लोकायुक्त पुलिस की सख्ती से अफसरों में हडकंप

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लोकायुक्त पुलिस की सख्ती से अफसरों में हडकंपन

लोकायुक्त संगठन में जब से वरिष्ठ आईपीएस कैलाश मकवाना विशेष स्थापना पुलिस के महानिदेशक बने हैं, भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी आ गई है। मात्र 100 दिन में एक कलेक्टर (आईएएस) और एक आईएफएस अफसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। सात लाख की घूंस लेते अफसर रंगेहाथ धराया गया है।

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लोकायुक्त संगठन से बाहर आ रही खबरों पर भरोसा किया जाए तो महानिदेशक ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षकों को भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर रूख अपनाने का सीधा संदेश दे दिया है। चर्चा है कि जल्दी ही कुछ बड़े मगरमच्छ लोकायुक्त पुलिस के जाल में फंस सकते हैं। इससे मप्र के भ्रष्ट अफसरों में हडकंप मच गया है।

दो आईपीएस ने बैंकाक जाने की अनुमति मांगी
मप्र में आईजी स्तर के दो आईपीएस अफसरों ने गृह विभाग को पत्र लिखकर बैंकाक जाने की अनुमति मांगी है। दोनों आईपीएस बैचमेट हैं।

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पहले एक आईपीएस ने देवास के एक मित्र व्यवसायी के बेटे की शादी में शामिल होने बैंकाक जाने की अनुमति मांगी। गृह विभाग की अनुमति मिलते हो उनके बैच के ही एक अन्य आईपीएस ने भी बैंकाक जाने का आवेदन लगा दिया। सरकार ने दोनों को अनुमति दे दी है।

राडार पर कनाडा का दंत चिकित्सक!
मप्र के एक रिटायर आईएएस की अवैध कमाई को लेकर कनाडा का एक दंत चिकित्सक जांच एजेंसियों के राडार पर है। खबर है कि लंबे समय तक मलाईदार विभाग में पदस्थ रहे आईएएस ने बड़े ठेकेदारों से रिश्वत की राशि कनाडा में अपने मित्र चिकित्सक को ट्रांसफर कराई है। आईएएस ने रिटायरमेंट के पहले अपने एकलौते बेटे को यूरोपियन देश की नागरिकता भी दिला दी है। एजेंसियों को पता चला है कि पूर्व आईएएस की अवैध कमाई कनाडा के जरिए यूरोप पहुंची है।

नेता आए, कंगाली लाए
भोपाल नगर निगम में नई परिषद का गठन होते ही निगम की अर्थ व्यवस्था वेंटीलेटर पर पहुंच गई है। 55 लाख रुपए रोज की वसूली मात्र 7 लाख के आसपास रह गई है। निगम का खजाना पूरी तरह खाली है। ठेकेदार भुगतान के लिए दिनभर निगम की वित्त शाखा में मंडराते रहते हैं। विद्युत कंपनी ने बिजली बिल का भुगतान न होने पर स्ट्रीट लाईट काटना शुरु कर दिया है। महापौर मालती राय को कुछ समझ नहीं रहा है कि इस संकट से कैसे निपटा जाए? यही हाल रहा तो नगर निगम में कर्मचारियों को वेतन बांटना मुश्किल हो जाएगा।

लूप लाइन में दामाद!
प्रदेश सरकार ने मंत्रालय स्तर पर आला अफसरों को इधर-उधर किया है। इस कवायद में सरकार के कद्दावर मंत्री के भतीजे दामाद को राजधानी से बाहर नर्मदापुरम संभाग भेज दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि उन्हें भोपाल संभाग की जिम्मेदारी मिलनी थी, लेकिन भेज दिया नर्मदापुरम। वैसे प्रशासनिक हलकों में चर्चा है कि सीधी भर्ती के अफसर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन के अलावा किसी अन्य संभाग को पसंद नहीं करते हैं। लेकिन मंत्री के दामाद को नर्मदापुरम भेजना, लूप लाइन वाली पोस्टिंग माना जा रहा है।

आबकारी के तीन दागी अफसरों की मलाईदार पोस्टिंग की तैयारी!
मप्र आबकारी विभाग के तीन दागी अफसरों विनय रंगशाही, संजय तिवारी और विक्रमदीप सागर को मनमाफिक पदस्थापना देने की तैयारी चल रही है। रंगशाही पर कोर्ट कर्मचारी को घूस देने के प्रयास का आरोप है। तिवारी पर धार डिस्टलरी से बिना परमिट शराब निकलवाने और विक्रमदीप पर झाबुआ में शराब के अवैध ट्रक छोड़ने के आरोप हैं। रंगशाही ने विदिशा, तिवारी ने उज्जैन और विक्रमदीप ने धार में पोस्टिंग करवाने की जुगाड लगाई है। देखते हैं कि भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस पर इन अफसरों की जुगाड क्या असर दिखाती है।

और अंत में….!
मप्र के पूर्व और वर्तमान मुख्य सचिव सहित एक अन्य वरिष्ठ आईएएस के घर इस महीने शहनाई बजने वाली है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के बेटे का विवाह इसी महीने 20 नवम्बर को भोपाल में होगा। पूर्व मुख्य सचिव एसआर मोहंती के बेटे आदित्य मोहंती की सगाई मप्र के ही वरिष्ठ आईएएस मलय श्रीवास्तव की लाडली बिटिया के साथ 27 नवम्बर को धूमधाम से होना तय हुआ है। तीनों घरों में मांगलिक कार्यक्रमों की जोरदार तैयारियां चल रही हैं। हमारी भी बधाई स्वीकार करें।