

Strictness of BJP Organization : मनमर्जी के फैसले करने वाले और फिजूल बयानबाजी करने वाले विधायकों को हिदायत!
Bhopal : बेवजह की बयानबाजी करने वाले और पार्टी लाइन से अलग हटकर फैसले करने वाले भाजपा नेताओं की संगठन ने नकेल कसना शुरू कर दिया। साथ ही पार्टी के पदाधिकारी और विधायकों की अनुशासनहीनता के मामले में भी कार्रवाई की जा रही है। पार्टी ने कहा कि अनुशासनहीनता, विधायकों और मंत्रियों पर अनर्गल बयानबाजी और संगठन की इजाजत के बिना निर्णय लेना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी दफ्तर में शनिवार को दो विधायकों की खिंचाई के बाद रविवार को सागर की महापौर संगीता तिवारी भी संगठन को अपनी सफाई देने पहुंचीं। उन पर आरोप है कि उन्होंने पार्टी से पूछे बिना एमआईसी सदस्य को बदल दिया।
पार्टी कार्यालय पहुंची महापौर संगीता तिवारी ने लिखित में माफी मांगी और भविष्य में ऐसी गलती न करने की बात कही। उन्होंने अपने जवाब में कहा कि उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि एमआईसी में बदलाव के लिए प्रदेश नेतृत्व की अनुमति जरूरी है, इसलिए अनजाने में यह काम किया। बदली गई सदस्य आशारानी जैन बीमार होने के कारण लगातार एमआईसी की बैठकों में नहीं आ रही थीं, इसलिए जनसंघ से जुड़े वरिष्ठ पार्षद शैलेंद्र ठाकुर को एमआईसी में शामिल किया गया है।
शनिवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय प्रभारी भगवानदास सबनानी ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के निर्देश पर संगीता तिवारी को अनुशासनहीनता की कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके बाद महापौर तिवारी और उनके पति भाजपा नेता सुशील तिवारी प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। दोनों ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद और प्रदेश कार्यालय प्रभारी भगवान दास सबनानी से मिलकर अपनी बात रखी।
खिंचाई के बाद विधायकों की बोलती बंद
मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल और पिछोर विधायक प्रीतम लोधी ने पार्टी संगठन से मिली फटकार के बाद चुप्पी साध ली है। दोनों विधायक शनिवार को मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के अलावा प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद और प्रदेश प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह से मिले थे। विधायक प्रदीप पटेल बार-बार थानों में धरने देने और धमकी भरे बयानों के कारण पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे थे। जबकि, प्रीतम लोधी ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर को लट्टू मंत्री कहकर कांग्रेस के फुंके बल्बों को रोशन करने की बात कहकर तंज कसा था। तोमर ने इसकी शिकायत पार्टी से की थी।
बदले गए सदस्य वापस नियुक्त होंगे
जहां भी नगरीय निकायों में पार्टी संगठन की मंजूरी के बिना बदलाव किए गए हैं, उन्हें रिवर्ट किया जाएगा। इसमें सागर नगर निगम के अलावा देवास नगर निगम और बीना नगर पालिका भी शामिल हैं। देवास महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल ने भी दो पुरुष पार्षदों को एमआईसी से बाहर कर दो महिला पार्षदों को सदस्य बना दिया है। जबकि, बीना नगर पालिका अध्यक्ष लता सकवार ने भी प्रेसिडेंट इन काउंसिल (पीआईसी) में अपनी मर्जी से दो सदस्यों को हटाकर दूसरे सदस्य नियुक्त कर दिए हैं।