धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : जिले में तिरला के कस्तूरबा गांधी छात्रावास में एक मासूम की मौत के मामले में छात्रावास अधीक्षिका रंजना वर्मा को निलंबित कर दिया गया।
शुक्रवार को छात्रावास में अध्ययनरत छात्रा वर्षा भाबर की तबीयत खराब होने पर छात्रा को उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं कराने से उसकी मौत हो गई।
इस मामले की जब जांच की गई तो छात्रावास की अधीक्षिका की लापरवाही के कारण छात्रा की मौत होना पाया गया।
धार जिले के सरदारपुर तहसील के मोहनखेड़ा के नजदीक तिरला ग्राम पंचायत में स्थित 200 बच्चों की क्षमता वाले कस्तूरबा छात्रावास में शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते एक मासूम बालिका की जान चली गई।
कक्षा 6ठी की बालिका की संदेहास्पद मृत्यु से प्रशासनिक हल्के में हड़कंप मच गया। जिम्मेदारों पर कागजी चाबुक चलाए जा रहे हैं और घटना से बालिका के परिजन सदमे में हैं।
इस पूरे मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्तूरबा कन्या छात्रावास तिरला में रहकर कक्षा 6ठी की पढ़ाई कर रही 11 साल की छात्रा वर्षा पिता राकेश भाबर को एक दिन पहले बुखार आया था।
इसके बाद हॉस्टल की सहायिका ने टेना खराड़ी में उसके पिता राकेश को फोन कर बालिका की बीमारी की सूचना दी और उक्त बालिका को दवाई देना बताया। शाम तक बालिका ठीक रही और सुबह उसकी स्थिति बिगड़ने लगी।
हॉस्टल की सहायिका, चौकीदार व परिजन छात्रा को लेकर मोटरसाइकिल पर सरदारपुर हॉस्पिटल के लिए निकले तथा सरदारपुर अस्पताल में पहुंचने पर डॉक्टर ने बालिका को मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद बालिका के अन्य परिजन भी सूचना पर अस्पताल पहुंच गए।
वहीं पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद सरदारपुर SDM राहुल सिंह चौहान, SDOP रामसिंह मेडा सहित बीओ एवं अन्य अधिकारी कस्तूरबा आश्रम तिरला पहुंचे।
वहां जांच में कई अनियमितता पाई गई, जिसमें मुख्य रूप से हॉस्टल की अधीक्षिका रंजना वर्मा के आमतौर पर वहां से नदारद रहने की बात भी सामने आई। साथ ही बच्चों को दिए जाने वाले भोजन सहित कई मामलों में भी शिकायतें मिली।
जिस पर अधीक्षिका रंजना वर्मा के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए विभाग को कहा गया है, वहीं क्षेत्र के हॉस्टलों का नियमित निरीक्षण नहीं करने को लेकर बीआरसी और बीओ को नोटिस जारी किया जा रहा है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी क्षेत्र के हॉस्टलों में मासिक रूप से छात्र छात्राओं के स्वास्थ्य परीक्षण की जिम्मेदारी होती है।
इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों सीबीएमओ CBMO शीला मुजाल्दा सहित अन्य को भी शोकाज नोटिस जारी कर जवाब तलब किया जा रहा है।
मृत छात्रा का शव परीक्षण कर परिजनों को सौंप दिया है तथा डॉक्टर ने विसरा रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के कारणों के खुलासा होने की बात कही है।