ट की कहानी दर्शकों को सिनेमा हॉल में चुंबक की तरह खींच रही है .श्रद्धा कपूर ,राजकुमार राव ,पंकज त्रिपाठी ,अपारशक्ति खुराना ,तमन्ना भाटिया ,अभिजीत बनर्जी लाजवाब हैं.अक्षय कुमार और वरुण धवन केक पर आइसिंग याने जलेबी पर रबड़ी की तरह हैं.चन्देरी नगर इसके राजपूती क़िले और महल और गलियाँ पिछली बार की तरह स्वयं एक पात्र की भूमिका में है.नरसिंहगढ़ की खूबसूरत उपस्थिति बोनस की तरह है .

 

*_स्त्री -1 की ख्याति की नींव पर खड़ी की गई स्त्री -2 का_* छायांकन ,कथा ,संवाद ,संगीत ,गीत ,अभिनय सहित हर पक्ष ज़ोरदार है .सिनेमा हॉल लगातार दर्शकों के ठहाकों से गूँजता है और ये ठहाके सिक्कों की झंकार बनकर निर्माता निर्देशक तक वापस पंहुच रहे हैं.फ़िल्म अपनी लागत का पाँच गुना वसूल चुकी है और भीड़ थमी नहीं है .

मप्र पर्यटन विभाग के सहयोग से बनी निर्माता मैडॉक और जिओ सिनेमा का संयुक्त प्रयास है और दोनों ही अभी गदगद हैं .आप यदि बहुत दिन से खुलकर हँसे नहीं है तो इस फ़िल्म की एक खुराक आपको खिलखिलाहट वापस ला देगी .जो आइटम सॉंग के शौक़ीन हैं तमन्ना भाटिया उनकी तमन्ना पूरी करती हैं.स्त्री समानता की समझ रखने वाले सशक्त और निर्णायक नारी पात्रों से खुश होंगे .राजकुमार राव सहज अभिनय के नये राजकुमार अपनी पहली फ़िल्म से ही हो गये थे .यह फ़िल्म उन्हें राजकुमार से राजा बनाने वाली है .श्रद्धा कपूर का अभिनय और सौंदर्य उनके भक्तों की श्रद्धा बढ़ाने वाला है .पंकज त्रिपाठी पर्दे पर आते ही दर्शकों को बाँध लेते हैं .उनका सम्मोहन अभी कम नहीं हुआ .संवाद बेहद नयापन लिये हुए हैं और फ़िल्म की असल जान हैं.अपारशक्ति अपनी भूमिका में इतने प्रामाणिक लगते हैं कि दृश्य असली हो जाता है फ़िल्मी नहीं रहता .यह बहुत बड़ी बात है यही कमाल अभिजीत बनर्जी का भी है .अभी तक नहीं गये हैं तो उठिये और लपक कर देख आइये .एकदम पैसा वसूल फ़िल्म है .अक्ल से दूर पर मनोरंजन से भरपूर .

मप्र के पास फ़िल्मी दुनिया को देने के लिये एक से एक लोकेशन हैं .बॉक्स ऑफिस पर स्त्री -2 की अपार सफलता के बाद MP की लोकेशंस फिल्म निर्माताओं को और ज्यादा लुभाएंगी। स्त्री -3 आने तक उम्मीद है निर्माता निर्देशक मप्र के मनोरम दृश्यों को देश दुनिया तक पंहुचाते रहेंगे .